Bihar Assembly Elections 2020 : विकास के मुद्दे पर आंदोलन करेंगी रानी चौबे, लड़ेंगी चुनाव
भागलपुर से इस बार रानी चौबे के भी चुनाव लड़ने की संभावना है। हालांकि इस विषय पर उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा कि एक पार्टी से बात-चीत हो रही है।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर में समाजसेविका और Justice of Bhagalpur की संयोजक रानी चौबे विकास के मुद्दे को लेकर आंदोलन करेंगी। उन्होंने इस बार विधानसभा चुनाव लड़ने का भी मन बना लिया है। इसके लिए लगातार वे भागलपुर में कैंप कर रही हैं। कोरोना काल में भी वे लगातार यहां से संपर्क बनाए हुए हैं। उन्होंने अपनी टीम के सदस्यों के साथ वर्चुअल संवाद किया। उन्होंने कहा कि शहर में विकास की धारा बहे इसके लिए किसी हद तक जाकर लड़ाई लड़नी पड़े। उसके लिए सभी को तैयार रहना होगा। वे 25 साल बनाम विकास के मुद्दे पर भागलपुर विधानसभा से चुनाव लड़ेगी। हालांकि अभी उन्होंने पत्ते नहीं खोले किस दल के चुनावी मैदान में आएंगी। उन्होंने बस संगठन के सदस्यों को बताया कि एक राजनीतिक दल से बात चल रही है। इसके साथ ही कहा कि हमें अपने संगठन से अन्य युवाओं को जोड़ना चाहिए ताकि सभी युवा मिलकर एक साथ शहर के विकास को गति दे सके।
उन्होंने कहा हाल ही में लंबे समय से प्रस्तावित जैन मंदिर के निकट नाला बनाने के लिए राशि का सरकार से आवंटन कराई। जिसका मेयर के द्वारा उद्घाटन किया गया। नाला निर्माण होने के बाद वहां सड़क पर जलजमाव की समस्या से निजात मिलेगी। जिससे जैन मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को जलजमाव जैसी परेशानी झेलनी नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि हम अपने संगठन के जरिए यहां को नेताओं से शहर के विकास का हिसाब मांगेंगे। करीब 25 साल से दो लाख की आबादी सालभर गंदे पानी के जलजमाव के बीच रह रहे थे। इसी तरह शहर की लंबित योजानओं की तरफ लोगों का ध्यान आकृष्ट कराना है, ताकि लोगों को समझ आएं कहां विकास रूका है। एक घंटे की बरसात के बाद शहर की अधिकांश सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बन जाती है। क्योंकि नगर निगम का ड्रेनेज सिस्टम फेल है। इसलिए संगठन के साथियो को इस मुद्दे को उठाने के लिए तैयार रहना होगा।
उन्होंने संगठन के सदस्यों से शहर के विभिन्न वार्डों की समस्या को सुना। उन्होंने कहा सभी सदस्य समस्याओं के बारे में पूरी जानकारी जुटा लें। फिर उस समस्या को दूर करने के लिए अधिकारियों से बात जाएगी। यदि अधिकारी नहीं सुनेंगे तो सड़कों पर धरना प्रदर्शन तक किया जाएगा।
यह शहर सांस्कृतिक और धार्मिक रहा। इसके पुराने गौरव को फिर वापस लाना है। पुराना गौरव तभी लौटेगा जब शहर में विकास की गंगा बहेगी। युवाओं की बेरोजगारी दूर होगी। युवाओें की बेरोजगारी दूर करने लिए कुछ निजी कंपनी को इस शहर में लाने का प्रयास जारी है। सवांद में दीपक, मुकेश, राकेश, दिलीप, पुनीत, शमशेर, मिनहाज सहित कई सदस्य मौजूद थे।