Bihar: पूर्णिया में लोजपा के प्रदेश नेता का अपहरण, 10 लाख की मांगी फिरौती, अपराधी बदलते रहे ठिकाना
Bihar Crime बिहार के लोजपा के बड़े नेता का पूर्णिया में अपहरण हो गया। जिनका अपहरण हुआ है वे लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल उरांव हैं। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। Bihar crime: बिहार के पूर्णिया में लोजपा के प्रदेश नेता का अपहरण कर लिया गया है। अपहरण के बाद अपराधियों ने उनके स्वजनों को फोन कर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। इस घटना के बाद लोजपा नेता के स्वजन काफी दहशत में आ गए हैं। स्वजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। पुलिस मोबाइल नंबर के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। इस बीच जानकारी मिली है कि अपराधी लगातार अपना ठिकाना बदल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, पूर्णिया कोर्ट स्टेशन निवासी लोजपा नेता अनिल उरांव का अपहर्ताओं ने अपहरण कर लिया। अपहर्ताओं ने उसके स्वजनों को फोन कर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी। बताया जा रहा है कि गुरुवार दोपहर से वह अनिल उरांव गायब था। अनिल उरांव लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने वर्ष 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव भी लड़ा था। कटिहार के मनिहारी विधानसभा से वे लोजपा के प्रत्याशी थे। लेकिन वे चुनाव हार गए थे। 2015 में भी वे यहीं से विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन उस समय भी वे नहीं जीते। वे पूर्णिया जिले के बेला रिकाबगंज पंचायत का मुखिया रह चुके हैं।

बताया जा रहा है कि गुरुवार दोपहर करीब एक बजे अनिल अपने भतीजे के साथ घर से निकला था। उसका भतीजा उन्हें घर से कुछ दूर उसके कहने पर पहुंचा दिया था। उसके बाद से अनिल उरांव लापता हैं। कल देर शाम जब लौटकर वे घर नहीं पहुंचे तो उनकी खोजबीन शुरू की गई। गुरुवार देर रात करीब 11 बजे अपहृत नेता के मोबाइल से घर वाले के मोबाइल पर फोन आया। लेकिन फोन पर अनिल नहीं थे, बल्कि किसी दूसरे की आवाज थी। अपहर्ताओं ने अनिल के स्वजनों ने 10 लाख रुपये की मांग की। अपहर्ताओं ने धमकी दी कि अगर रुपये नहीं दी गई तो अनिल की हत्या कर दी जाएगी। इसके बाद स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्वजनों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह में फिर से फोन आया। पुलिस टीम मोबाइल नंबर के आधार पर जांच में जुट गई है। पुलिस के वरीय अधिकारियों इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं। लगातार निर्देश दे रहे हैं। फोन कर अलग-अलग जगह बुलाते रहे और अपहृत का कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर खाना खाकर किसी काम से हाफ पैंट पहनकर ही वे घर से निकले थे। उनका भतीजा उसके कहने पर कोर्ट स्टेशन सर्किट हाउस वाली रोड तक बाइक से पहुंचाया था। उसके बाद से वे लापता हैं। रात तक घर नहीं लौटने पर स्वजनों ने खोजबीन शुरू की। उनके मोबाइल पर फोन लगाया गया तो मोबाइल बंद आ रहा था। रात करीब 11 बजे अपहृत नेता के मोबाइल से उसके मुंशी अशोक पासवान के मोबाइल पर फोन आया। धमकी देते हुए अपहर्ताओं ने अनिल के स्वजनों ने 10 लाख रुपये तैयार रखने को कहा। कहा पुलिस और मीडिया को बताने पर अनिल को हत्या कर दी जाएगी। फिर शुक्रवार सुबह दोबारा फोन आया और कहा गया रुपया तैयार रखो, बताए स्थान पर लेकर आना है। स्वजन की लिखित शिकायत पर पुलिस विभाग के वरीय अधिकारी के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। एसपी दया शंकर ने बताया कि अपहरणकर्ताओं तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम काम कर रही है। अब तक पता नहीं चला है कि अपहृत नेता और अपहर्ता कहां हैं।

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