किराए पर मिल रहा ड्रोन, खाद-कीटनाशक का कराएं छिड़काव; 209 रुपए प्रति एकड़ करना होगा भुगतान
बिहार के बांका में अब ड्रोन किराए पर लेकर खाद और कीटनाशक का छिड़काव करा सकते हैं। इसके लिए प्रति एकड़ 209 रुपए का भुगतान करना होगा। यह सुविधा किसानों ...और पढ़ें

संवाद सूत्र, बांका। खाद हो या कीटनाशक, किसानों को इसके छिड़काव के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है। इसके लिए सरकार उन्हें किराए पर ड्रोन उपलब्ध करा रही है। साथ ही छिड़काव के लिए जो सरकारी दर निर्धारित किया गया है, उसपर भी 50 फीसद तक अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
पौधा संरक्षण विभाग के सहायक निदेशक सुजीत कुमार पाल ने बताया कि किसानों को ड्रोन से खाद और कीटनाशक के छिड़काव पर सरकार 50 फीसद तक अनुदान दे रही है। इसके लिए किसानों को सबसे पहले डीबीटी पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
रैयत किसानों को आवेदन के समय जमीन का रसीद देना है, जबकि गैर रैयत किसानों को पोर्टल से स्वघोषणा पत्र डाउनलोड कर पहले भरना है और फिर उसे अपलोड करना है। इसके बाद आवेदन की स्वीकृति मिलते ही किसान अपनी जरूरत के अनुसार ड्रोन से खेतों में छिड़काव के समय ले सकते हैं।
209 रुपए प्रति एकड़ करना होगा भुगतान
एक एकड़ में ड्रोन से छिड़काव कराने का खर्च 419 रुपए आता है। इस पर 50 फीसत अनुदान है, यानी किसानों को प्रति एकड़ किराए का महज 209 रुपए की दर से भुगतान करना होगा। एक किसान को अधिकतम 15 एकड़ तक छिड़काव पर अनुदान दिया जाएगा।
इससे अधिक रकबा में ड्रोन से छिड़काव कराने पर उन्हें पूरा किराया देना होगा। जिले में इस साल 1100 एकड़ में छिड़काव का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि जिले में इस बार 55 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती की गई है।
समय, लागत और श्रम तीनोंं की होगी बचत
ड्रोन ने उर्वरक और कीटनाशक के छिड़काव का काम आसान कर दिया है। किसानों को इससे कम लागत आने के साथ मेहनत भी कम करना पड़ रहा है। एक एकड़ में कीटनाशक और खाद का छिड़काव कराने में पांच से छह घंटे का समय लग जाता है, लेकिन ड्रोन से महज 10 से 12 मिनट।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इससे पानी की भी बचत होती है। स्रे मशीन से छिड़काव करने पर सौ लीटर प्रति एकड़ के करीब पानी की खपत होती है, जबकि ड्रोन से 10 लीटर के आसपास।
खेतों में खाद और कीटनाशक का छिड़काव कराने के लिए किसानों को किराए पर ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा। किराए में भी 50 फीसद तक सब्सिडी है। 1100 एकड़ में जिले में छिड़काव का लक्ष्य रखा गया है। - सुजीत कुमार पाल, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण।

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