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    भागलपुर युवा JDU में अध्यक्ष पद को लेकर घमासान, 2 धड़ों की खुली लड़ाई; नीतीश तक पहुंचा मामला

    Updated: Fri, 25 Jul 2025 10:09 PM (IST)

    भागलपुर युवा जदयू में अध्यक्ष पद को लेकर विवाद गहरा गया है। जिलाध्यक्ष संजय साह ने दीपक चौहान का नाम प्रस्तावित किया है वहीं दूसरे गुट ने संदीप कुमार को आगे बढ़ाया है। जिला प्रभारी की बैठक से विवाद और बढ़ गया क्योंकि इसकी सूचना जिलाध्यक्ष को नहीं थी। अब देखना यह है कि प्रदेश नेतृत्व किसका नाम तय करता है।

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    भागलपुर युवा जदयू में अध्यक्ष पद को लेकर घमासान, दो धड़ों की खुली लड़ाई

    जागरण संवाददाता, भागलपुर। युवा जदयू की भागलपुर महानगर इकाई में अध्यक्ष पद को लेकर जबरदस्त खींचतान मची हुई है। संगठन के भीतर दो धड़े खुलकर आमने-सामने आ गए हैं। एक ओर हैं महानगर जिलाध्यक्ष संजय साह, जो पार्टी निर्देश पर दीपक चौहान का नाम भेज चुके हैं।

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    दूसरी ओर हैं जिला जदयू अध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह का गुट, जो संदीप कुमार को सामने लाकर समीकरण बदलने की कोशिश में हैं।

    पार्टी मुख्यालय से मिले निर्देश के अनुसार संजय साह ने दीपक चौहान का नाम बतौर महानगर युवा जदयू जिलाध्यक्ष के लिए भेजा और उन्हें प्रदेश युवा अध्यक्ष से मुलाकात भी करा दी। इसी बीच, बिना पूर्व जानकारी के युवा जदयू के जिला प्रभारी रितेश सिंह कुशवाहा ने एक दिवसीय समीक्षात्मक बैठक नामक कार्यक्रम का आयोजन शहर के एक होटल में शुक्रवार को कर दिया।

    कार्यक्रम की भनक जब संजय साह को लगी, तो वे भड़क उठे। उन्होंने कहा, महानगर की जमीन पर कार्यक्रम हो और मुझे खबर भी न हो? यह संगठनात्मक अनुशासन का उल्लंघन है। नाम तो हम पहले ही भेज चुके हैं। प्रदेश युवा की तरफ से आयोजन के लिए कोई निर्देश भी नहीं आया था। फिर यह सारा आयोजन किसलिए?

    इसके बाद मामला और गरमा गया जब जिला अध्यक्ष विपिन सिंह खुद कार्यक्रम में मुख्य भूमिका में दिखे और महादलित आयोग के पूर्व अध्यक्ष संजय राम को मुख्य अतिथि बनाकर आयोजन को सभा में बदल दिया। मंच संचालन से लेकर संयोजन तक की कमान युवा नेता संदीप कुमार ने संभाली।

    कार्यक्रम में शहर के दर्जनों वार्डों से युवा कार्यकर्ता जुटाए गए थे। मंच से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की युवाओं को लेकर योजनाओं, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, कौशल विकास, बालक बालिका प्रोत्साहन की सराहना की गई, लेकिन असल में पूरा आयोजन शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा गया।

    राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह कार्यक्रम संदीप कुमार को युवा अध्यक्ष के तौर पर प्रोजेक्ट करने की रणनीति का हिस्सा था। उधर, संजय साह खेमा इसे सीधी चुनौती मान रहा है। अब गेंद प्रदेश नेतृत्व के पाले में है। क्या वह पहले से भेजे गए नाम को मान्यता देगा, या जिला गुट के दबाव में नई घोषणा होगी? एक बात तो साफ है।

    महानगर युवा जदयू की राजनीति में सस्पेंस और संघर्ष दोनों गहराता जा रहा है। इधर, संजय साह ने बताया कि इस आयोजन की शिकायत उन्होंने युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष नीतीश पटेल को फोन से की है। पटेल ने दिल्ली में होने का हवाला देते हुए कहा कि आने के बाद पूरे मामले की जांच करेंगे।