भारतीय रेल: भागलपुर में यार्ड में रैक के लिए जगह नहीं, यत्र-तत्र खड़ी है ट्रेन
कोरोना काल में रेल परिचालन बंद है। भागलपुर में यार्ड में रैक के लिए ट्रेन रखने के लिए जगह नहीं है। इसके लिए रेलवे विकल्प की तलाश कर रही है। बांका से लेकर बाराहाट मंदारहिल टेकानी स्टेशनों पर खड़ी की गई ट्रेनों का रैक।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना का मामला बढ़ने की वजह से आधा दर्जन पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया है। ट्रेन परिचालन बंद होने के बाद अब रैक रखने की समस्या बढ़ गई है। भागलपुर यार्ड में जगह कम होने के कारण बंद ट्रेनों को रैक रखने की जगह नहीं है। ऐसे में छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों के रैक को खड़ा कर दिया गया है। जब इन ट्रेनों का परिचालन शुरू होने के लिए नोटिफिकेशन जारी होगी तो फिर से टे्नें को एक-एक कर यार्ड लाया जाएगा। दरसअल, रेलवे यार्ड में चार लाइन ही है, इसमें अभी चल रही ट्रेनों का रखरखाव होता है। ट्रेनें हर दिन चलती तो कोई रखरखाव के लिए कोई समस्या नहीं थी, लेकिन बंद होने से परेशानी बढ़ गई है।
रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ जवान मुस्तैद
ट्रेनों के रैक को छोटे स्टेशनों पर खड़ा कर दिया गया है, इन स्टेशनों पर रैक की सुरक्षा के लिए आरपीएफ ने जवानों को तैनात कर दिया है। टेकानी, मंदारहिल बांका, और बाराहट स्टेशनों पर जवान रैक की सुरक्षा में हैं। आरपीएफ के अनुसार हर शिफ्ट में जवानों की डियूटी बदलती है। ट्रेन रैक की देखरेख में किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतने का सख्त निर्देश दिया गया है। जिस स्टेशन पर रैक खड़ी होती वहां आरपीएफ के जवानों को सुरक्षा के लिए तैनात किया जाता है।
केस कम होने पर चलेंगी ट्रेनें
रेलवे की ओर से कटवा पैसेंजर, भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी, जनसेवा एक्सप्रेस का परिचालन मई के पहले सप्ताह से ही बंद कर दिया गया है। वहीं, बांका इंटरसिटी और जयनगर इंटरसिटी मंगलवार से नहीं चलेंगी। रेलवे का मानना है कि कोरोना के केस कम होने के बाद भी बंद ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू होगा। कोरोना के कारण भागलपुर से दिल्ली को छोड़कर बंगाल और मुंबई की तरफ जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ काफी कम है। इन जगहों पर जाने वाली ट्रेनों के सभी क्लास में सीटें खाली हैं। कोरोना के डर से लाेग अभी बाहर नहीं जा रहे हैं।