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Khushboo Kumari: भागलपुर की ये टीचर बन गई शिक्षकों की गुरु, सभी को लेना चाहिए इनसे ज्ञान, शिक्षा जगत के लिए मिसाल

भागलपुर जिला अंतर्गत मध्‍य विद्यालय बलुआचक की शिक्षिका खुशबू कुमारी की ख्‍याति चारों तरफ फैली हुई है। वे लगातार खुद को अपडेट रखतीं हैं। अनुशासित हैं। शिक्षा विभाग को उनपर नाज है। आज वे लगातार बच्‍चों को पढ़ाने के अलवा शिक्षकों को भी प्रशिक्षित कर रहीं हैं।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Wed, 21 Jul 2021 03:21 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jul 2021 04:25 PM (IST)
Khushboo Kumari: भागलपुर की ये टीचर बन गई शिक्षकों की गुरु, सभी को लेना चाहिए इनसे ज्ञान, शिक्षा जगत के लिए मिसाल
खुशबू कुमारी, जिनसे शिक्षा विभाग हुआ गौरवान्वित।

ऑनलाइन डेस्‍क, भागलपुर। आज हम आपको एक ऐसी शिक्षिका के बारे में बता रहे हैं, जो बच्‍चों को पढ़ाने के अलावा शिक्षकों को नई तकनीक की जानकारी दे रहीं हैं। वे शिक्षकों की गुरु बन गईं हैं। शिक्षा विभाग को अपने इस शिक्षिका पर नाज है। विभाग की नजर इस शिक्षिका पर रहती है। शिक्षा विभाग लगभग सभी प्रशिक्षणों में उन्‍हें शामिल करती है। चाहे प्रशिक्षण लेना हो या देना, उन्‍हें बुलाया जाता है। आज वे मास्‍टर ट्रेनर हैं। टीचर्स ऑफ बिहार (Teachers of Bihar) से भी जुड़ी हुई हैं। टीचर्स ऑफ बिहार (टीओबी) बिहार के सरकारी स्‍कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों का एक ग्रुप है। वे यूनिसेफ (UNICEF) और डब्‍ल्‍यूएचओ (WHO), एससीईआरटी (SCERT), एनसीईआरटी (NCERT) आदि के कार्यक्रमों में भी भाग लेती हैं।

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जानिए... कौन हैं यह शिक्षिका

जी हां...! आपने सही पहचाना...! आप हैं, भागलपुर (बिहार) के जगदीशपुर प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय बलुआचक की शिक्षिका खुशबू कुमारी। इस विद्यालय में उनकी नियुक्ति 2014 में टीईटी के आधार पर हुई है। हालांकि अब वे एसटीईटी क्‍वालीफाई कर चुकी हैं। तिलकामांझी भागलपुर विश्‍वविद्यालय (TMBU) से अंग्रेजी विषय में एमए करने के बाद उन्‍होंने ललित नारायण मिथिला विश्‍वविद्यालय दरभंगा से बीएड किया। शिक्षिका बनने के पूर्व खुशबू कुमारी ने भागलपुर के जगदीशपुर प्रखंड कार्यालय में executive assistant के पद पर ढाई साल काम किया है।

 

खुशबू कुमारी योग शिक्षिका भी हैं। बकायदा उन्‍होंने योग का प्रशिक्षण लिया है। प्रतिदिन योग करतीं हैं। साधना व प्राणायाम के अलावा ध्‍यान व सत्‍संग में भी उनकी काफी रूचि है। वे लगातार लोगों को योग करने के लिए प्रेरित करतीं हैं। इसके अलावा उन्‍होंने एनसीसी (NCC) का ट्रेनिंग लिया है। एनसीसी कैंप में भी वे देश के कई जगहों में शामिल हुए । उन्‍होंने भारतीय सेना में भी प्रशिक्षण लिया था।

पारिवारिक पृष्‍ठभूमि

खुशबू कुमारी मूलत: इशाकचक, भागलपुर (बिहार) की रहने वाली हैं। बिरेन्द्र पंडित और गीता देवी की सबसे छोटी बेटी हैं। इनसे बड़ी दोनों बहन भी नौकरी करतीं हैं। सबसे बड़ी बहन डॉ निर्मला कुमारी (निवासी-दरभंगा) NN Sinha प्‍लस टू उच्‍च माध्‍यमिक विद्यालय मंसूरचक बेगूसराय में शिक्षिका तो पूनम कुमारी (निवासी-पटना) भागलपुर समाहरणालय में आईटी मैनेजर हैं। उनके पिता बिरेंद्र पंडित सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता थे। अब सेवानिवृत हो गए हैं। उनका पूरा परिवार संतमत से जुड़ा हुआ है। सभी संत महर्षि मेंहीं के अनुयायी हैं।

