Bihar: अप्राकृतिक यौनाचार के घिनौने कांड में बुरे फंसे ये पुलिस वाले... 3 दारोगा ने दोस्त को घर में घुसकर दी धमकी; जांच में चौंकाने वाले खुलासे
Bihar Police News अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में कई पुलिसवाले फंसते दिख रहे हैं। दो थानेदारों के मेल से पीड़ित पर दबाव बनाने के लिए झूठा केस दर्ज कराने का पर्दाफाश हो गया है। 16 जुलाई की रात नवगछिया टाउन थाना परिसर में भोजन बनाने वाले युवक के साथ घिनौना कांड हुआ है। आरोपित बमबम दास को बचाने के लिए टाउन थानाध्यक्ष और एससी-एसटी थानाध्यक्ष ने पूरा खेल खेला।

कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। Bhagalpur News नवगछिया पुलिस जिले के दो थानों में तैनात थानाध्यक्ष ने अप्राकृतिक यौनाचार पीड़ित पर दबाव बनाने के लिए एससी-एसटी थाने में पीड़ित पर ही झूठा केस दर्ज करवा दिया। नवगछिया टाउन थानाध्यक्ष रवि शंकर सिंह को 16 जुलाई 2025 की रात थाना परिसर में भोजन बनाने वाले युवक से हुए अप्राकृतिक यौनाचार की शिकायत पर केस दर्ज करना था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, उल्टे पीड़ित को गलत जानकारी दे उसे वापस लौटा दिया।
यही नहीं अपने थाने के प्राइवेट चालक बमबम दास के बचाव में दबाव बनाने के लिए पीड़ित और उसके एक साथी साजन पर एससी-एसटी थाने में मारपीट, गाली-गलौज, रंगदारी आदि का केस दर्ज करा दिया। एससी-एसटी थानाध्यक्ष महेश लाल राम ने भी बिना जांच किए पीड़ित समेत अन्य पर तुरंत केस दर्ज कर लिया। मामले में डीएसपी मुख्यालय मनोज सुमन ने नवगछिया टाउन थानाध्यक्ष और एससी-एसटी थानाध्यक्ष को बुलाकर कई अहम बिंदुओं पर पूछताछ की। उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में दोनों थानाध्यक्षों की गलत भूमिका को उजागर कर दिया है।
क्या है जांच रिपोर्ट में
डीएसपी ने जांच रिपोर्ट में कहा कि नवगछिया थानाध्यक्ष ने यह जानते हुए कि चालक बमबम दास पर पीड़ित युवक ने गंभीर आरोप लगाया है, केस दर्ज करने के बजाय उस पर दबाव बनाने के लिए एससी-एसटी थानाध्यक्ष से मिलकर पीड़ित पर ही झूठा केस दर्ज करा दिया। महेश लाल राम ने भी बिना तथ्य की जांच किए केस दर्ज करते हुए अपनी भूमिका को संदेह के दायरे में ला दिया।
हालांकि आइजी ने केस पर फिलहाल किसी तरह की कार्रवाई पर रोक लगा दी है। लेकिन गुरुवार को पुलिस ने पीड़ित के साथ उसके नामजद सहयोगी सागर की गिरफ्तारी को छापेमारी की। पीड़ित युवक पर केस में मेल-माफ कराने के लिए साजन पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
क्योंकि जिस रसोइए के साथ टाउन थाना, नवगछिया के प्राइवेट चालक बमबम दास पर अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप लगा, उसकी शिकायती तेवर बाद भयभीत चालक और उसे संरक्षण देने वाले पुलिस पदाधिकारियों के मेल में दबाव बनाने को एससी-एसटी थाने में केस दर्ज करा दिया गया। हालांकि जांच के बाद झूठा केस दर्ज करने वाले पुलिस पदाधिकारियों के चेहरे बेनकाब होने की संभावना है।
इन पर गिर सकती है गाज
नवगछिया के मुख्यालय डीएसपी मनोज सुमन की जांच रिपोर्ट का रेंज आइजी विवेक कुमार अवलोकन करेंगे। रेंज आइजी ने कहा है कि मामले में केस दर्ज कर अहम तथ्यों को उजागर करने का निर्देश दे चुके हैं। जैसे ही फैक्ट सामने आएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
अप्राकृतिक यौनाचार पीड़ित की मेडिकल जांच
अप्राकृतिक यौनाचार पीड़ित युवक की गुरुवार को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में मेडिकल जांच की गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ. अविलेश कुमार ने सहायक प्राध्यापक डॉ. विभूति कुमार की अध्यक्षता में एक मेडिकल टीम गठित कर रखी थी। मेडिकल टीम ने पीड़ित की मेडिकल जांच की। पीड़ित को नवगछिया थाने में तैनात प्रशिक्षु अवर निरीक्षक मुहम्मद अजहर के नेतृत्व में कड़ी सुरक्षा में अस्पताल लाया गया था।
केस के अनुसंधानकर्ता ने अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी, नवगछिया को पीड़ित की अप्राकृतिक यौनाचार से जुड़े तीन बिंदुओं पर जांच प्रतिवेदन देने का अनुरोध किया था। उस आधार पर नवगछिया से पीड़ित को मेडिकल जांच के लिए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल भेजा था। जिसकी रिपोर्ट आनी जल्द आने की संभावना है।
पीड़ित के सहयोगी को पुलिस अधिकारियों ने की धमकी
नवगछिया के टाउन थाना परिसर में एक रसोइए के सहयोगी को अप्राकृतिक यौनाचार मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा धमकी दी गई है। गुरुवार को, पीड़ित के सहयोगी साजन कुमार को अवर निरीक्षक स्तर के तीन पुलिस पदाधिकारी उसके घर जाकर मिले। उन्होंने साजन पर दबाव डाला कि वह पीड़ित को उनके साथ मेल कराने में मदद करे।
साजन ने बताया कि पुलिस अधिकारियों ने उसे धमकी दी कि यदि उसने शिकायत की, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्हें यह भी कहा गया कि उसे नशीला पदार्थ देकर फंसाया जाएगा। भयभीत साजन कुमार ने नवगछिया एसपी को लिखित शिकायत दी है, जिसमें उसने धमकी देने वाले तीनों पुलिस अधिकारियों के नामों का उल्लेख किया है। यह मामला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाता है।
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