Bihar Politics: घर बैठ गए राजद की राजनीति करने वाले 3 विधायक, पार्टी ने काटा टिकट
औरंगाबाद में राजद के तीन सक्रिय विधायकों को इस बार टिकट नहीं मिला। गोह के भीम सिंह यादव, नबीनगर के विजय कुमार सिंह डबलू और रफीगंज के मो. नेहालुद्दीन को पार्टी ने मैदान में नहीं उतारा। टिकट न मिलने से नाराज विधायक घर पर बैठे हैं और पार्टी के फैसले से निराश हैं। उन्होंने नामांकन में भी भाग नहीं लिया।

विजय कुमार सिंह डबलू, भीम सिंह यादव और मो. नेहालुद्दीन। फाइल फोटो
सनोज पांडेय, औरंगाबाद। राजद (राष्ट्रीय जनता दल) की राजनीति में सक्रिय तीन विधायकों को इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दिया है। विधानसभा चुनाव में भाग लेने की इच्छा रखने वाले ये विधायक पटना में टिकट के लिए प्रयासरत रहे, लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। नामांकन के अंतिम दिन, वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में गोह से विधायक बने भीम सिंह यादव, नबीनगर के विधायक विजय कुमार सिंह डबलू और रफीगंज के विधायक मो. नेहालुद्दीन का टिकट काट दिया गया है।
इन तीनों स्थानों से राजद ने नए प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। टिकट न मिलने के कारण ये तीनों विधायक घर पर ही बैठे हैं। उनका कहना है कि पार्टी को उनकी आवश्यकता नहीं थी, जिसके कारण उन्हें टिकट से वंचित किया गया, जबकि वे विधायक रहते हुए भी राजद के लिए कार्य करते रहे।
इस बात की भनक पहले नहीं लगी थी कि उनका टिकट काटा जाएगा। चर्चा है कि पार्टी ने अंतिम समय में यह निर्णय लिया, जिससे ये चुनाव नहीं लड़ सके। गोह से विधायक रहे भीम यादव ने पहली बार 2000 में नबीनगर से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, और तब नबीनगर की राजनीति में हलचल मच गई थी।
वर्ष 2005 में भी वे फिर से विजयी हुए। अक्टूबर 2005 के चुनाव में लोजपा से पहली बार मैदान में उतरे विजय कुमार सिंह उर्फ डबलू ने भीम को करीब पांच हजार मतों से हराया था। वर्ष 2010 के चुनाव में पार्टी ने भीम को टिकट नहीं दिया, फिर भी वे राजद के साथ बने रहे।
वर्ष 2020 में भीम नबीनगर से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन तब तक राजनीति में बदलाव आ चुका था। लोजपा से विधायक बने डबलू सिंह राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के करीब हो गए थे। राजद के नेताओं का कहना है कि जब भीम रांची मेडिकल कॉलेज में इलाजरत लालू से मिलने गए, तो लालू ने स्पष्ट कहा कि तुम गोह से चुनाव की तैयारी करो, नबीनगर से डबलू चुनाव लड़ेगा।
ऐसा ही हुआ और गोह से भीम तथा नबीनगर से विजय कुमार सिंह डबलू ने चुनाव लड़ा और जीत गए। इस बार दोनों का टिकट काट दिया गया है। कहा जा रहा है कि दोनों लालू के करीबी थे, जिसके कारण तेजस्वी ने उन्हें टिकट से वंचित किया है।
इसी प्रकार, राजद से वर्ष 2005 में विधायक बने मो. नेहालुद्दीन मगध के अल्पसंख्यक समुदाय के एकमात्र चेहरे थे। वे यहां से दो बार विधायक बने और वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भी जीत हासिल की, फिर भी उनका टिकट काट दिया गया। चर्चा है कि पार्टी ने पहले उन्हें टिकट दिया था, फिर वापस ले लिया।
न नामांकन में नजर आए, न मैदान में
टिकट कटने के कारण नाराज ये विधायक कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। तीनों विधायक अपने क्षेत्र के प्रत्याशी के नामांकन में भी उपस्थित नहीं हुए और प्रचार में भी भाग नहीं ले रहे हैं। वे चुपचाप घर पर बैठे हैं और टिकट कटने से बेहद नाराज हैं।
नबीनगर विधायक विजय कुमार सिंह डबलू ने कहा कि पार्टी की सेवा का परिणाम सामने नहीं आया। अगर हमारे नेता को नाराजगी थी, तो हमें बता देते, हम उनके आदेश का स्वागत करते। अंतिम दिन तक कहा गया कि रुकिए, फिर टिकट नहीं दिया गया, जिससे हम निराश हैं।

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