Araria Journalist Murder : पत्रकार हत्याकांड में नया खुलासा, वारदात से पहले दारोगा संग चाय पीते दिखा था आरोपी
Araria Journalist Murder बिहार के अररिया में हुए पत्रकार विमल कुमार के हत्याकांड में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। छठवां आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इधर इस मामले में एक नई बात सामने आई है। इस पूरे मामले में रानीगंज थानाध्यक्ष की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। इसे लेकर स्थानीय एसपी का कहना है कि जांच की जाएगी।
Dainik Jagran Journalist Murder, Araria : संजय सिंह, भागलपुर। बिहार में अररिया में हुए दैनिक जागरण के पत्रकार विमल कुमार हत्याकांड में रानीगंज के थानाध्यक्ष कौशल कुमार की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।
हत्या के मामले में भवेश नामक जिस आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है, उसे घटना से पूर्व थाने में चाय पीते देखा गया था।
ताजा जानकारी के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में नेपाल के एक होटल से पांचवें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, छठवां आरोपी अभी भी फरार है।
एसपी बोले- जांच करेंगे
एसपी ने बताया कि इस बात की सूचना उन्हें भी है। वे स्वयं इस मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस की कोशिश यह है कि साक्ष्य के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध स्पीडी ट्रायल चलवाकर उन्हें सजा दिलवाई जाए।
पुलिस को इस बात के सुबूत मिले हैं कि इस हत्या में जिन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है, उनकी भूमिका मामले में संदिग्ध है। इनके विरुद्ध साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
नेपाल पुलिस से किया संपर्क
नेपाल भागे एक आरोपित माधव यादव को पकड़ने के लिए नेपाल पुलिस से भी संपर्क स्थापित किया गया। पुलिस को दो-तीन महत्वपूर्ण सूचनाएं भी मिली हैं।
इन सूचनाओं के आधार पर जगह-जगह पर छापेमारी की जा रही है। एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पत्रकार विमल और उनके भाई कुमार शशिभूषण की विधवा को आंगनबाड़ी में नौकरी दिलाने के लिए जिलाधिकारी इनायत खान व वे खुद सक्रिय हैं।
जिलाधिकारी सोमवार को ही छुट्टी से वापस लौटी हैं। कल जिन दो संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस को मिले अहम सुराग
पूछताछ के क्रम में कई महत्वपूर्ण सुराग भी पुलिस को मिले हैं। पुलिस ने अररिया व सुपौल जेल में बंद रूपेश यादव व क्रांति यादव को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में दस्तावेज सौंपे गए हैं।
रिमांड का आदेश मिलते ही जेल में बंद इन दोनों आरोपितों से भी पुलिस पूछताछ करेगी। पहला प्रयास यह है कि हत्या की दोनों घटनाओं में तकनीकी साक्ष्य इतने ठोस हों कि आरोपित इन्हें झुठला ना सकें।
पुलिस का प्रयास यह है कि यदि भविष्य में गवाह मुकर भी जाएं तो इन्हीं साक्ष्यों के आधार पर आरोपितों को कानून सजा दे।
सोमवार को दो अन्य संदिग्धों को भी पुलिस ने पत्रकार विमल कुमार हत्याकांड में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। रविवार को भी दो संदिग्ध हिरासत में लिए गए थे।
इन चारों से पूछताछ की जा रही है। आस-पड़ोस के जिलों में कुछ आरोपितों के छिपे होने की सूचना है। इन्हें भी पकड़ने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स प्रयासरत है।
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