Bhagalpur News: बार बार राष्ट्रगान के ट्रायल पर भड़के राजद प्रवक्ता और सीनेट सदस्य TMBU मृत्युंजय तिवारी, बोले- ये क्या मजाक...
तिलकामांझी विश्वविद्यालय में खेलो इंडिया के द्वारा निर्मित स्टेडियम का गुरुवार को राज्यपाल ने उद्घाटन किया। कार्यक्रम के पहले गानों का ट्रायल किया जा रहा था। ट्रायल के दौरान बार-बार राष्ट्रगान का ट्रायल करने पर राजद के प्रवक्ता सह तिलकामांझी विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य मृत्युंजय तिवारी भड़क गए। उन्होंने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ये क्या मजाक है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी विश्वविद्यालय में खेलो इंडिया द्वारा निर्मित बहुउद्देशीय प्रशाल स्टेडियम का गुरुवार को कुलाधिपति बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उद्घाटन किया। इससे पहले राज्यपाल ने स्वास्थ्य केंद्र में योगा तथा फिजियोथेरेपी सेंटर के नए भवन का शिलान्यास भी किया। इस कार्यक्रम में डीएम, SSP, SDM, City डीएसपी, लॉ एंड ऑर्डर डीएसपी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं कार्यक्रम के पहले बार-बार राष्ट्रगान के ट्रायल पर राजद प्रवक्ता भड़क गए।
राष्ट्रगान के दौरान मंच पर कुलाधिपति राजेंद्र ,विश्वनाथ आर्लेंकर,कुलपति प्रो.जवाहर लाल,कुलसचिव डॉ.विकास चंद्रा मौजूद रहे
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत करते कुलाधिपति और कुलपति
बार-बार राष्ट्रगान के ट्रायल पर भड़के राजद प्रवक्ता
बहुउद्देशीय प्रशाल स्टेडियम के उद्घाटन से पहले मंच के पास कार्यक्रम को लेकर विभिन्न गानों का ट्रायल चल रहा था, जिसमें दो बार बिना किसी सूचना के राष्टगान का ट्रायल कर दिया गया। इस पर राजद के प्रवक्ता सह तिलकामांझी विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य मृत्युंजय तिवारी भड़क उठे। उन्होंने अपने जगह पर खड़े होते कहा कि ये क्या मजाक है। बार बार राष्ट्रगान को बिना सूचना के बजाया जा रहा है। वहीं इस दौरान सीनेट सदस्य मृत्युंजय सिंह गंगा भी अपने स्थान से उठकर इसपर नाराजगी जाहिर की।
विद्यालयों में मनाया जाएगा जनजातीय गौरव दिवस
बलिदानी बिरसा मुंडा के 150 के जन्म दिवस के अवसर पर 15 से 25 नवंबर तक विद्यालयों में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक योगेंद्र सिंह ने सर्व शिक्षा अभियान को पत्र भेज इसकी जानकारी दी है। बीआरसी लेखापाल धीरज कुमार ने बताया कि जनजातीय गौरव दिवस पर जनजातीय गौरव पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं को जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के प्रति जागरूक करना है।
इस अवसर पर विद्यालयों में चित्रकला, पेंटिंग, भाषण, निबंध लेखन आदि प्रतियोगिताएं आयोजित होगी। उन्होंने बताया कि उनकी सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर को महता को बनाए रखने के लिए जनजातीय गौरव पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। 15 से 25 नवंबर तक विद्यालय स्तर पर विभिन्न गतिविधियों व कार्यक्रमों के तहत विशेष चेतना सत्र का आयोजन कर स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के साथ ही अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी एवं उनके योगदान को प्रमुखता से चर्चा की जाएगी।
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