Bihar News: अब सरकारी स्कूलों में स्थानीय भाषा में पढ़ाई करेंगे बच्चे, कक्षा 5 तक बदलेगी किताबें
भागलपुर के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के लिए शिक्षा को और भी सरल बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत अब इन कक्षाओं के लिए स्थानीय भाषा में किताबें तैयार की जाएंगी। पाठ्यक्रम में बदलाव के लिए विशेषज्ञों की बैठकें शुरू हो गई हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। राज्य के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए शिक्षा अब और भी आसान और प्रभावी बनने जा रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया है कि इन कक्षाओं की किताबें स्थानीय भाषा में तैयार की जाएंगी।
बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और एससीईआरटी के तत्वाधान में पाठ्यक्रम में बदलाव की प्रक्रिया को लेकर 22 जुलाई से विशेषज्ञों की बैठकें शुरू हो गई है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण में कक्षा 6 से 8 की किताबों की समीक्षा होगी और फिर कक्षा 1 से 5 तक के लिए नई रूपरेखा तय की जाएगी।
बच्चों के नई पाठ्य पुस्तक का निर्माण बिहार शिक्षा परियोजना परिषद, बिहार बोर्ड और एससीईआरटी के दिशा-निर्देशों पर होगा। इस बदलाव का उद्देश्य बच्चों को उनकी मातृभाषा में शिक्षा देकर उनकी समझ और सीखने की क्षमता को बढ़ाना है।
नई पुस्तकों में सिर्फ भाषा ही नहीं, बल्कि पाठ्यक्रम में भी जरूरी बदलाव किए जाएंगे। साथ ही छात्रों को व्यवहारिक ज्ञान से जोड़ने वाले नए अध्याय भी जोड़े जाएंगे।
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