Basant Panchami 2025: बसंत पंचमी के दिन अबूझ मुहूर्त, बिना समय देखे कर सकते हैं ये शुभ काम
सोमवार 3 फरवरी को सरस्वती पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन को बसंत पंचमी वागेश्वरी जयंती रतिकाम महोत्सव भगवान शंकर का तिलकोत्सव आदि कई रूपों में मनाया जाता है। साथ ही अबूझ मुहूर्त होने की वजह से ये दिन सभी शुभ कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है। आप बिना मुहूर्त देखे इस दिन मुंडन गृह प्रवेश आदि शुभ कार्य कर सकते हैं।

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद)। सोमवार को सरस्वती पूजा महोत्सव मनाया जाएगा। इसको बसंत पंचमी, वागेश्वरी जयंती, रतिकाम महोत्सव, भगवान शंकर का तिलकोत्सव, विद्यारंरभ के रूप में मनाया जाता है।
आचार्य पंडित लालमोहन शास्त्री ने बताया कि चतुर्थ नवरात्र श्री गुप्त नवरात्र के मध्य संधि बेला में मां सरस्वती की उपासना छात्र-छात्राओं, साहित्यकारों, संगीतकारों द्वारा संबंधित सामग्रियों की पूजा की जाती है।
इस दिन कहीं-कहीं तक्षक नाग की पूजा होती है। विद्या अनुरागी मां सरस्वती की प्रतिमा मिट्टी या पट चित्र की साधना आराधना की जाती है।
बसंत पंचमी के दिन करें ये शुभ काम
आचार्य पंडित लालमोहन शास्त्री ने बताया कि इस दिन अबूझ मुहूर्त होता है, जिसकी वजह से इस दिन प्रसूति स्नान, जातकर्म, अन्नप्रासन, कर्णवेध (कान छेदना), बालिका नाशिका छेदन, मुण्डन, अक्षरारम्भ किया जा सकता है।
इस दिन उपनयन (जनेऊ), वर वरण (तिलक), दुकान प्रारंभ, दीक्षा ग्रहण (गुरुमुख होना), नौकरी कार्यारंभ, नया पलंग का उपयोग, आवेदन पत्र लेखन या प्रेषण, सर्वदेव प्रतिष्ठा, चापाकल नल जल बोरिंग का कार्य, बागीचा वृक्ष लगाया जा सकता है। साथ ही नूतन पाक करण, सवारी गाड़ी खरीदने जैसे कार्य करने का मुहूर्त है।
पूजा का शुभ मुहूर्त
सरस्वती पूजा के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त सुबह 06.33 से दिन 09.36 बजे तक है। ऐसे तो सूर्यास्त 05.27 तक मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर सकते हैं। माता की पूजा श्वेत वस्त्र और सफेद वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए। सफेद पुष्प और पुष्पमाला का प्रयोग करना चाहिए।
नालंदा: पूजा समिति के साथ पुलिस प्रशासन ने की बैठक
इस्लामपुर थाना परिसर में शनिवार को सरस्वती पूजा में शांति व्यवस्था बरकरार रखने को ले पूजा पंडाल के सदस्यों के साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन ने बैठक की। बैठक की अध्यक्षता थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने की। बैठक में प्रखंड के दर्जनों गांव के पूजा समिति सदस्यों ने हिस्सा लिया।
थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय ने कहा कि सभी पूजा पंडालों को लाइसेंस लेना आवश्यक होगा। बिना लाइसेंस कोई भी पूजा समिति मूर्ति स्थापित नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि आप सभी धार्मिक भाव रखकर मां सरस्वती की पूजा करें, लेकिन इस पूजा के दौरान अश्लील गाना, डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
वहीं मूर्ति विसर्जन के जुलूस में कोई भी धारदार हथियार, लाठी सहित अन्य शस्त्रों का प्रदर्शन नहीं करेंगे। इसी अवसर पर पुलिस निरीक्षक संजय पासवान ने कहा कि सभी पंडाल वालों को सदस्यों का आधार कार्ड के साथ मोबाइल नंबर देना अनिवार्य होगा ताकि जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क साधा जा सके।
वहीं दूसरी ओर थानाध्यक्ष ने नगर सहित प्रखंड के डीजे संचालकों के साथ अलग बैठक की। उन्होंने पूजा के दौरान किसी भी कीमत पर डीजे नही बजाने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि मनाही के बावजूद भी कोई डीजे संचालक नहीं माने तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।