Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Chhath Puja: नहाय-खाय 25 को, 26 को खरना, 27-28 को अर्घ्य, जानें Chhath Puja Kab Hai, छठ पूजा की सही तिथि

    By Mithilesh Kumar Edited By: Alok Shahi
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 10:41 PM (IST)

    Chhath Puja 2025, Chhath 2025: कार्तिक छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 को नहाय-खाय के साथ शुरू हो रहा है। छठ व्रतियों द्वारा खरना पूजन, कार्तिक शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को किया जाना है। इस दिन खरना का प्रसाद ग्रहण करने का विधान है। कार्तिक छठ पूजा 2025 के अनुष्ठानों में छठ घाटों पर सोमवार, 27 अक्टूबर, 2025 को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा। मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025को प्रात: बेला में उदीयमान आदित्य देव को प्रात:कालीन अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। 

    Hero Image

    Chhath Puja 2025, Chhath 2025: कार्तिक छठ पूजा का चार दिवसीय अनुष्ठान शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 को नहाय-खाय के साथ शुरू हो रहा है।

    संवाद सूत्र, बिहपुर। Chhath Puja 2025, Chhath 2025 इस साल सूर्य षष्ठी 2025 यथा छठ पूजा 2025 का चार दिवसीय अनुष्ठान नहाय-खाय के साथ 25 अक्टूबर से आरंभ हो रहा है। इससे पहले शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2025 को नवगछिया अनुमंडल समेत भागलपुर के विभिन्न गंगा घाटों, बिहपुर के गंगा घाटों पर पुण्य स्नान के लिए छठ व्रतियों की भारी भीड़ उमड़ेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इधर अखिल भारतीय पुरोहित महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिहपुर प्रखंड के सोनवर्षा निवासी पंडित संजय झा ने बताया कि 25 अक्टूबर, दिन शनिवार को को नहाय-खाय सह कद्दू भात से छठ महापर्व 2025 का चार दिवसीय अनुष्ठान शुरू हो जाएगा। खरना पूजन 26 अक्टूबर, दिन रविवार को होगा। 26 अक्टूबर को शाम में छठ पर्व 2025 का खरना पूजन होगा। इसके पश्चात छठ व्रतियों द्वारा खीर व रसिया खाने के बाद कार्तिक छठ 2025 के समापन/पारण होने तक करीब 36 घंटे तक का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा।

    खरना पूजन, कार्तिक शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होता है। कार्तिक छठ पूजा 2025 के अनुष्ठानों में छठ घाटों पर 27 अक्टूबर, सोमवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पण किया जाएगा। 28 अक्टूबर 2025, मंगलवार को प्रात: बेला में उदीयमान आदित्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाएगा। जिसके बाद इस छठ पर्व 2025 का पारण/समापन हो जाएगा।

    छठ 2025 के चार दिवसीय अनुष्ठान से पहले ही छठ व्रतियों द्वारा महापर्व छठ व्रत का प्रसाद बनाने के लिए गेहूं व अरवा चावल को अच्छे से धोकर व साफ कर घर की आंगन व छतों पर धूप में बैठकर सुखाया जा रहा है। छठ महापर्व 2025 में नियम, निष्ठा, विधि विधान के साथ साथ स्वच्छता व साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

    यह भी पढ़ें : Chhath 2025 Date, Chhath Puja Kab Hai: कब है छठ? नोट करें नहाय-खाय, खरना, अर्घ्य की सही तिथि Chhath Puja 2025 पर विशेष संयोग

    अन्नकूट 2025 पर ठाकुरजी को लगा 56 भोग, गुरुवार को भैया दूज, चित्रगुप्त पूजा

    भागलपुर के बिहपुर प्रखंड में बुधवार को कार्तिक मास की प्रतिपदा तिथि को अन्नकूट पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की गई। अन्नकूट पूजा के दौरान बिहपुर के रामजानकी ठाकुरबाडी में महंत नवलकिशोर दास द्वारा ठाकुरजी को परंपरानुसार 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया। वहीं ठाकुरजी को लगे 56 भोग व पूजा पश्चात प्रसाद ग्रहण करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु ठाकुरबाड़ी पहुंचे। बुधवार को ही गोवर्धन पूजा Govardhan Puja 2025 पर लोगों ने गाय समेत अपने मवेशियों की पूजा कर उन्हेंं हरी घास/चारा भी खिलाया।

    भैया दूज 2025 व चित्रगुप्त पूजा 2025 आज Bhaiya Duj 2025, Chitragupt Puja 2025

    इधर अखिल भारतीय पुरोहित महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बिहपुर प्रखंड के सोनवर्षा निवासी पंडित संजय झा ने बताया कि भैया दूज व चित्रगुप्त पूजा गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।

    यह भी पढ़ें : Chhath 2025 Date, Chhath Puja Kab Hai: छठ पूजा कब है? नहाय-खाय, खरना, अर्घ्य की सही तिथि, Chhath Puja 2025 की पूजा विधि

    भागलपुर के डीएम ने चंपा नदी छठ घाट का किया निरीक्षण

    भागलपुर के डीएम नवल कुमार चौधरी ने बुधवार को नाथनगर में चंपा नदी छठ घाट का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी के साथ अनुमंडल अधिकारी सदर विकास कुमार, सिटी डीएसपी अजय कुमार चौधरी, प्रखंड विकास पदाधिकारी शालिनी कुमारी और नाथनगर इंस्पेक्टर राजीव रंजन सिंह मौजूद रहे।

    सार्वजनिक पूजा समारोह समिति के अध्यक्ष पप्पू यादव, संरक्षक भावेश यादव ,महासचिव देवाशीष बनर्जी सहित अन्य सदस्यों ने छठ घाट के सौंदर्यकरण और सीढ़ी घाट बनाने की मांग की। जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि छठ पर्व 2025 के लिए घाट की व्यवस्था को दुरुस्त रखा जाए। लाइट की व्यवस्था समुचित हो साथ ही बैरेकेडिंग को मजबूत किया जाए। नगर निगम द्वारा जरूरत के अनुसार ब्लीचिंग एवं पालकी की समुचित व्यवस्था रहे।