Begusarai News: बेगूसराय में तेज आंधी में गिरा 100 साल पुराना विशाल वट वृक्ष, सड़क पर लग गया जाम
Begusarai News बेगूसराय में मंझौल-गढ़पुरा पथ पर गुरुवार की शाम तेज आंधी के कारण एक विशाल वट वृक्ष गिर गया जिससे सड़क पर जाम लग गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर पेड़ उल्टी दिशा में गिरता तो कई घर और पशु इसकी चपेट में आ सकते थे। वन विभाग ने पेड़ को कटवा कर रोड सही कराने का प्रयास शुरू किया है। क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी बाधित है।

संवाद सूत्र, मंझौल (बेगूसराय)। Begusarai News: बेगूसराय में मंझौल-गढ़पुरा पथ में गुरुवार की शाम में आई तेज आंधी के कारण छांछ मोड़ पर विशाल वट वृक्ष गिरने से सड़क पर जाम लग गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, गुरुवार की रात्रि साढ़े आठ बजे आई तेज आंधी एवं वर्षा के कारण विशाल वट वृक्ष का पेड़ जो लगभग सौ वर्ष पुराना था, सड़क पर गिर गया।
गनीमत रही कि उक्त वक्त कोई गाड़ी रास्ते में नहीं थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर पेड़ उल्टी दिशा में गिरता तो कई घर एवं पशु इसकी चपेट में आ सकते थे। सूचना मिलते ही शुक्रवार की सुबह वन विभाग के द्वारा पेड़ को कटवा कर रोड सही कराने का प्रयास जारी था।
वन विभाग की वनरक्षी मधु कुमारी कटे हुए पेड़ की लकड़ियों पर वन विभाग का मुहर लगा कर उसे चेरिया बरियारपुर ब्लाक स्थित नर्सरी ले जाने की तैयारी कर रही थीं। सड़क जाम होने से वाहनों की कतार लग गई। आंधी में बिजली का तार टूटने के कारण संपूर्ण क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बाधित है।
वट वृक्ष की खासियत
- वट वृक्ष बहुत लंबे समय तक जीवित रहते हैं और इनकी आयु सैकड़ों वर्ष हो सकती है।
- हिंदू धर्म में वट वृक्ष को पवित्र माना जाता है और इसे भगवान विष्णु और भगवान शिव से जोड़ा जाता है।
- वट वृक्ष की जड़ें बहुत विस्तृत और मजबूत होती हैं, जो इसे स्थिरता प्रदान करती हैं।
- वट वृक्ष की घनी पत्तियाँ इसे एक अच्छा छायादार पेड़ बनाती हैं, जो गर्मियों में राहत प्रदान करता है।
- वट वृक्ष कई जीव-जन्तुओं और पक्षियों के लिए आवास प्रदान करता है और वातावरण को शुद्ध रखने में मदद करता है।
- वट वृक्ष के विभिन्न भागों का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है, जो इसके औषधीय गुणों को दर्शाता है।
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