Bihar: मैडम का फीका रहेगा रक्षाबंधन और तीज... 14 हजार सरकारी शिक्षकों को नहीं मिलेगा वेतन; शिक्षा विभाग की मनमानी पर छलका दर्द
Bhagalpur News बिहार के भागलपुर में 14000 सरकारी शिक्षकों के वेतन पर तलवार लटकी है। बीईओ की लापरवाही से इनकी अनुपस्थिति विवरणी शिक्षा विभाग को नहीं भेजी गई। डीपीओ स्थापना के बार-बार निर्देश के बावजूद अनुपस्थिति विवरणी नहीं मिली। इसके लिए पांच अगस्त तक समय निर्धारित किया गया था। अब इन शिक्षकों का वेतन भुगतान अगले माह किया जाएगा

जागरण संवाददाता, भागलपुर। Bhagalpur News जिले के 14000 शिक्षकों को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की लापरवाही का नतीजा भुगतना पड़ सकता है। नगर निगम सहित 13 प्रखंडों के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शिक्षकों की अनुपस्थिति विवरणी पांच अगस्त तक जिला शिक्षा विभाग को नहीं उपलब्ध कराई गई है। जिसके कारण जिला शिक्षा विभाग ने स्पष्ट पत्र निकाला है कि निर्धारित तिथि के पश्चात अनुपस्थिति विवरणी प्राप्त होने की स्थिति में अगले माह में शिक्षकों का वेतन भुगतान किया जाएगा।
कहा गया है कि विभाग से किसी प्रकार के टिप्पणी की स्थिति में संपूर्ण जवाबदेही प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की होगी। दरअसल बिहार लोक सेवा आयोग के तीनों चरणों से चयनित शिक्षक एवं विशिष्ट शिक्षकों का अनुपस्थिति विवरण स्थापना कार्यालय में प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह के दूसरे कार्य दिवस में जमा करने का निर्देश दिया गया था।
डीपीओ स्थापना बबीता कुमारी द्वारा इसको लेकर बार-बार व्हाट्सएप और वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसकी सूचना दी गई, लेकिन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इसमें लापरवाही बरती गई है। जिसका खामियाजा अब शिक्षकों को भुगतना पड़ेगा। जिला शिक्षा विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार सिर्फ शाहकुंड, सन्हौला, अजगैवीनाथ धाम और नरायणपुर द्वारा ही तय समय के भीतर अनुपस्थित विवरणीय शिक्षकों की उपलब्ध कराई गई।
शिक्षकों की विवरणी उपलब्ध नहीं कराने वालों में नगर निगम, जगदीशपुर, नाथनगर, कहलगांव, पीरपैंती, सबौर, गोराडीह, रंगरा चौक, इस्माइलपुर, गोपालपुर, नवगछिया, बिहपुर और खरीक प्रखंड शामिल है।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के कार्यों की होगी समीक्षा
जिले में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों के कार्यों और उपलब्धियों की गहन समीक्षा होगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि वे अपने जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ मिलकर प्रखंड स्तर पर योजनाओं के अनुश्रवण और क्रियान्वयन की स्थिति की समीक्षा करें।
भागलपुर शिक्षा विभाग के पास पहले से सात नियमित बीईओ थे, जबकि विभागीय निर्देश के बाद नगर निगम सहित 10 प्रखंडों में प्रखंड स्तर के पर्यवेक्षक पदाधिकारियों को बीईओ का प्रभार सौंपा गया था। अब इन 17 प्रखंडों के बीईओ या प्रभारधारियों के कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह लापरवाही सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भारी पड़ सकती है। समीक्षा के क्रम में यदि किसी अधिकारी के कार्य में लापरवाही या लक्ष्य पूर्ति में विफलता पाई जाती है, तो विभागीय हित में उनके प्रभार में फेरबदल किया जाएगा।
शाहकुंड, सन्हौला, अजगैवीनाथ धाम, नारायणपुर को छोड़कर बाकी सभी प्रखंडों से समय पर उपस्थिति विवरणी नहीं भेजी गई, जिससे जुलाई माह का वेतन अटक गया है। शिक्षा विभाग दोषी पदाधिकारियों को बचा रहा है, जबकि अल्प वेतनभोगी शिक्षक बिना दोष सजा भुगत रहे हैं। रक्षाबंधन व तीज जैसे पर्व पर वेतन न मिलना पीड़ादायक है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो 15 अगस्त के बाद बीआरसी व स्थापना कार्यालय का घेराव होगा। – सुप्रिया सिंह, प्रदेश सचिव, बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।