 

एक नजर शिक्षिका खुशबू कुमारी की उपलब्धि पर

  • - खुशबू ने National Achievement Survey (NAS) SCERT का प्रशिक्षण महेंद्रू पटना में प्राप्‍त किया। इसके बाद उन्‍हें मास्टर ट्रेनर बनाया गया। उन्‍होंने बांका में शिक्षकों को NAS की ट्रेनिंग दी।
  • - टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज भागलपुर में NIOS की कक्षाएं ली।
  • - गांधी कथा वाचन की मास्टर ट्रेनर बन जगदीशपुर प्रखंड के विभिन्न सीआरसी (CRC) में ट्रेनिंग दी।

  • - National Initiative for School Head's and Teacher's Holistic Advancement (NISHTHA) की ट्रेनिंग पटना में ली। इसके बाद भागलपुर के विभिन्न प्रखंडों में जाकर 10 हजार से ज्‍यादा शिक्षकों को प्रशिक्षित किया।

  • - इसी दौरान कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ा और पूरे देश में लॉकडाउन लग गया। निष्ठा की ट्रेनिंग ऑनलाइन कर दी गई। शिक्षकों को परेशानी नहीं हो, इसके लिए टीचर्स ऑफ बिहार (TOB) के मंच से ट्यूटोरियल वीडियो (ToB ज्ञान) बनाना शुरू किया। जिससे पूरे देश के शिक्षकों ने लाभ प्राप्त किया।

  • - शिक्षकों को ICT फ्रेंडली बनाने के लिए कई तरह के ट्यूटोरियल वीडियो बनाये हैं। इस वीडियो को साझा किया गया। इसके अंतर्गत ईमेल आईडी बनाना, ईमेल आईडी में नाम सुधार करना, पोस्टर बनाना, वीडियो बनाना, ट्विटर (Twitter), कू (Koo) एकाउंट बनाना, जूम ऐप व गूगल मीट का इस्तेमाल, टीचर्स ऑफ बिहार (TOB) के क्विज में कैसे भाग लें, इसकी जानकारी दी।

 

  • - अभी खुशबू कुमारी e-lots की ट्रेनिंग दे रही हैं। उन्‍होंने e-lots पर ट्यूटोरियल वीडियो बनाया गया है। जो वेबसाइट bepclots.bihar.gov.in पर अपलोड है। e-lots का उपयोग करने के लिए वे लगातार शिक्षकों को प्रेरित कर रहीं हैं। इस दौरान शिक्षकों को आने वाले समस्‍याओं का समाधान करतीं हैं।

  • - खुशबू कुमारी मिशन कैवलया के तहत e-scort के भागलपुर टेक्निकल टीम में हैं।

  • - रोटरी क्लब भागलपुर ने खुशबू कुमारी को National builder award से सम्‍मानित किया।

हमेशा अपडेट रहतीं हैं

खुशबू कुमारी ने बताया कि वे हमेशा पढ़ती हैं। बच्‍चों को पढ़ाने के पूर्व खुद उस विषय को पढ़तीं हैं। उन्‍हें साहित्‍य में काफी रूचि हैं। उन्‍होंने कहा कि आज के समय में इंटरनेट मीडिया का महत्‍व काफी बढ़ा है। कोरोना काल में पढ़ाई भी आनलाइन हो रही है। इसलिए उन्‍होंने खुद को इंटरनेट मीडिया फ्रेंडली बनाया। इस तकनीक को सीखा। शिक्षा विभाग ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। उन्‍हें लगातार प्रशिक्षित किया। आज खुशबू मास्‍टर ट्रेनर बनकर सबके सामने हैं। शिक्षकों को प्रशिक्षित करतीं हैं। उनका कई वीडियो इंटरनेट म‍ीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर अपलोड है।

