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    भीमराव आंबेडकर को साक्षी मान मामी की बहन से शादी, दुल्हन बोली- पति को कोई परेशान न करे

    By Jagran NewsEdited By: Rajat Mourya
    Updated: Wed, 16 Apr 2025 02:11 PM (IST)

    नवगछिया में एक प्रेमी जोड़े ने अनोखे ढंग से विवाह किया। उन्होंने डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर और उनकी तस्वीर को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। दोनों के परिवार वालों ने पहले शादी से इनकार किया लेकिन बाद में रजामंदी दे दी। प्रेमी जोड़ा अब साथ रहने के लिए तैयार है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

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    भीमराव आंबेडकर को साक्षी मान मामी की बहन से शादी, दुल्हन बोली- पति को कोई परेशान न करे

    संवाद सहयोगी, नवगछिया। प्यार जब परवान चढ़ता है तो न जात-पात देखता है, न समाज की बंदिशें मानता है। एक ऐसा ही कुछ हुआ नवगछिया में, जहां एक प्रेमी जोड़े ने अनोखे ढंग से विवाह किया है। यहां संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की फोटो पर प्रेमी-प्रेमिका ने माल्यार्पण कर एवं उनकी तस्वीर को साक्षी मानकर सात फेरे की रस्म पूरी की है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।

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    जानकारी के मुताबिक, सुपौल के रहने वाले एक युवक ने नवगछिया के नारायणपुर में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को साक्षी मानकर अपनी मामी की सगी बहन से शादी कर ली।

    नवविवाहित दंपत्ति की शादी से पहले उनके बीच चार साल से अफेयर चल रहा था। दोनों ने साथ रहने और शादी का फैसला किया, तो इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। जब दोनों के परिजनों ने शादी की मंजूरी नहीं दी तो दोनों ने 9 अप्रैल को घर से भागने का फैसला लिया।

    लड़की के परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट

    10 अप्रैल को प्रेमी सुपौल से सीधा नवगछिया पहुंचा और मुस्कान को साथ लेकर अपने घर सुपौल आ गया। उधर, लड़की के परिवार वालों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। परिजनों ने अपने स्तर से भी खोजबीन शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिली। आखिरकार सोमवार को उन्हें बेटी की शादी की जानकारी मिली।

    लड़के की पहचान सुपौल जिले के देवनारायण कुमार के पुत्र सुनील कुमार, जबकि लड़की की पहचान भवानीपुर की मधुरापुर गांव की रहने वाली मुस्कान कुमारी के रूप में हुई है।

    शादी के बाद परिजनों ने दी रजामंदी

    मुस्कान और सुनील की शादी के बाद उनके परिवार वालों ने इसकी मंजूरी दे दी। सोमवार की शाम भवानीपुर मार्केट स्थित मां काली मंदिर में डॉ. भीमराव आंबेडकर की तस्वीर के समक्ष दोनों ने सात फेरे लिए और जीवन भर एक-दूजे का साथ निभाने की कसमें खाईं।

    शादी के बाद मुस्कान ने कहा, "मैंने अपनी मर्जी से शादी की है। अब किसी भी हाल में सुनील को कोई परेशानी नहीं होने दूंगी।" वहीं, सुनील ने कहा कि हम दोनों सच्चे दिल से एक-दूसरे से प्रेम करते हैं। अब हम हमेशा के लिए एक हो गए हैं।

    मामी के घर आया था प्रेमी, एक नजर में हुआ था प्यार

    सुपौल के रहने वाले प्रेमी अपने मामी के घर नारायणपुर आया था। इसी दौरान मुस्कान से उसकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच प्यार गहराता गया और दोनों ने शादी का फैसला कर लिया, लेकिन परिवार वालों की मंजूरी नहीं मिलने के कारण घर से भाग कर शादी का फैसला लिया।

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