वीडियो बनाया...साथी को भी पीटा, महिला सिपाही के साथ कांस्टेबल ने किया कुछ ऐसा; पुलिस लाइन में मच गई खलबली
Bhagalpur News Hindi एक महिला सिपाही के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का मामला सामने आया है जब वह अपने मित्र के साथ सैंडिस कंपाउंड गई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस केंद्र के सिपाही सूर्यदेव पासवान ने उसके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की। इस मामले में महिला सिपाही ने सिटी एसपी डॉ. के रामदास से शिकायत की है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। अपने मित्र के साथ सैंडिस कंपाउंड गई महिला सिपाही से छेड़छाड़ और मारपीट करने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता ने छेड़छाड़ और मारपीट का आरोप पुलिस केंद्र के सिपाही सूर्यदेव पासवान पर लगाया है।
महिला सिपाही ने इसकी शिकायत सिटी एसपी डॉ. के रामदास से की। जिसके बाद पीड़िता को पहले तिलकामांझी थाना फिर वहां से महिला थाना भेज दिया गया। जहां उसने सिपाही सूर्यदेव पासवान को आरोपित बनाया है।
हालांकि, आरोपित सिपाही ने खुद को बेकसूर बताते हुए उसे सुनियोजित साजिश बताया है। उसका कहना था कि वह उसने समझाया तो उसके साथ ही मारपीट की गई। सदर अस्पताल में उपचार भी कराया है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
महिला सिपाही के मित्र सचिन को देख बनाने लगा वीडियो, विरोध करने पर छेड़छाड़
- गंगा से सटे एक थाने में तैनात पीड़ित महिला सिपाही ने थाने में दर्ज कराई शिकायत पर कहा है कि वह अपने मित्र बरारी फेरी रोड निवासी सचिन कुमार के साथ 29 दिसंबर की शाम साढ़े सात बजे जब सैंडिस कंपाउंड में थी। तभी सिपाही सूर्यदेव उन्हें देख वीडियो बनाने लगा।
- इसका विरोध किया तो वह मारपीट कर छेड़छाड़ करने लगा। मित्र ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई। उसके प्राइवेट पार्ट से छेड़छाड़ कर गाली-गलौच की।
- उन्हें जान से मारने की धमकी भी सिपाही सूर्यदेव ने दी। जिसको लेकर वहां भीड़ जुट गई। किसी तरह वह वहां से अपने मित्र के साथ बचकर निकल गई।
- घटना की बाबत तिलकामांझी थाने में शिकायत दर्ज कराई। उक्त घटना बाद सोमवार को पीड़ित महिला सिपाही अपने तैनाती वाले थाने नहीं पहुंची थी।
पीड़िता की तैनाती वाले थाने का निजी चालक रह चुका है सचिन
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़ित महिला सिपाही की तैनाती वाले थाने में उसका मित्र सचिन निजी चालक रह चुका है। बताया जा रहा है कि पूर्व में दोनों के नजदीकी की जानकारी पर थाने के निजी चालक के रूप में उससे काम लेना बंद कर दिया गया था। लेकिन दोनों की दोस्ती बरकरार रही।
बताया जा रहा है कि पुलिस केंद्र में तैनात सूर्यदेव पासवान को गैर विभागीय से महिला सिपाही की दोस्ती पर आपत्ति जताते हुए उसे समझाने की कोशिश की गई थी। लेकिन तनातनी बढ़ते हुए मारपीट में तब्दील हो गई।
मारपीट के दौरान सूर्यदेव के सिर में भी चोट आई है। जबकि महिला सिपाही और उसके मित्र सचिन को भी मारपीट लगी है। अब जांच में मारपीट, छेड़छाड़ और जान से मारने की धमकी दिये जाने की घटना का सच सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
डेढ़ साल तक एक महिला दारोगा ने झेला दारोगा का दिया दंश, नहीं मिला न्याय
जिला मुख्यालय में तैनात रही एक महिला दारोगा ने अपने थाने के ही पुरुष दारोगा पर लैंगिक अपराध करने का आरोप लगा वरीय पुलिस पदाधिकारी से शिकायत की थी। उक्त शिकायत पर डीएम-एसएसपी ने संयुक्त जांच टीम गठित करा जांच कराई थी।
पीड़ित महिला दारोगा ने शिकायत दर्ज करा कई विभागीय पदाधिकारियों का कोप भाजन बन गई थी। उसे रोज घुंट-घुंट कर रहना पड़ा। हालांकि विभाग में उसके साथ होने वाले अन्याय से आक्रोश भी काफी था लेकिन कार्रवाई के भय से सब चुप्पी लगा बैठे थे।
उक्त महिला दारोगा की माने तो उसके साथ न्याय नहीं हुआ। वह अपील में जब जाने की सोची तो तत्कालीन अपीलीय प्राधिकार ने उसे इतना कड़ा संवाद कर प्रताड़ित किया कि वह वहां से वह आंसू बहाते लौट गई।
उक्त पीड़ित महिला दारोगा ने बताया कि अभी भी उसे ईश्वर के न्याय पर यकीन है। उसे इस बात का मलाल जरूर है कि आरोपित के पक्ष में अपरोक्ष रूप से तब सक्षम पदाधिकारी खड़े थे।
कई विभागीय पदाधिकारियों ने तो उसके चरित्र को ही कठघरे में लाने का कुत्सित प्रयास किया। क्या-क्या न अफवाह फैलाई गई, लेकिन वह सब सहती रही।
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