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    किससे मिल रहा राम मंदिर उड़ाने की धमकी देने वाला मकसूद? सामने आए 2 मोबाइल नंबर; जैश-ए-मोहम्मद से लिंक

    Updated: Thu, 15 May 2025 03:18 PM (IST)

    अयोध्या में राम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में मकसूद अंसारी के मुलाकातियों पर पुलिस की नज़र है। भागलपुर पुलिस यूपी एसटीएफ और जेल प्रशासन उसकी गतिविधियों की जांच कर रही है। दो संदिग्ध मोबाइल नंबरों की पहचान मकसूद के भाई और मां के रूप में हुई है जिसकी रिपोर्ट अयोध्या पुलिस को भेजी जा रही है।

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    राम मंदिर उड़ाने की धमकी देने वाले मकसूद के मुलाकाती राडार पर (एक्स)

    कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी देने मामले में अयोध्या जेल में बंद मकसूद अंसारी के मुलाकातियों के दो नंबर यूपी पुलिस के राडार पर है। 13 सितंबर 2024 को भागलपुर के बरारी थानाक्षेत्र के बड़ी खंजरपुर मस्जिद गली स्थित घर से उसकी गिरफ्तारी बाद से वह वहां की जेल में बंद है।

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    यूपी पुलिस, एसटीएफ और जेल सुरक्षा निगरानी टीम आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपितों से जुड़ी गतिविधियों पर पैनी नजर रख रही है। इसी कड़ी में अयोध्या धाम की पुलिस ने भागलपुर के एसएसपी से दो मोबाइल नंबरों की सत्यापन जांच का अनुरोध किया है।

    एसएसपी हृदय कांत ने दाेनों मोबाइल नंबरों को बरारी थानाध्यक्ष को सत्यापन जांच के लिए दे दिया है। प्रारंभिक जांच में दोनों मोबाइल नंबरों के धारकों की पहचान मकसूद अंसारी के भाई महबूब अंसारी और मां बानो के रूप में हुई है।  जिसकी रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के अयोध्या धाम के पुलिस पदाधिकारी को आगे की कार्रवाई के लिए भेजी जानी है।

    13 सितंबर 2024 को इंस्पेक्टर रजनीश कुमार पांडेय के नेतृत्व में अयोध्या से पहुंची पुलिस टीम ने बरारी थानाक्षेत्र के बड़ी खंजरपुर स्थित मस्जिद गली स्थित घर से मकसूद को गिरफ्तार किया गया था। तब पुलिस टीम उसके पास से चार मोबाइल भी बरामद किया था।

    जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन से जुड़े रहे थे आमिर के तार

    बड़ी खंजरपुर बरारी निवासी मकसूद का जैश-ए-मोहम्मद नामक आतंकी संगठन से तार जुड़े रहे थे। वह जैश से जुड़े आमिर के संपर्क में था उससे जुड़े देश विरोधी पोस्ट भी शेयर किया करता था।

    साइबर ठगी में भी उसकी संलिप्तता सामने आई थी। संगठन के नाम पर भी लाखों रुपये इकट्ठा करने और नए लड़कों की संगठन में भर्ती को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारी मिली थी।

    मकसूद की गिरफ्तारी के लिए तब अयोध्या धाम की पुलिस के अलावा, यूपी एसटीएफ भी अयोध्या की पुलिस टीम को तब सहयोग के लिए पहुंची थी।

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