Indian Railways की इस ट्रेन को घंटों देर से चलने की लत... विक्रमशिला, मगध, तेजस राजधानी में खा रहे गच्चा; पढ़ें विस्तार से
Indian Railways News भारतीय रेल की बांका-राजेंद्र नगर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन यात्रियों की परेशानी बढ़ा रही है। बीते कई दिनों से घंटों विलंब से चल रही ट्रेन के चलते यात्रियों की दूसरी ट्रेनें छूट जा रही हैं। प्राय तीन से छह घंटे की देरी से चलने के कारण यात्री विक्रमशिला एक्सप्रेस तक नहीं पकड़ पा रहे। मंदार हिल सेक्शन में सिंंगल ट्रैक होने को बड़ा कारण बताया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Indian Railways News बांका और राजेंद्रनगर के बीच चलने वाली बांका-राजेंद्र नगर इंटरसिटी पिछले कई दिनों से घंटों विलंब से चल रही है। ट्रेन तीन से छह घंटे विलंब से चल रही है। इसकी वजह से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। सोमवार को भी यह ट्रेन करीब आठ घंटे देरी से चली। ट्रेन अपने तय समय से डाउन राजेंद्र नगर-बांका इंटरसिटी करीब सात घंटे की देरी से भागलपुर पहुंची। डाउन में देरी से पहुंचने की वजह से ही बांका से सुबह सात बजे के बजाय दोपहर डेढ़ बजे के बाद खुली।
यह ट्रेन दोपहर साढ़े तीन बजे भागलपुर आई। घंटों देरी से चलने की वजह से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार को भी अपने तय समय से यह ट्रेन छह घंटे की देरी से चली थी। डाउन में घंटों देरी से चलने के कारण अप में बांका से यह ट्रेन साढ़े पांच घंटे से अधिक देरी से चली। जबकि शनिवार को छह घंटे की देरी से चली थी। घंटों विलंब से परिचालन के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है।
यात्रियों के लिए यह ट्रेन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि भागलपुर से विक्रमशिला एक्सप्रेस और पटना से मगध और तेजस राजधानी के समय ट्रेन पहुंचती है, लेकिन पिछले कई दिनों से ये ट्रेन देरी से चल रही है। सोमवार को भी ट्रेन घंटों की देरी से भागलपुर पहुंची। दुमका रेलखंड पर चलने वाली ज्यादातर ट्रेनें लेट चल रही हैं। जिससे रोजाना यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बांका से राजेंद्रनगर के लिए चलने वाली इंटरसिटी सोमवार को साढ़े पांच घंटे की देरी से आई। ट्रेन के घंटों देरी से चलने के कारण यात्रियों में आक्रोश देखा गया।
इंटरसिटी एक्सप्रेस बांका से सुबह 8:45 पर खुलती है। सोमवार को यह ट्रेन सुबह करीब तीन घंटे की देरी से 11:26 पर खुली। बाराहाट में श्रावणी मेला स्पेशल गुजारने के लिए करीब 40 मिनट के लिए खड़ी रही। धौनी में भी यह ट्रेन 65 मिनट वंदे भारत के कारण खड़ी रही। दोपहर दो बजे धौनी से चलकर दोपहर 3.49 बजे भागलपुर पहुंची। जिससे कई लोगों की विक्रमशिला एक्सप्रेस छूट गई। देरी से चलने के कारण लोग पटना में मगध और राजधानी भी नहीं पकड़ सके। अधिकारियों ने बताया कि पटना से देरी के कारण ट्रेन सुबह 6.40 की बजाए 10.10 बजे पहुंची।
भागलपुर से दुमका और बांका के लिए सिंगल ट्रैक है। इसी सिंगल ट्रैक पर वंदे भारत का भी संचालन किया जाता है। वंदे भारत की निरंतरता बनाए रखने के लिए दूसरी महत्वपूर्ण ट्रेनों को लेट किया जाता है। यहां तक की स्पेशल किराया लेने के बाद भी यात्री घंटों लेट सफर करने पर मजबूर हैं। सोमवार को भागलपुर से हावड़ा के बीच चलने वाली कविगुरु एक्सप्रेस एक घंटे, पटना-दुमका एक्सप्रेस एक घंटे देरी से चल रही हैं। सबसे ज्यादा समस्या श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेन को लेकर है। सरायगढ़ से देवघर के बीच चलने वाली मेला स्पेशल ट्रेन चार घंटे, देवघर मेला स्पेशल छह घंटे की देरी से चली।
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