भागलपुर महोत्सव 2019 : दिन थिरका बच्चों संग, रात हुई तो धड़की कविता Bhagalpur News
भागलपुर महोत्सव के दूसरे दिन जहां बच्चों ने नृत्य-संगीत और फैशन का जलवा दिखाया। वहीं देर शाम कवि सम्मेलन में ख्यातिप्राप्त कवि व गीतकार शामिल हुए।
भागलपुर, जेएनएन। भागलपुर महोत्सव का पूरा दिन बच्चों संग थिरकता रहा और रात होते ही कविता धड़क उठी। यह महोत्सव का दूसरा दिन था, जहां शाम ढलने तक बच्चों ने नृत्य-संगीत और फैशन का रंग जमाया। कवि गोष्ठी में रात कविता के नाम रही।
शब्द को संवार दे, अर्थ को निखार दे...
देर शाम कविताओं की महफिल सजी। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन सह मुशायरा में देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रख्यात कवियों ने सबके दिलों पर अपनी कविता की छाप छोड़ी। दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। हास्य-व्यंग्य, शृंगार और वीर रस की कविताओं ने कभी गुदगुदाया, कभी हंसाया तो वतन पर मर मिटने की सौगंध भी दिलाई। नैनीताल की गौरी मिश्रा, सतना (मप्र) के अशोक सुंदरानी, जयपुर के अशोक चारण, कासिमगंज के अजय अटल, बरेली की सुल्तान जहां एवं इलाहाबाद से पधारे अखिलेश द्विवेदी ने श्रोताओं को अपने शब्दों संग काव्य की विभिन्न विधाओं की सैर कराई।
तिरंगा! हर जहरीला घूंट, कसम से हंसकर के पी जाऊंगा, मेरी मौत को मिले तिरंगा मरकर भी जी जाऊंगा..., अशोक चारण की इन पंक्तियों पर मानों श्रोताओं की भुजाएं फड़क उठी हों।
अशोक सुंदरानी ने जब जूते को प्रतीक बनाकर व्यंग्य वाण छोड़े तो यह सेवा का भी भाव दे गया, आक्रोश का भी और उस मोड़ पर करुणा से भर उठा, जब मर्यादा पुरुषोत्तम राम की जगह इसी ने खड़ाऊं के रूप में चौदह साल तक शासन चलाया।
अजय अटल की पंक्तियां थीं, भावना विहीन हो गया, आदमी मशीन हो गया..। सुल्तान जहां ने श्रोताओं को खूब गुदगुदाया- दिलो जान तुम्हीं पर...। कवि गोष्ठी की शुरुआत गौरी मिश्रा ने इन पंक्तियों से की-शब्द को संवार दे अर्थ को निखार दे...पंक्तियों को प्यार दे आज मां सरस्वती! मंच संचालन कवि अशोक सुंदरानी कर रहे थे।
नागरिक विकास समिति के तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में शहर के लोग बड़ी संख्या में रात तक मौजूद रहे। जूनियर और सीनियर ग्रुप की लोक व फिल्मी गायन प्रतियोगिता और बच्चों के फैशन शो ने दर्शकों को खूब लुभाया। गायन प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका रांची से आए पंडित सतीश शर्मा और सहरसा की रंजना झा ने अदा की। इससे पूर्व बच्चों ने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में पर्यावरण संरक्षण, नमामि गंगे, महिला सुरक्षा आदि का संदेश दिया।
भागलपुर महोत्सव अंग की संस्कृति का बना रहा जीवंत
भागलपुर महोत्सव न सिर्फ अंग की संस्कृति को जीवंत बनाने का काम कर रहा है, बल्कि स्थानीय युवा व बाल कलाकारों को बड़ा मंच भी दे रहा है। मुख्य अतिथि राज्य के श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने नागरिक विकास समिति को बधाई देते हुए कहा कि संस्था का प्रयास एक सुसंस्कृत समाज निर्माण का प्रयास है। उन्होंने फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया। समिति के अध्यक्ष जियाउर्ररहमान, सलाहकार रमण कर्ण, परवेज अख्तर खान, सत्यनारायण प्रसाद, राजीवकांत मिश्रा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। इससे पूर्व बीएसएनएल के महाप्रबंधक महेश प्रसाद, इस्टर्न बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अशोक भिवानीवाला, दैनिक जागरण भागलपुर के संपादकीय प्रभारी अश्विनी ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
प्रतियोगिता का परिणाम
लोकगीत गायन (सीनियर ग्रुप)
शिवम कुमार मिश्रा-प्रथम, गोल्डी कुमारी-द्वितीय, अर्पिता शर्मा-तृतीय एवं अध्यक्षीय पुरस्कार रविंद्र कुमार चौधरी को।
लोकगीत गायन (जूनियर ग्रुप)
किंजल रंजन-प्रथम, शांति प्रिया-द्वितीय, भास्कर कुमार शांडिल्य-तृतीय एवं उत्सव कुमार को अध्यक्षीय पुरस्कार।
फिल्मी गीत गायन (जूनियर ग्रुप)
तन्मय झा-प्रथम, सौम्य सुमन-द्वितीय, उत्सव कुमार-तृतीय तथा अध्यक्षीय पुरस्कार अनुष्का रैना, अभिराज सिंह व कीर्ति शर्मा को
फिल्मी गीत (सीनियर ग्रुप)
अभिषेक कुमार-प्रथम, गौतम आनंद-द्वितीय, गोल्डी कुमारी-तृतीय और अध्यक्षीय पुरस्कार अनुनय मिश्रा को
फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता : काश्वी अग्रवाल-प्रथम, सिद्धि सिंह-द्वितीय, भाग्यश्री-तृतीय और अध्यक्षीय पुरस्कार सात्विक पायस को