Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: फर्जी क्लीनिकों पर स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई, छापामारी के बाद झोलाछाप डॉक्टरों के बीच हड़कंप

    बखरी में स्वास्थ्य विभाग की छापामारी से फर्जी क्लीनिक संचालकों में हड़कंप मच गया है। डीएम के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में अवैध तरीके से संचालित चार संस्थानों की जांच पड़ताल की गई। बखरी में दर्जनों क्लिनिक अल्ट्रासाउंड पैथोलेब एक्स-रे सेंटर संचालित हैं। इनमें दो ही वैध हैं। इस कार्रवाई से क्लिनिक संचलाक सतर्क भी हो गए हैं।

    By Umar Khan Edited By: Mukul Kumar Updated: Wed, 02 Apr 2025 06:48 PM (IST)
    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    संवादसूत्र, बखरी (बेगूसराय)। स्वास्थ्य विभाग तथा पदाधिकारियों की टीम द्वारा बखरी में फर्जी तरीके से संचालित विभिन्न क्लीनिकों एवं अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापामारी की गई।

    इससे फर्जीवाड़ा कर गरीब मरीजों को लूटने वाले इस तरह के संस्थान के संचालकों में हड़कंप देखा जा रहा है। डीएम के निर्देश पर की गई इस कार्रवाई में अवैध तरीके से संचालित चार संस्थानों की जांच पड़ताल की गई।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पीएचसी बखरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दीपक कुमार के नेतृत्व में की गई जांच में दो क्लिनिक बंद पाए गए। वहीं एक अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच पड़ताल चिकित्सा प्रभारी द्वारा की गई।

    चल रही क्लीनिकों की पड़ताल

    पीएचसी प्रभारी ने बताया कि बखरी में क्लिनिकों को चिह्नित कर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। जांच की जद में अवैध तरीके से संचालित क्लीनिकों के साथ अल्ट्रासाउंड सेंटर एवं पैथोलैब भी हैं।

    उन्होंने बताया कि ऐसे क्लिनिक और सेंटर जिन्होंने अभी तक अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है, वहां जांच अभियान चलाया जाएगा।

    बखरी में चार नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड सेंटर की जांच की गई है। इस दौरान यहां एक अस्पताल, एक नर्सिंग होम बंद मिला।

    जबकि एक नर्सिंग होम के साथ एक अल्ट्रासाउंड सेंटर चालू था। परंतु, वहां उसमें न तो मरीज थे और न ही कोई कर्मचारी पाए गए।

    अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं क्लिनिक

    इधर छापामारी अभियान के डर से फर्जी संचालकों में हड़कंप का माहौल देखा जा रहा है। पीएचसी प्रभारी ने बताया कि छापामारी अभियान आगे भी जारी रहेगा।

    बखरी में इस तरह के दर्जनाें क्लिनिक, अल्ट्रासाउंड, पैथोलेब, एक्सरे आदि संचालित हैं। इनमें महज दो संस्थान ही रजिस्टर्ड हैं, शेष बगैर रजिस्ट्रेशन के अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं।

    टीबी मुक्त बनाने की प्रक्रिया में जुटा स्वास्थ्य विभाग

    प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत बनाने की घोषणा के बाद जिले का स्वास्थ्य विभाग भी टीबी मुक्त कैमूर बनाने की दिशा में सकारात्मक पहल कर रहा है।

    जिले में वर्तमान समय में 1940 टीबी रोगियों का नियमित निशुल्क इलाज किया जा रहा है। औसतन छह से नौ माह तक नियमित दवा के सेवन से टीबी रोग से छुटकारा मिल सकता है।

    पूर्व में इलाजरत टीबी रोगियों को प्रति माह पांच सौ रुपये पोषण राशि खाते से देने की व्यवस्था में बदलाव कर केंद्र सरकार ने बीते वर्ष नवंबर माह से एक हजार प्रतिमाह कर दिया है।

    यह पोषण राशि खाते से मरीज का इलाज होने तक दी जाएगी। बीते जनवरी माह से अब तक जिले के 6350 लोगों की जांच कराई गई है। इस जांच में कुल 1084 रोगी पाए गए है।

    नवंबर माह से शुरू हुई एक हजार पोषण राशि देने की प्रक्रिया में अब तक 700 लोगों के खाते में नए दर से पोषण राशि डाली जा चुकी है। शेष प्रक्रिया में है।

    टीबी रोग की जांच व इलाज की व्यवस्था

    जिले में टीबी रोगियों की जांच की संख्या पूर्व से अधिक कर दी गई है। पूर्व के मैनुवल जांच की जगह प्राथमिक व सामुदायिक केंद्रों पर भी अब किट से जांच की जा रही है।

    अस्पताल में तो अत्याधुनिक ट्रूनेट मशीन लगी है। इसके चलते दो घंटे में ही रोगी की जांच का परिणाम सामने आ जा रहा है। इसके चलते रोगियों का तत्काल इलाज शुरू कर दिया जा रहा है।

    सदर व अनुमंडल अस्पताल सहित सभी पीएचसी व सीएचसी तथा रेफरल अस्पतालों में भी निशुल्क जांच व इलाज की व्यवस्था है।

    बीते वर्ष विभाग के द्वारा आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से टीबी रोगियों को खोजने व उनको इलाज के लिए संबंधित अस्पताल भेजने का अभियान चलाया गया था। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए थे।

    क्या कहते है अधिकारी

    जिले को टीबी रोग मुक्त बनाने की दिशा में ठोस पहल की जा रही है। लोगों के जांच की संख्या बढाई गई है। सदर अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य संसाधनों में टीबी रोगियों की निशुल्क जांच व इलाज की व्यवस्था है।-डॉ. आर.के.चौधरी, डीआइओ सह प्रभारी जिला यक्ष्मा पदाधिकारी

    यह भी पढ़ें-

    लालू यादव अचानक क्यों गए दिल्ली? बेटी मीसा के घर पर जुटेंगे राजद नेता-कार्यकर्ता

    घर पर आधी रात फाइल साइन कराने पहुंच गया कुलपति का गार्ड, भड़के पीपीयू के कुलसचिव पहुंच गए थाने