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    बिहार की इस सरकारी यूनिवर्सिटी में 1000 डिग्री बनकर तैयार, हो रहा कुलपति के हस्ताक्षर का इंतजार

    Updated: Wed, 10 Sep 2025 02:45 PM (IST)

    भागलपुर के टीएमबीयू में एक हजार डिग्रियां तैयार हैं परंतु कुलपति के हस्ताक्षर न होने से छात्रों को नहीं मिल पा रही हैं। छात्र डिग्री के लिए विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं। छात्र नेताओं ने जल्द समाधान की मांग की है अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है। परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि 500 से अधिक डिग्रियां तैयार हैं और कुलपति के हस्ताक्षर के बाद वितरित की जाएंगी।

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    एक हजार डिग्री बनकर तैयार, कुलपति के हस्ताक्षर का इंतजार

    संवाद सहयोगी, नाथनगर (भागलपुर)। टीएमबीयू में एक हजार डिग्री बनकर तैयार है। इसके बावजूद छात्रों को डिग्री नहीं मिल पा रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि डिग्रियों पर कुलपति का हस्ताक्षर नहीं हो सका है। ऐसे में छात्र डिग्री के लिए विश्वविद्यालय का चक्कर काटने को विवश हैं।

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    मंगलवार को भी बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं विवि पहुंचे थे। परीक्षा विभाग के प्रवेश द्वार के बाहर डिग्री मिलने के इंतजार में घंटों खड़े रहे। डिग्री पर कुलपति का हस्ताक्षर नहीं होने से विद्यार्थियों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।

    अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता कुणाल पांडे, आशुतोष तोमर सहित आदि ने कहा कि छात्र दरबार सहित सामान्य स्तर पर एक हजार से अधिक डिग्री के लिए आवेदन आया है। कुलपति का हस्ताक्षर नहीं होने के कारण छात्र-छात्राओं को समय पर डिग्री नहीं मिल पा रही है।

    हाल ही में एसटीईटी, एसएससी परीक्षा सहित अन्य प्रतियोगिता परीक्षा होना है। छात्र नेताओं ने कहा कि परीक्षा विभाग स्पेशल मैसेंजर को मधेुपरा विवि में भेज कर प्रभारी कुलपति का डिग्री पर हस्ताक्षर कराएं, या फिर कुलपति का डिजिटल साइन का मुहर बनाएं, ताकि छात्र-छात्राओं को परेशानी नहीं हो।

    छात्र नेताओं ने कहा कि विद्यार्थियों की समस्या जल्द निष्पादन नहीं किया जाता है, तो छात्रहित को लेकर परिषद आंदोलन करेगा।

    इधर, परीक्षा नियंत्रक डॉ. कृष्ण कुमार का कहना है कि करीब एक हजार डिग्री के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है। इसमें पांच सौ से अधिक डिग्री बनकर तैयार है। कुलपति का हस्ताक्षर होना है। इसके बाद आवेदकों को डिग्री उपलब्ध करा दी जाएगी।

    उन्होंने बताया कि छात्र दरबार के तहत 600 से आवेदन डिग्री के लिए प्राप्त हुआ है। इसके अलावा ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड में भी दो सौ से अधिक आवेदन प्राप्त हुआ है। आवेदन के आधार पर डिग्री बनाने का काम किया जा रहा है।