Bhagalpur, Bihar News : बिहार के इस जिले में अजब-गजब कारनामा... लाइनमैन के बेटे का नामांकन रोका तो काट दी स्कूल की बिजली
Bhagalpur Bihar News यह मामला मुंगेर नगर निगम क्षेत्र के माडल उच्च विद्यालय का है। जहां बिजली विभाग के लाइनमैन ने अपने बेटे का विद्यालय में नामांकन नहीं होने पर स्कूल की बिजली ही काट दी। स्कूल में मोटर नहीं चलने के कारण विद्यालय को पानी तक नहीं मिल रहा।

संवाद सहयोगी, मुंगेर। Bhagalpur, Bihar News विद्युत विभाग के लाइनमैन के बेटे का नामांकन नहीं लेना माडल उच्च विद्यालय प्रबंधन को भारी पड़ गया। विद्युत विभाग ने विद्यालय के बिजली का कनेक्शन ही काट दिया। ऐसे में बिजली कट जाने से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। उन्हें कक्षा में उमस भरी गर्मी के बीच पढ़ाई करना पड़ रहा है। यहां तक कि बिजली के बिना मोटर नहीं चलने से विद्यार्थियों को विद्यालय में पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। शिक्षिकाओं को शौचालय का उपयोग करने में परेशानी हो रही है। हालांकि प्रधानाचार्य ने यह भी माना कि विद्यालय के उपर विद्युत विभाग का लगभग दो लाख रुपये का बिल बकाया है।
बच्चे का नहीं हुआ नामांकन तो काट दी बिजली
प्रभारी प्रधानाचार्य संजय कुमार ने बताया एक माह पहले बिजली विभाग का लाइनमैन अपने बच्चे का नामांकन कराने विद्यालय पहुंचे थे। सीट रिक्त नहीं होने के कारण उनका नामांकन नहीं हो सका। इसी से आक्रोशित होकर लाइनमैन ने विद्यालय का बिजली कनेक्शन कटवा दिया।
माडल प्लस-टू उच्च विद्यालय पर 2018 से बिल बकाया चल रहा है। भुगतान के लिए लाइनमैन के माध्यम से कई बार सूचना व पत्र दिया गया। बावजूद इसके बकाया भुगतान नहीं किया गया। लाइनमैन के बच्चे के नामांकन की बात गलत है। हमने प्रधानाचार्य से यह भी कहा कि डीईओ से कहकर एक पत्र जारी करवा दें वह भी नहीं हुआ। अंत में विभाग ने बिजली काट दी। -पंकज कुमार, कार्यपालक अभियंता
छात्रों ने बताई परेशानी, गर्मी से परेशान
छात्र शिवम कुमार ने बताया कि विद्यालय में छात्रों के लिए व्यवस्था के नाम पर कुछ भी उपलब्ध नहीं है। इसके कारण गर्मी व उमस के बीच विद्यालय कक्षा में पढ़ने को मजबूर हैं। ईशान कुमार ने कहा कि विद्यालय की बिजली कट जाने से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। गर्मी में पढ़ने का भी मन नहीं करता है। कापी से हवा झलने के बाद थोड़ी राहत मिलती है।
प्रिंस कुमार ने कहा कि गर्मी के कारण पूरे समय कक्षा में पसीने से तर होकर बैठना पड़ रहा है। न प्रधानाचार्य काे रहम आ रहा है और न ही बिजली विभाग को ही। पीने का पानी तक उपलब्ध नहीं है। आयुष कुमार ने बताया कि
पानी नहीं रहने के कारण विद्यालय से बाहर जाकर पानी पीना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग से मेरी अपील है कि विद्यार्थियों के हितों का खयाल रखा जाए।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।