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    हाई स्कूल में खुलेआम नकल का खेल, छात्रों ने जमीन पर बैठकर की चोरी, शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 01:13 PM (IST)

    बांका के एक स्कूल में 11वीं और 12वीं की परीक्षा में छात्रों द्वारा खुलेआम नकल करने का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में छात्र ज़मीन पर बैठकर एक दूसरे की कॉपी से उत्तर लिखते दिखे और इस दौरान कोई शिक्षक मौजूद नहीं था। ग्रामीणों ने शिक्षकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है ताकि छात्रों का भविष्य सुरक्षित रहे।

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    अमहारा कोतवाली स्कूल की परीक्षा में खुलेआम नकल

    संवाद सूत्र,रजौन(बांका)। प्लस टू हाई स्कूल अमहारा कोतवाली में शिक्षा विभाग की लापरवाही शुक्रवार को खुलकर सामने आई है। यहां 11वीं और 12वीं की परीक्षा में छात्र-छात्राएं जमीन पर बैठकर परीक्षा देते और खुलेआम नकल करते दिखे।

    इंटरनेट मीडिया पर इसकी कई वीडियो और फोटो वायरल हुई है। इसने शिक्षा व्यवस्था की हकीकत उजागर कर दी है। वायरल तस्वीरों और वीडियो में साफ दिख रहा है कि छात्र बिना किसी डर के जमीन पर बैठकर एक-दूसरे की कापी मिलाकर उत्तर लिख रहे हैं।

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    परीक्षा के दौरान कोई शिक्षक नहीं था मौजूद

    कई छात्र मोबाइल का भी इस्तेमाल कर रहे थे। कैमरे में कैद होने के डर से वे मोबाइल छिपा लेते थे, लेकिन नकल करने से बिल्कुल नहीं हिचकिचा रहे थे। सबसे बड़ी बात यह कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कोई शिक्षक नकल रोकने को मौजूद नहीं थे।

    छात्रों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्कूल में पढ़ाई का माहौल ही नहीं है। “जब पढ़ाई नहीं होती है तो परीक्षा में हम लोग क्या करेंगे मजबूरी में नकल ही करना पड़ता है। छात्रों की यह बात सुनकर शिक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियां साफ झलकती हैं।

    बोर्ड परीक्षा में भविष्य अंधकारमय

    ग्रामीणों और अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि जब शिक्षा विभाग लगातार कदाचार मुक्त परीक्षा कराने की बात करता है तो फिर इस तरह की लापरवाही क्यों उनका कहना है कि अगर अभी से बच्चे चोरी करके पास होंगे तो आने वाले बोर्ड परीक्षा में उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।

    ग्रामीणों ने शिक्षकों पर भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि शिक्षक नकल रोकने के बजाय पूरी तरह उदासीन बने रहते हैं। यह पहली बार नहीं है जब किसी सरकारी स्कूल से नकल की तस्वीरें सामने आई हों।

    ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग

    ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की जांच कर दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक को फोन किया गया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया।

    बीईओ चक्रपाणि कनिष्क ने बताया कि वे खुद इस मामले की जांच करेंगे। मालूम हो कि शुक्रवार को जिला भर में 11वीं और 12वीं की अर्धवार्षिक परीक्षा शुरु हुई है। जिला भर के 203 इंटर स्कूलों में 60 हजार बच्चे इसमें शामिल हो रहे हैं। पहले दिन बच्चों ने रसायन, भौतिकी और राजीनति विज्ञान विषय की परीक्षा दी है।