Bihar Flood: विपत्ति जब आती है, बाढ़ पीड़ितों को ही दहलाती है... चर्च मैदान में इंट्री पर लगाई रोक, उफनाई गंगा के डर से आंखों में कटी रात
Bihar Flood भागलपुर में चौतरफा बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। निचले इलाकों से दियारा तक हर जगह बाढ़ का पानी फैल गया है। ऐसे में बाढ़ पीड़ित ऊंचे ठिकानों पर शरण लेने पहुंच रहे हैं। इस बीच टीएमबीयू के बाद सीटीएस प्रशासन ने भी चर्च मैदान में बाढ़ पीड़ितों की इंट्री पर रोक लगा दी है। जबकि विपत्ति में वर्षों से खुले चर्च मैदान में बाढ़पीड़ित रहते हैं।

संवाद सहयोगी, नाथनगर (भागलपुर)। Bihar Flood टीएमबीयू के बाद सीटीएस प्रशासन ने चर्च मैदान में बाढ़ पीड़ितों की इंट्री पर रोक लगा दी है। बाढ़ पीड़ितों ने उसके खिलाफ कड़ी नाराजगी व विरोध जताया है। उनका कहना है प्राकृतिक आपदा के दौरान वे विगत कई वर्षों से नाथनगर चर्च मैदान में शरण लेते आए हैं और इस बार भी कोई चारा नहीं नहीं देख यहीं रुकने की मंशा है।
सभी लोग गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित आसपास के दियारा क्षेत्र के लोग हैं। वे अपने परिवार के सदस्यों व मवेशियों को लेकर मंगलवार को यहां शरण लेने पहुंचे हैं। इनमें निकटवर्ती बैरिया पंचायत के बाढ़ पीड़ितों की अधिकता है। लेकिन इस बार सीटीएस प्रशासन ने मैदान में उनकी इंट्री पर रोक लगा दी है। उनका कहना है कि मैदान में प्रतिदिन प्रशिक्षु सिपाहियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उनका यह भी कहना है कि मैदान में उन्हें शरण देने के लिए अंचल या जिला प्रशासन की ओर से उन्हें कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ।
अंचल व जिला प्रशासन से लगाएंगे गुहार
इधर पंचायत के सरपंच आशुतोष कुमार आशीष ने बताया कि बाढ़ प्रभावित बैरिया पंचायत के लोग लंबे समय से नाथनगर के चर्च मैदान और विवि के टिल्हा कोठी में शरण लेते आए हैं। उनका कहना है कि इस बार भी वे सभी लोग वहीं रहेंगे। इसके लिए वे सफलता मिलने तक अंचल से जिला प्रशासन के पदाधिकारियों से गुहार लगाते रहेंगे।
हालांकि फिलहाल दोनों जगहों के प्रशासन द्वारा उनके प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन के अड़ियल रूख अख्तियार करने पर उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के संग आंदोलन की राह पर उतरने की भी बात कही है। मंगलवार को वह समस्या समाधान के लिए नाथनगर अंचलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय गए थे, लेकिन वे किसी काम से क्षेत्र में निकले हुए थे।
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