ACB Raid in Bihar: औरंगाबाद में मुखिया के घर ACB की ताबड़तोड़ छापामारी, मच गया हड़कंप; 4 घंटे तक पूछताछ
Aurangabad News औरंगाबाद के नवीनगर प्रखंड के टंडवा पंचायत में एसीबी टीम की छापामारी हुई है। टंडवा पंचायत के मुखिया के घर निगरानी विभाग ने धावा बोला और 4 घंटे तक पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि मुखिया के पुत्र रांची में राजस्व कर्मचारी हैं और इसी क्रम में निगरानी की टीम मुखिया के घर छापामारी करने आई है।

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद। Aurangabad News: औरंगाबाद के नवीनगर प्रखंड के टंडवा पंचायत के मुखिया राम प्रसाद राम के घर रांची से पहुंची एसीबी की टीम ने ताबड़तोड़ छापामारी की है। छापेमारी करने पहुंचे अधिकारियों के द्वारा मुखिया के घर को पूरी तरह घेराबंदी कर छापामारी की गई ।
20 से 25 की संख्या में आए अधिकारी
अधिकारियों के द्वारा छापेमारी के दौरान किसी भी व्यक्ति को घर के अंदर तथा घर से बाहर नहीं जाने दिया गया। करीब 20 से 25 की संख्या में पहुंचे अधिकारीयों ने चार घंटे तक छापेमारी की। यहां के अलावा मुखिया के पुत्र राजस्व कर्मी (सीआई) राजेश कुमार के रांची के मोरहाबादी स्थित आवास पर भी छापेमारी कर रही है।
मुखिया ने छापामारी को लेकर दिया बयान
इस संबंध में पूछने पर मुखिया रामप्रसाद राम ने बताया कि रांची के नामकुम ब्लॉक के सीओ मुंशी राम को तीन जनवरी को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया था। तब सीओ के द्वारा बताया गया था कि पैसा हमको सीआई राजेश राम के द्वारा दिया गया है। राजेश कुमार उनके पुत्र हैं।
इसी कारण उनके घर में यह छापेमारी की गई है। मुखिया ने बताया कि छापेमारी कर रहे अधिकारियों के द्वारा जमीन के कागजात और मेरा तथा मेरे बहू सुमन देवी का बैंक पासबुक जब्त किया है।
राजेश कुमार नामकुम में सीआई के प्रभार में हैं
बताया गया कि राजेश कुमार नामकुम में सीआई के प्रभार में हैं। वर्ष 2004 से वे नौकरी में हैं। रांची में ही रहते हैं। छापेमारी के दौरान टंडवा थाना की पुलिस और एसएसबी के जवान मौजूद रहे।
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) भारत में एक सरकारी एजेंसी है जो भ्रष्टाचार के मामलों की जांच और अभियोजन के लिए जिम्मेदार है। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के मामलों का पता लगाना और उन्हें सजा दिलाना है।
ACB का क्या काम होता है?
भ्रष्टाचार की जांच: ACB भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करती है, जिसमें सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के मामले शामिल हैं।
अभियोजन: ACB जांच के बाद अभियोजन की कार्रवाई करती है और आरोपियों को अदालत में पेश करती है।
भ्रष्टाचार की रोकथाम: ACB भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए भी काम करती है, जिसमें सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के प्रति जागरूक करना और उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने के लिए प्रशिक्षित करना शामिल है।
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