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    Bihar Flood: भागलपुर-कहलगांव के बीच NH-80 पर बड़े वाहनों की नो एंट्री, जलस्तर बढ़ने से डायवर्जन पर पानी

    Updated: Mon, 11 Aug 2025 01:41 PM (IST)

    भागलपुर और कहलगांव के बीच एनएच-80 पर बड़े वाहनों के चलने पर रोक लगा दी गई है जबकि छोटे वाहन चल रहे हैं। जलस्तर बढ़ने से शंकरपुर और इंग्लिश फरका के डायवर्जन पर पानी बह रहा है। पुल निर्माण पूरा होने में तीन महीने और लगेंगे। भारी वाहनों से डायवर्जन को नुकसान पहुंच सकता है इसलिए रोक लगाई गई है। अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।

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    भागलपुर-कहलगांव के बीच एनएच 80 पर बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। भागलपुर और कहलगांव के बीच एनएच-80 पर बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, छोटे वाहनों का परिचालन जारी है। जलस्तर में वृद्धि के बाद शंकरपुर और इंग्लिश फरका के पास डायवर्जन पर भी पानी बहने लगा। ऐसे में वाहनों के संचालन से डायवर्जन क्षतिग्रस्त हो सकता है।

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    एनएच के सहायक अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि इंग्लिश फरका के पास पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। पुल का निर्माण पूरा होने में तीन माह और लगेगा। पुल निर्माण पूरा होने तक आवागमन के लिए इंग्लिश और शंकरपुर के पास डायवर्जन बनाया गया है। बाढ़ का पानी बहने से शंकरपुर के पास डायवर्जन को मामूली नुकसान पहुंचा था। जिसे रविवार को ही ठीक करा दिया गया है। अब कोई समस्या नहीं है।

    सहायक अभियंता ने बताया कि भारी वाहनों के परिचालन से डायवर्जन को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए बाढ़ का पानी हटने तक शनिवार से बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है, लेकिन कार, दोपहिया, टोटो, ऑटो पर कोई रोक नहीं है। छोटे वाहनों का परिचालन जारी है।

    लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए उन्होंने बताया कि आगे परिस्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। बड़े वाहनों का परिचालन सन्हौला होकर कराई जा रही है। इधर, बाढ़ का पानी बहने की वजह से अकबरनगर-नाथनगर के बीच एनएच-80 पर वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है।

    बाढ़ प्रभावित पंचायतों में सामुदायिक किचन से भोजन, शंकरपुर में महेश यादव ने किया निरीक्षण

    सबौर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए राहत कार्य तेज हो गया है। हर वार्ड में सामुदायिक किचेन के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कोई भी परिवार भूखा न रहे। वहीं, ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी से सूखा राशन, प्लास्टिक शीट और मवेशियों के लिए चारे की तत्काल आपूर्ति की मांग की है, जिससे बाढ़ के बीच उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी हो सकें।

    राहत कार्यों की निगरानी और स्थिति का जायजा लेने के लिए नाथनगर विधानसभा प्रभारी अरविन्द कुमार, अजय राय, शिपू, मनोज मंडल, गुरुदेव, ललन कुशवाहा, महेश यादव सहित कई जनप्रतिनिधि और समाजसेवी प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे।

    इस दौरान महेश यादव ने शंकरपुर पंचायत में संचालित सामुदायिक किचन का निरीक्षण किया और भोजन की गुणवत्ता एवं वितरण व्यवस्था की जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से राहत कार्य और तेजी से संचालित करने की अपील की।

    ग्रामीणों ने बताया कि भोजन की व्यवस्था सराहनीय है, लेकिन सूखा राशन और मवेशियों के लिए चारा भी उतना ही जरूरी है। प्रशासन का कहना है कि राहत सामग्री की आपूर्ति शीघ्र की जाएगी और कोई भी जरूरतमंद सहायता से वंचित नहीं रहेगा।