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    कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की सीट पर RJD ने ठोका दावा, कार्यकर्ता बोले- अगर इन्हें टिकट मिला तो हार निश्चित

    Updated: Fri, 19 Sep 2025 07:01 AM (IST)

    औरंगाबाद से खबर है कि कुटुंबा विधानसभा सीट पर राजद ने अपना दावा पेश किया है। महागठबंधन कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार को टिकट न देने की मांग की है। कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को उम्मीदवार बनाने का समर्थन किया है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजेश कुमार ने उन्हें उचित सम्मान नहीं दिया।

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    महागठबंधन के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन। (जागरण)

    जागरण संवाददाता, औरंगबाद। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पारंपरिक माने जाने वाले कुटुंबा विधानसभा सीट पर राजद ने दावा ठोक दिया है। गुरुवार को कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के तमसी मोड़ स्थित एक रिसॉर्ट में महागठबंधन के विधानसभा स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया।

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    पूर्व मंत्री सुरेश पासवान के नेतृत्व में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में राजद के अलावा भाकपा माले व विकासशील इंसान पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए। सभी लोगों ने कुटुंबा विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह मौजूदा विधायक राजेश कुमार को हटाकर सुरेश पासवान को टिकट दिए जाने की मांग की।

    कार्यकर्ताओं ने कहा कि महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने दो-दो बार राजेश कुमार को जीता कर विधानसभा भेजने का काम किया है। आज वे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बने हुए हैं। लेकिन 10 साल तक उन्होंने महागठबंधन के कार्यकर्ताओं को उचित मान सम्मान नहीं दिया।

    मुसीबत में कार्यकर्ता उन्हें फोन लगाते हैं तो वे फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझते हैं। संबोधन के दौरान कई नेताओं ने यहां तक का डाला कि अगर इस बार राजेश कुमार को प्रत्याशी बनाया गया तो उनकी हार निश्चित है।

    विधानसभा सम्मेलन में मौजूद महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने एक सुर में इस बार विधानसभा चुनाव में पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की।

    इधर पूर्व मंत्री सुरेश पासवान ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक है। अक्टूबर महीने में कभी भी चुनाव की रणभेरी बज सकती है। विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं को जागरूक करने के लिए विधानसभा स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।

    जिसमें कार्यकर्ताओं को यह कहा जा रहा है कि आप सभी लोग पूरी तरह से कमर कस कर तैयार हो जाए। महागठबंधन जो भी उम्मीदवार तय करेगा उसे हर हाल में जीता कर भेजना है। इसी को लेकर कार्यकर्ता एकजुट हुए हैं। जो यह संकेत दे रहा है कि अगर कुटुंबा सीट जीतना है तो जनता के बीच में रहने वाला एक मजबूत उम्मीदवार देना होगा।

    उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि कुछ दिन पहले मीडिया के माध्यम से मैंने सुना कुछ घोषणा हुआ था, लेकिन तेजस्वी यादव इंडिया गठबंधन के कन्वेनर हैं। उन्होंने 243 में से अभी तक एक भी सीट पर प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है।

    इसलिए अगर किन्ही ने कुछ कहा है तो वह उनका विचार हो सकता है। महागठबंधन में अभी सीट शेयरिंग पर विचार चल रहा है। सर्वे हुआ है फीडबैक लिया जा रहा है जो भी बेहतर होगा उसके आधार पर इंडिया गठबंधन प्रत्याशी तय करेगा।

    सर्वे में बिहार की जनता ने 42 प्रतिशत मत देकर बिहार का सीएम का ठप्पा लगा दिया है। विधानसभा सम्मेलन में यह जनता का जो सैलाब उमड़ा है, कुछ अलग इशारा कर रहा है। लेकिन मैं उनकी तरह नहीं हूं कि कुछ बोलूंगा। मुझे सिर्फ लोगों को जागरूक करना है।

    महागठबंधन के हर एक सिपाही को मिलिट्री की तरह लैस करना है। उम्मीदवार जो भी आएगा महागठबंधन की ओर से उसे जीता कर विधानसभा भेजना है और तेजस्वी यादव के हाथों को मजबूत करना है। मैं त्याग करने को तैयार हूं, लेकिन जिस तरह पिछले दिनों घोषणा कर महा गठबंधन धर्म को तार-तार किया गया है। वह नहीं होना चाहिए था।

    राजेश कुमार द्वारा कुटुंबा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद शुरू हुआ विवाद

    पिछले दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सह कुटुंबा विधायक राजेश कुमार ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कुटुंब विधानसभा से ही चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि यह उनका पारंपरिक सीट है। उनके पिता दिवंगत दिलकेश्वर राम भी कुटुंबा सीट से ही चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। दो बार कुटुंबा विधानसभा सीट से उनकी जीत हुई थी। स्वास्थ्य मंत्री भी बने थे।

    स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कुटुंबा समेत पुरे जिले में बेहतर कार्य किया था। इसके बाद में भी कुटुंबा से ही जीतकर विधानसभा पहुंचे। कुटुंबा की जनता ने उन्हें बहुत कुछ दिया है। कुटुंबा के लोग उनके दिल में बसते हैं। इसलिए वे कुटुंबा विधानसभा से ही चुनाव लड़ेंगे।