Bihar Election 2025: हैट्रिक की जंग में उलझे सिटिंग विधायक, टिकट को लेकर विरोध की आंधी
अररिया में 2025 के विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। एनडीए और महागठबंधन के नेता दौरा कर रहे हैं। भाजपा कांग्रेस जदयू और राजद के नेता अपनी-अपनी सीटों पर दावेदारी कर रहे हैं। अमित शाह का दौरा हुआ तो ओवैसी ने भी रैली की। जनार्दन यादव ने भाजपा छोड़ दी अजय झा नरपतगंज से टिकट मांग रहे हैं।

अनिल त्रिपाठी, अररिया। वर्ष 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है लेकिन एनडीए व महागठबंधन के बड़े बड़े नेताओं का दौरा शुरू हो गया है। राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।
जिले के छह विस में फारबिसगंज, सिकटी व नरपतगंज भाजपा के पास है। जबकि अररिया कांग्रेस और रानीगंज जदयू के पास है। जबकि जोकीहाट विधानसभा सीट राजद के पास है।
हैट्रिक बनाने के लिए टिकट की दावेदारी
वहीं सिकटी से भाजपा के विजय मंडल, फारबिसगंज से विद्यासागर केसरी व अररिया से कांग्रेस के आबिदुर्रहमान व रानीगंज से जदयू के अचमित ऋषिदेव लगातार दो जीत दर्ज कर चुके है।
अब टिकट मिलने के बाद हैट्रिक बनाने के लिए टिकट के लिए दावेदारी की है। इनमें सीटिंग विधायक को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है।
वहीं पूर्व विधायक जनार्दन यादव ने भाजपा को अलविदा कह दिया। एन वक्त पर पार्टी छोड़ना एनडीए के लिए नुकसान है।
वहीं, इससे दो दिन पहले भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और अररिया विधानसभा से चुनाव लड़ चुके अजय कुमार झा ने भी इस बार अररिया से चुनाव न लड़कर नरपतगंज विधानसभा सीट से भाजपा से टिकट मांग रहे है।
अमित शाह का फारबिसगंज दौरा
वहीं लगातार सम्मेलन के माध्यम से एनडीए व महागठबंधन के नेता अपनी स्थिति को मजबूत बनाने में लगे हुए है। 27 सितंबर को अमित शाह के फारबिसगंज आगमन से जहां युवाओं में काफी उत्साह है। वहीं गृहमंत्री ने 10 जिलों के कार्यकर्ताओं से संवाद कर विस चुनाव की रूपरेखा तैयार करने का गुर सिखा गए।
कोसी सीमांचल सहित दस जिलों के अंतर्गत आने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इनके आगमन से इस पर असर भी पड़ेगा।
वहीं, 24 अगस्त को महागठबंधन के नेता राहुल गांधी व तेजस्वी यादव का वोटर अधिकार यात्रा पर अररिया आगमन हो चुका है। वे भी भीड़ से काफी उत्साहित थे।
इससे पूर्व भी गृहमंत्री अररिया जिले में आ चुके हैं। युवाओं से संवाद कर विस चुनाव की रूपरेखा तैयार कर गए थे। उस समय का दौरा गृहमंत्री का लोस व बिहार विस दोनों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा था।
उनके आगमन से अररिया लोस सीट भाजपा के खाते में आ गई थी। इस तरह से देखा जाए तो यह एनडीए के लिए अच्छी बात है।
ओवैसी ने बढ़ाया तापमान
25 सितंबर को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के अररिया जिला दौरे से जिले का तापमान काफी बढ़ गया है। उन्होंने राजद पर जमकर भड़ास निकाली थी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 27 सितंबर को फारबिसगंज आने से एक दिन पूर्व भाजपा को जबरदस्त झटका लगा। पूर्व विधायक रहे जनार्दन यादव ने भाजपा को अलविदा कह दिया।
वे नरपतगंज विस के चार बार विधायक रह चुके हैं। एन वक्त पर पार्टी छोड़ना एनडीए के लिए नुकसान है। जनार्दन यादव का यह कदम पार्टी के लिए झटका माना जा रहा है।
नरपतगंज विधानसभा सीट से दावेदारी
वहीं इससे दो तीन दिन पहले भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और अररिया विधानसभा से चुनाव लड़ चुके अजय कुमार झा ने भी इस बार नरपतगंज विधानसभा सीट से दावेदारी की है। टिकट के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं।
नरपतगंज विस में हाल में हुए कार्यकर्ता सम्मेलन में जमकर हो हंगामा भी हुआ था। अजय झा का कहना है कि उन्हें नरपतगंज विधानसभा क्षेत्र से टिकट मुझे दिया जाए क्योंकि इस विस में मेरा घर भी पड़ता है।
ओवैसी के निशाने पर तेजस्वी यादव
वहीं असदुद्दीन ओवैसी की 25 सितंबर को सीमांचल न्याय यात्रा के दौरान अररिया में भव्य स्वागत किया गया था। ओवैसी ने राजद नेता तेजस्वी यादव और जोकीहाट विधायक शाहनवाज आलम पर जमकर निशाना साधा था।
जो भी हो जब तक एनडीए व महागठबंधन के सीट शेयरिंग का मामला सामने नहीं आ जाता कुछ भी कहना मुश्किल है।
वहीं, अररिया विस सीट से हिंद सेना से पूर्व पुलिस पदाधिकारी शिवदीप लांडे के चुनाव लड़ने की संभावना है। वे लगातार कुछ दिनों से क्षेत्र का दौरा कर अपनी जमीन तैयार कर रहे है।
वहीं जनुसराज के भी चुनाव लड़ने से यहां मुकाबला काफी दिलचस्प होगा। किसी के लिए जीतना उतना आसान नहीं है। क्योंकि इस बार सभी दल बड़े ही दमदारी के साथ लड़ रहे हैं। कोई किसी से कम नहीं है। जनसुराज के प्रशांत किशोर भी अररिया विस सहित कई क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं।
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