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    तीज आज, केले के पत्तों से मंडप बना गौरी-शंकर की पूजा करेंगी सुहागिन

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 20 Aug 2020 10:18 PM (IST)

    बांका। सुहागिनों का महापर्व तीज आज शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति के दीर्घायु होने की कामना करते हुए निर्जला उपवास रखते हुए भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना करेंगे।

    तीज आज, केले के पत्तों से मंडप बना गौरी-शंकर की पूजा करेंगी सुहागिन

    बांका। सुहागिनों का महापर्व तीज आज शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति के दीर्घायु होने की कामना करते हुए निर्जला उपवास रखते हुए भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना करेंगे। इसके साथ-साथ भगवान शिव व मां पार्वती की पूजा कर पति की लंबी आयु की कामना करेंगी। साथ ही हरतालिका व्रत की कथा सुनेंगी।

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    पंडित शिवशंकर ने बताया कि यह व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को किया जाता है। बताया कि सर्वप्रथम इस व्रत को माता पार्वती ने भगवान शिव शंकर के लिए रखा था। इस दिन विशेष रूप से गौरी-शंकर की पूजा की जाती है। व्रत करने वाली महिला सूर्योदय से पूर्व ही उठ जाती हैं और स्नान-ध्यान कर श्रृंगार करती हैं। पूजन के लिए केले के पत्तों से मंडप बनाकर गौरी-शंकर की प्रतिमा स्थापित की जाती है। इसके साथ मां पार्वती को सुहाग का सारा सामान चढ़ाया जाता है। रात में भजन-कीर्तन करते हुए जागरण कर तीन बार आरती की जाती है और शिव-पार्वती विवाह की कथा सुनी जाती है। सुहागन महिलाएं अखंड सौभाग्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखती हैं। इस व्रत में महिलाएं माता गौरी से सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद मांगती हैं।

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    इस तरह से करें तीज की पूजा-अर्चना

    -कलश के ऊपर आम के पत्ते लगाकर नारियल रखें। चौकी पर पान के पत्तों पर चावल रखें। तत्पश्चात माता पार्वती, गणेश जी, और भगवान शिव को तिलक लगाएं और घी का दीपक, धूप जलाएं। उसके बाद भगवान शिव को उनके प्रिय बेलपत्र धतूरा भांग शमी के पत्ते आदि अर्पित करें, माता पार्वती को फूल माला चढ़ाएं गणेश जी को दूर्वा अर्पित करें। भगवान शिव औऱ गणेश जी को जनेऊ अर्पित करें और देवताओं को कलावा (मौली) चढ़ाएं, तीज की कथा पढ़े या श्रवण करें। पूजा विधि होने के बाद अंत में मिष्ठान आदि का भोग लगाएं व आरती करें। 21 अगस्त को 2 बजकर 13 मिनट से तृतीया तिथि आरंभ होगी जो 21 अगस्त को रात 11 बजकर 2 मिनट तक रहेगी

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    पूजा का मुहूर्त

    -सुबह में पूजा का मुहूर्त- 05:54 मिनट से 08:30 मिनट तक रहेगा।

    -प्रदोषकाल (संध्या समय) में पूजा का मुहूर्त- 06 बजकर 54 मिनट से 09 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।

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    बाजार में इस बार नहीं दिखी चहल-पहल

    तीज को लेकर इस बार बाजार में चहल-पहल पिछले साल की तुलना में न के बराबर रहा। कोरोना के कारण बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। लोग भी खरीदारी के लिए कम संख्या में निकले, जबकि हर साल तीज को लेकर बाजार में पूजा, फल आदि की दुकानों पर भीड़ लगी रहती थी। इस बार फल आदि की दुकानें भी लगभग बंद रही।

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    बाजार में फल और पूजा सामग्री की दर

    सामग्री कीमत रुपया में

    सेब 100 से 150 रुपये किलो

    अनार 100 से 120 रुपये किलो

    केला 20 से 50 रुपये

    नारियल 30 रुपया पीस

    नासपाति 100 से 120 रुपये किलो

    मौसमी 90 सं 100 रुपये किलो

    नारंगी 200 रुपये किलो

    डलिया 25 रुपये पीस

    दीया एक रुपये पीस

    कपटी पांच रुपये पीस

    छाछी 5 से 10 रुपये पीस