Bihar Teacher News: भागलपुर के सरकारी शिक्षकों के लिए जरूरी खबर, एक गलती की वजह से सैलरी मिलने में हो सकती है देरी
डीपीओ ने बीईओ को पत्र भेजकर सभी शिक्षकों की संपत्ति का ब्यौरा मांगा था जो अब तक बीआरसी में जमा नहीं हो पाया है। इसकी वजह से शिक्षकों की जनवरी महीने की सैलरी आने में देरी हो सकती है। वहीं सीएफएमएस वर्जन दो अपडेट होने के कारण शिक्षकों की दिसंबर महीने की भी सैलरी नहीं आई है इसकी प्रक्रिया जारी है।
संवाद सूत्र, अजगैबीनाथ धाम (भागलपुर)। प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक-शिक्षिकाओं की संपत्ति का ब्यौरा अब तक बीआरसी में जमा नहीं होने से उनके वेतन भुगतान में विलंब हो सकता है। डीपीओ ने बीईओ को पत्र भेजकर सभी प्रधानाध्यापक चिन्हित मध्य विद्यालय से वर्ष 2024 की संपत्ति ब्यौरा की सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
डीपीओ द्वारा लिखे पत्र में वांछित सूचना 15 जनवरी तक मांगी गई थी, जो नहीं दी गई है। अब संपत्ति ब्यौरा जमा नहीं करने पर जनवरी माह का वेतन नहीं मिलेगा। सभी बीपीएससी और नियमित शिक्षक -शिक्षिकाओं की संपत्ति का ब्यौरा जमा किए जाने का निर्देश दिया गया है।
नियोजित शिक्षक कम हुए
इधर प्रखंड में नियोजित शिक्षकों की संख्या बहुत कम हो गई है। विशिष्ट शिक्षक बनने के बाद नियोजितों की संख्या मात्र 160 बची है, 423 विशिष्ट शिक्षक बने हैं।
दिसंबर के वेतन में भी देरी
- उधर बीआरसी, सीआरसी ग्रांट एवं ईको क्लब गतिविधियों हेतु राशि का व्यय गूगल शीट में प्रविष्टि का निर्देश दिया गया है। वहीं शिक्षक को दिसंबर माह का वेतन नही मिलने से परेशानी हो रही है।
- जानकारों के अनुसार बताया गया कि सीएफएमएस वर्जन दो अपडेट होने के कारण वेतन मिलने में शिक्षकों को विलंब हो रहा है, प्रक्रिया चल रही है।
जमुई : कर्मचारी महासंघ की पहल पर मिला शिक्षक को वेतन
बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट के पहल पर लंबे समय से बकाया वेतन भुगतान के लिए जूझ रहे एक शिक्षक को बड़ी राहत मिली है। जिला अध्यक्ष धर्म चंदन रजक के नेतृत्व में संघ ने अलीगंज प्रखंड के शिक्षक सोनू माझी की वेतन संबंधी समस्या का समाधान कर एक प्रशंसनीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।
संघ के जिला अध्यक्ष ने बताया कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय डेहरी के शिक्षक सोनू माझी का वेतन डेढ़ साल से बंद था। उनके आर्थिक संकट को ध्यान में रखते हुए संघ के प्रतिनिधिमंडल ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना पारस कुमार से मिलकर वेतन भुगतान का अनुरोध किया।
इस प्रक्रिया में कार्यालय के प्रधान लिपिक संदीप पासवान ने सराहनीय योगदान दिया, उनके अथक प्रयास और मानवीय दृष्टिकोण के कारण शिक्षक सोनू माझी का वेतन भुगतान संभव हो सका।
कार्यालय की व्यस्तता के बावजूद प्रधान लिपिक ने इस कार्य को प्राथमिकता दी, जो उनके कर्तव्यनिष्ठा और संवेदनशीलता को दर्शाता है।
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ ने प्रधान लिपिक संदीप पासवान द्वारा वेतन भुगतान प्रक्रिया में मदद के लिए हृदय से हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी।
शिक्षक सोनू मांझी ने संघ की प्रतिबद्धता और मानवीय संवेदनाओं को समझने की क्षमता पर आभार व्यक्त किया।
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