Updated: Sun, 29 Jun 2025 11:48 PM (IST)
भागलपुर में लोहिया पुल से अलीगंज और अगरपुर से कोतवाली तक फोरलेन सड़क बनाने की योजना को मंजूरी मिल गई है। पथ निर्माण विभाग द्वारा डीपीआर बनाने का काम शुरू हो गया है। इस परियोजना पर लगभग 77 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सड़क के बीच में डिवाइडर और दोनों ओर सुरक्षा रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे जिससे यातायात सुरक्षित होगा।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। लोहिया पुल से अलीगंज और अगरपुर से कोतवाली तक बनने वाली फोरलेन सड़क को मंजूरी मिल गई है। दोनों सड़कों की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
मंजूरी के आस में दोनों परियोजनाएं करीब तीन साल से अटकी हुई थी। प्रस्ताव को पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) के मुख्यालय से मंजूरी मिलने के बाद इसके निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
आरसीडी भागलपुर के कार्यपालक अभियंता का दावा है कि एक माह के अंदर दोनों परियोजनाओं की डीपीआर तैयार कर मुख्यालय को भेज दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि अगरपुर-कोतवाली और बाइपास लिंक रोड के लिए डीपीआर एक कंसल्टेंट एजेंसी से बनवाई जा रही है। इसके निर्माण पर 77 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
जबकि लोहिया पुल से अलीगंज रोड तक चार किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क की डीपीआर विभागीय अभियंता तैयार कर रहे हैं। इस फोरलेन के निर्माण पर 56.71 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
निर्माण से पहले ये काम होंगे
अतिक्रमण के अलावा बिजली तार व पोल हटाए जाएंगे। लोहिया पुल से अलीगंज बाईपास के बीच कई स्थानों पर सड़क की चौड़ाई महज साढ़े तीन मीटर है। इन हिस्सों को फोरलेन जितना चौड़ा करने के लिए अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी।
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सड़क के दोनों ओर पथ निर्माण विभाग (आरसीडी) की पर्याप्त भूमि है। अभी उस पर अस्थायी और स्थायी अतिक्रमण कर लिया गया है। इसे हटाने के लिए प्रशासन से सहयोग लिया जाएगा। साथ ही सड़क के किनारे स्थित बिजली के पोल भी बाधक बन सकते हैं।
हाल ही में बिजली विभाग ने कुछ पोल शिफ्ट किया है। लेकिन, आरसीडी से समन्वय नहीं होने के कारण कई पोल अब भी सड़क के सटीक किनारे मौजूद हैं। जो निर्माण कार्य में अड़चन बन सकते हैं।
हालांकि, तार व पोल शिफ्टिंग संबंधित विद्युत विभाग की ओर आरसीडी को सर्वे रिपोर्ट सौंप दी गई है। तार-पोल शिफ्टिंग के लिए 10 करोड़ रुपये सुपरविजन चार्ज का प्रस्ताव दिया है।
एक मीटर चौड़ा बनेगा डिवाइडर
सड़क को फोरलेन में विकसित करने की योजना के तहत सड़क के बीच में एक मीटर चौड़ा डिवाइडर बनेगा। इससे वाहनों की आवाजाही अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित हो सकेगी। वाहनों के दवाब की तुलना में सड़क की चौड़ाई कम है।
टू लेन सड़क में डिवाइडर नहीं बनाया जा सकता है। डिवाइडर नहीं होने से दोनों ओर से आने-जाने वाले वाहनों में टकराव की आशंका बनी रहती है। डिवाइडर के साथ सड़क के दोनों ओर सुरक्षा रिफ्लेक्टर और साइड रेलिंग भी लगाने की योजना है।
विभाग के अनुसार डीपीआर में इस डिवाइडर का स्पष्ट प्रावधान किया जा रहा है और इसकी डिजाइन भी तय की जा रही है। लोहिया पुल-अलीगंज सड़क भागलपुर-हंसडीहा फोरलेन से जुड़ेगा।
फिलहाल बाईपास से कोतवाली तक ही फोरलेन होगी सड़क
दूसरी ओर भागलपुर- अगरपुर-कोतवाली व बाईपास लिंक रोड को फिलहाल बाईपास से कोतवाली तक फोरलेन जितनी चौड़ाई में विकसित किया जाएगा। लेकिन बाईपास से शीतला स्थान चौक की ओर का हिस्सा अभी जस का तस रहेगा।
विभाग का मानना है कि इस हिस्से में बौंसी रेल ब्रिज संख्या-2 के पास सड़क सह ऊपरी पुल (आरओबी) का निर्माण होना है। जब तक आरओबी और उसके अप्रोच रोड का स्वरूप तय नहीं हो जाता, तब तक इस हिस्से में चौड़ीकरण संभव नहीं है। आरओबी बनने के बाद शेष बची सड़क को भी फोरलेन जितना चौड़ा किया जाएगा।
लोहिया पुल से अलीगंज और भागलपुर के अगरपुर-कोतवाली व बाईपास लिंक रोड को फोरलेन सड़क बनाने की मंजूरी मिल गई है। एक माह में डीपीआर तैयार कर मुख्यालय भेज दिया जाएगा। - अरविंद कुमार गुप्ता, कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण विभाग कार्य प्रमंडल, भागलपुर।
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