PM Garib Kalyan Yojana: राशनकार्ड धारक ध्यान दें..., अब से गेहूं की मात्रा में किया गया बदलाव
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत अब राशनकार्ड धारकों को पहले की तरह दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल प्रति यूनिट मिलेगा जो पहले एक किलो गेहूं और चार किलो चावल था। इस बदलाव से गरीबों को होने वाली परेशानी कम होगी। दिसंबर से खाद्यान्न वितरण में यह परिवर्तन लागू होगा। अंत्योदय कार्डधारकों को 14 किलो गेहूं व 21 किलो चावल मिलेगा।
संवाद सूत्र, कटोरिया (बांका)। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत खाद्यान्न वितरण का स्वरूप बदल दिया है। राशनकार्ड धारकों को पूर्व की तरह दो किलो गेहूं, तीन किलो चावल प्रति यूनिट वितरण करने की प्रक्रिया पुन बहाल की गई है। इसके पहले गरीबों को एक किलो गेहूं व चार किलो चावल मिल रहा था।
जिससे गरीबों को थोड़ी परेशानी हो रही थी। लेकिन दिसंबर माह से खाद्यान्न वितरण में विभाग ने परिवर्तन कर दिया गया है।
पीएचएच योजना के तहत प्रति यूनिट पांच किलो अनाज दिया जाएगा। इस योजना से कटोरिया सहित पूरे जिलेवासियों के राशनकार्ड धारकों में खुशी की लहर है। पीएचएच कार्डधारकों को तीन किलो चावल, दो किलो गेहूं मिलेगा। जबकि अंत्योदय कार्डधारकों को 14 किलो गेहूं व 21 किलो चावल मिलेगा।
इस संबंध में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी संदीप वर्णवाल ने बताया कि दिसंबर माह का आवंटन जारी कर दिया है । गरीब लाभार्थी को दो किलो गेहूं व तीन किलो चावल मिलेगा।
बता दें कि भारत के हर एक घर पर किसी को भूखा न सोना पड़े, इसके लिए कोरोना महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) की शुरुआत की थी। इसमें गरीबों या जरूरतमंदों को 5 किलो मुफ्त अनाज दिया जाता है। सरकार की इस योजना के तहत 80 करोड़ गरीब लोगों को फ्री राशन का लाभ दिया जा रहा है।
पहले अन्न योजना को बंद करने के लिए सितंबर का समय चुना गया था, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर दिसंबर तक कर दिया गया है। अब ऐसे में सवाल उठता है कि गरीबों के लिए शुरू की गई इस योजना को कब तक जारी रखा जाएगा? क्या नए साल के साथ ही इससे मिलने वाले लाभ भी समाप्त कर दिए जाएंगे? तो चलिए जानते हैं इससे जुड़ी बातें।
2028 तक मिलेगा मुफ्त अनाज का लाभ
जुलाई 2024 से दिसंबर 2028 तक पीएम गरीब कल्याण योजना और अन्य कल्याणकारी स्कीम्स के तबत फ्री फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति जारी रखने का फैसला किया है। इससे गरीब लोगों को काफी राहत मिलती है। योजना के लाभार्थियों को प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त अनाज मिलेगा और 81 करोड़ भारतीयों को योजना का लाभ मिलेगा। यह योजना गरीबों के विकास में मदद करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसके परिणामस्वरूप गरीबों की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है।
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