पढ़ाई में तकनीक का इस्‍तेमाल

खुशबू कुमारी बच्‍चों को पढ़ाने में तकनीक का इस्‍तेमाल ज्‍यादा करतीं हैं। किसी भी पाठ को पढ़ाने के लिए उसकी पूरी पृष्‍ठभूमि तैयार करतीं हैं। रोचक तरीके से बच्‍चों को पढ़ातीं हैं। किसी भी पाठ को आसानी से कैसे याद किया जाता है, इस बारे में बतातीं हैं। बच्‍चे उनके कक्षा में पूरे लगन के साथ पढ़ते हैं। प्रशिक्षण देने में भी वे इसी प्रकार विभिन्‍न तकनीक का सहारा लेतीं हैं। उन्‍होंने कहा कि वे जब खुद ट्रेनिंग लेने जातीं हैं तो पूरे मनोयोग से सीखतीं हैं। प्रशिक्षण से लगातार सवाल पूछतीं हैं, जानकारी लेतीं हैं। इस कारण वे बेहतर तरीके से सीखा पातीं हैं। 

टीचर्स ऑफ बिहार के फाउंडर शिव कुमार ने बताया कि खुशबू कुमारी टीचर्स ऑफ बिहार की राज्य स्तरीय टीम लीडर हैं। टीचर्स ऑफ बिहार क‍ा Twitter (ट्विटर) और Telegram (टेलीग्राम) की मॉडरेटर हैं। भागलपुर जिले की डिस्ट्रिक्ट मेंटर (District Mentor) हैं। टीचर्स ऑफ बिहार ने जितने भी महत्‍वपूर्ण कार्य शुरू किए हैं उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है। खुशबू कुमारी ने टीचर्स ऑफ बिहार को काफी समृद्ध किया है। लगातार इंटरनेट मीडिया के माध्‍यम से लोगों से महत्‍वपूर्ण जानकारी देती हैं। कई लेट्स टॉक (ऑनलाइन परिचर्चा) का संचालन उन्‍होंने किया है।

मध्‍य विद्यालय बलुआचक के प्रधानाध्‍यापक मु. असद हुसैन रहमान ने कहा कि खुशबू कुमारी अंग्रेजी विषय की शिक्षिका हैं। काफी मेहनती हैं। सहयोग की भावना है। लगन के साथ पढ़ाती है। पढ़ाई के अलावा कार्यालय के कार्य में भी सहयोग करतीं हैं। अनुशासित हैं। समय का पालन करतीं हैं। छात्र-छात्राओं में भी उनकी काफी अच्‍छी छवि है। सबसे अच्‍छी बात यह है कि वे अभी भी पढ़ती और सिखती रहतीं हैं। इस कारण उनका गुणात्‍मक विकास होता रहता है।

Bhagalpur District programme officer (DPO) देव नारायण पंडित ने कहा कि खुशबू कुमारी शैक्षणिक गति‍विधि में काफी इमानदारी से रुचि लेती हैं। काफी जानकारी है। इंटरनेट मीडिया और नई तकनीक के मामले में अपडेट रहतीं हैं। आनलाइन प्रशिक्षण हो या ऑफलाइन, सभी विधा में दक्ष हैं। उन्‍हें शिक्षा विभाग की ओर से लगातार प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा जाता है। प्रशिक्षण प्राप्‍त करने के बाद वे सभी को प्रशिक्षित करतीं हैं। उनका सीखाने का अंदाज सबको पसंद आता है। ट्यूटोरियल वीडियो बनाकर शेयर करतीं हैं। शिक्षा विभाग को उनपर नाज है। उन्‍होंने उनके उज्‍ज्‍वल भविष्‍य की कामना की।

सामाजिक गतिविधियों में भी लेतीं हैं रुचि

खुशबू सामाजिक ग‍ितिविधियों में भी रुचि लेतीं हैं। उनका मानना है कि समाज है तो हम हैं। इसलिए समाज और देश के प्रति सबकी भूमिका अहम होनी चाहिए। लोगों का सहयोग व सेवा करें। उन्‍होंने कहा हम ऐसा कोई भी कार्य ना करें, जिससे परिवार, समाज और देश की बदनामी हो। देशभक्‍त नागरिक बनें। जो काम मिला है, उसे पूरी ईमानदारी से करें। उन्‍होंने कहा कि आज के समय में पर्यावरण की रक्षा करना बहुत जरुरी है। गंगा की स्‍वच्‍छता के लिए प्रयास हो। जल व वायू प्रदूषण को रोका जाए। इसके लिए सभी अपने-अपने स्‍तर पर प्रयास करें। कहा कि पर्यावरण रक्षा के लिए वे खुद पौधा लगाती रहतीं हैं। उन्‍होंने कहा कि मैं बिहार से हूं, इस बात को उन्‍हें काफी गर्व है।


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