Chhath 2025 Date, Chhath Puja Kab Hai: कब है छठ? नोट करें नहाय-खाय, खरना, अर्घ्य की सही तिथि Chhath Puja 2025 पर विशेष संयोग
Chhath 2025, Chhath Puja Kab Hai: कार्तिक मास पावन त्योहारों से भरा है। कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की समाप्ति के उपरांत शुक्ल पक्ष आज से सायंकाल से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही घर-घर में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा 2025 की तैयारी शुरू हो गई है। हिंदू पंचांगों में तिथियों की गणना में ऊपर-नीचे होने के चलते पर्व मनाने में भी भ्रम या विभ्रांति की स्थिति बन जाती है। यहां जानें कब है छठ पूजा? हम बता रहे कार्तिक छठ 2025 के नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और प्रात: अर्घ्य की सही तिथि और पूजन मुहूर्त के बारे में। Chhath Puja Date 2025 पर इस बार विशेष संयोग बन रहा है।

Chhath 2025, Chhath Puja Kab Hai: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा 2025 शनिवार 25 अक्टूबर काे नहाय-खाय के साथ शुरू हो रहा है। 27 को संध्या अर्घ्य और 28 अक्टूबर को प्रात: अर्घ्य दिया जाएगा।
संवाद सहयोगी, भागलपुर। Chhath Puja Kab Hai, Chhath 2025, Chhath Puja 2025 सनातन धर्म के लिए कार्तिक मास पावन त्योहारों से भरा होता है। 21 अक्टूबर को कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की समाप्ति के उपरांत शुक्ल पक्ष आज यानी मंगलवार को सायंकाल से शुरू हो रहा है। इसके साथ ही घर-घर में लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा 2025 की तैयारी शुरू हो गई है। हिंदू पंचांगों में तिथियों की गणना में ऊपर-नीचे होने के चलते छठ Chhath 2025 मनाने में भी भ्रम या विभ्रांति की स्थिति बन जाती है।
यहां जानें कब है छठ पूजा? Chhath Puja 2025 Kab Hai, दैनिक जागरण की ओर से हम बता रहे कार्तिक छठ 2025 के नहाय-खाय, खरना, संध्या अर्घ्य और प्रात:कालीन अर्घ्य की सही तिथि, समय और पूजन मुहूर्त के बारे में। Chhath Puja Date 2025 पर इस बार विशेष संयोग बन रहा है। वैदिक पंचांग अनुसार कार्तिक 2025 शुक्ल पक्ष 21 अक्टूबर, 2025 को अमावस्या तिथि के बाद शुरू हो रहा है। कार्तिक मास 2025, 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा तक रहेगा। Chhath Puja 2025 Date
कार्तिक मास 2025 शुक्ल पक्ष की शुरुआत, अमावस्या के बाद 21 अक्टूबर, 2025 से होगी। इसका समापन 5 नवंबर, 2025 को कार्तिक पूर्णिमा के साथ होगा। नवंबर माह की महत्वपूर्ण तिथियाें और त्योहार की बात करें तो शनिवार, 1 नवंबर 2025 को देवउठनी एकादशी पड़ती है। वहीं कार्तिक पूर्णिमा बुधवार, 5 नवंबर, 2025 को है।
वर्ष 2025 का कार्तिक मास धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि और कुबेर जी के पूजन के साथ आगे बढ़ते हुए दिवाली 2025 तक आ पहुंचा है। इस क्रम में जनमानस ने धन की देवी मां लक्ष्मी की आराधना की। अगले तीन दिनों में Chhath 2025 Date सूर्योपासना का महापर्व छठ सौभाग्य और साधना का अनुपम संगम लेकर आ रहा है। पूरे पखवाड़े में धनतेरस और दीपोत्सव से घर-बाहर का माहौल सात्विक बना हुआ है। अब छठ पर्व तक हमारे घरों में रोज पूजन के नए-नए दीप जलेंगे।
ग्रह-नक्षत्र भी Chhath Puja 2025 Date छठ पूजा 2025 पर विशेष संयोग बना रहे हैं। ऐसी मान्यता है कि शुभ मुहूर्त में भगवान भाष्कर सूर्य को अर्घ्य देने और छठी मइया की उपासना करने से हर कार्य फलदाई होते हैं। जीवन के सारे कष्ट दूर होते हैं। घर-संसार खुशियों से भर जाता है। बूढ़ानाथ मंदिर के पुजारी पंडित भुपेश मिश्रा ने बताया कि छठ व्रत 2025 के खास दिनों और शुभ मुहूर्त पर सूर्य उपासना का बड़ा फल मिलता है। दीन-दुखी सबका कल्याण होता है।
चार दिनों के अनुष्ठान छठ व्रत 2025 में स्वच्छता, शुद्धता और पावनता की बड़ी महिमा होती है। इस दौरान गली-गली में छठी मइया और भुवन भाष्कर के छठ गीत त्योहारी छटा को ओजमय बनाते हैं। मनोकामना सिद्धि के लिए छठ पूजा 2025 किए जाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। पुरोहित जी ने बताया कि छठ 2025 की शुरुआत शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 को नहाय-खाय के साथ होगा।
छठ व्रती रविवार, 26 अक्टूबर 2025 को विधि-विधान से लोहंडा, खरना करेंगे। इस दिन प्रसाद ग्रहण कर छठी मइया का गीत गाकर छठ व्रती दो दिनों का निर्जला उपवास आरंभ करेंगे। इसके बाद सोमवार, 27 अक्टूबर 2025 को भगवान सूर्य को संध्याकालीन अर्घ्य दिया जाएगा। डूबते सूर्य को शाम का अर्ध्य शाम 5:10 बजे से शाम 5:58 बजे तक देना बेहद शुभ होगा। छठ व्रती मंगलवार, 28 अक्टूबर 2025 को उदीयमान सूर्य को प्रातःकालीन अर्घ्य अपर्ण करेंगे। सुबह के अर्घ्य के लिए प्रात: 5:33 बजे से सुबह 6:30 बजे तक शुभ मुहूर्त बताया गया है।
छठ पूजा 2025 : सूर्योपासना का महापर्व, छठ कब है? Chhath 2025 Date, Chhath Puja 2025 Date
- 25 अक्टूबर (शनिवार) : नहाय-खाय
- 26 अक्टूबर (रविवार) : लोहंडा, खरना
- 27 अक्टूबर (सोमवार) : सूर्य को संध्याकालीन अर्घ्य (शाम 5:10 बजे से शाम 5:58 बजे तक)
- 28 अक्टूबर (मंगलवार): सूर्य को प्रातःकालीन अर्घ्य (प्रात: 5:33 बजे से सुबह 6:30 बजे तक)
28 अक्टूबर (मंगलवार) को भगवान भाष्कर सूर्य को प्रातःकालीन अर्घ्य अपर्ण करने (प्रात: 5:33 बजे से 6:30 बजे तक) के साथ ही छठ पूजा 2025 का समापन होगा। छठ 2025 के व्रती पारण कर अनुष्ठान समाप्त करेंगी। वहीं अक्टूबर-नवंबर 2025 के प्रमुख त्योहारों में 30 अक्टूबर (गुरुवार) को अक्षय नवमी मनाया जाएगा। इस दिन आंवला वृक्ष पूजन करने का विधान है। 1 नवंबर, 2025 (शनिवार) को देवोत्थान एकादशी और 2 नवंबर (रविवार) को तुलसी विवाह का पर्व मनाया जाएगा। 5 नवंबर, 2025 (बुधवार) को गंगा स्नान के साथ कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा।
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