Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार: 10 साल बाद आज इस स्‍टेशन पर बजेगी ट्रेन की सीटी, लोग सुबह से कर रहे शुभ घड़ी का इंतजार

    By Abhishek KumarEdited By:
    Updated: Fri, 01 Apr 2022 12:51 PM (IST)

    बिहार के इस स्‍टेशन पर एक दशक बाद आज ट्रेन की सीटी बजेगी। लोगा सुबह से ही इस शुभ घड़ी की इंतजार कर रहे हैं। साल 2012 से ही सहरसा फारबिसगंज रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन बंद है।

    Hero Image
    बिहार के इस स्‍टेशन पर एक दशक बाद आज ट्रेन की सीटी बजेगी।

    संवाद सूत्र, प्रतापगंज (सुपौल)। सहरसा फारबिसगंज रेलखंड के राघोपुर से ललितग्राम के बीच प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर रेल का परिचालन 10 बर्षों बाद 01 अप्रैल यानी आज से प्रारंभ हो जाएगा। प्रतापगंज सहित आसपास के लोगों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार था। इस रूट पर ट्रेन का परिचालन बंद हो जाने के बाद लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। ट्रेन का परिचालन फ‍िर से शुरू कराने के लिए स्‍थानीय लोग लंबे समय से मांग कर रहे थे, लेकिन अब उनकी मांग पूरी होती दिख रही है। ट्रेन का परिचालन शुरू हो जाने से इस इलाके के विकास कार्यों में भी तेजी आने की उम्‍मीद है। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    12.23 में ट्रेन पहुंचेगी और 12.24 में ललितग्राम स्टेशन के लिए हो जाएगी रवाना, 20 फरवरी 2012 को अमान परिवर्तन कार्य के लिए बंद हो गया था परिचालन

    गत वर्ष 25 नवंबर को ही सीआरएस निरीक्षण भी हो गया था। बावजूद सीआरएस के इतने समय बाद भी रेल के परिचालन नहीं होने से लोगों में निराशा पनपने लगी थी। रेलवे सूत्र के अनुसार 01 अप्रैल को सरायगढ़ से प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर दोपहर 12.23 में ट्रेन नंबर 05508 पहुंचेगी और 12.24 में ललितग्राम स्टेशन के लिए रवाना होगी। पुन: वही ट्रेन 05507 बनकर प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर 1.43 पर पहुंचकर 1.44 में सरायगढ़ के लिए रवाना हो जाएगी।

    अभी एक जोड़ी ट्रेन का शुरू होगा परिचालन 

    फिलहाल एक जोड़ी ट्रेन का परिचालन किया गया है। रेल के परिचालन होने की सूचना से लोगों में खुशी व्याप्त है। यहां बता दें कि वर्ष 2012 में 20 फरवरी से ही इस रेल खंड के अमान परिवर्तन के पहले फेज में फारबिसगंज से प्रतापगंज तक रेल परिचालन को बंद कर दिया गया था लेकिन अब रेल के परिचालन की खबर से लोग काफी खुश हैं। उम्मीद है कि जल्द ही लंबी दूरी के लिए रेल परिचालन का विस्तार भी धीरे-धीरे होता जाएगा।