Araria News: महागठबंधन से कौन होगा उम्मीदवार, RJD लड़ेगी या कांग्रेस? कन्फ्यूजन ही कन्फ्यूजन
अररिया जिले में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के साथ ही सरगर्मी तेज हो गई है। अररिया सीट कांग्रेस के पास है जबकि फारबिसगंज को लेकर महागठबंधन में असमंजस है। कांग्रेस और राजद दोनों ही इस सीट पर दावा कर रहे हैं। वर्ष 2020 में कांग्रेस ने दो सीटें जीती थीं पर इस बार टिकट को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।

अनिल त्रिपाठी, अररिया। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025) की घोषणा होते ही जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में सरगर्मी बढ़ गई है। जिले की छह विधानसभा सीटों के लिए मतदान 11 नवंबर को होगा। अररिया सीट फिलहाल कांग्रेस के खाते में है और यहां से आबिदुर्ररहमान विधायक हैं, लेकिन फारबिसगंज सीट को लेकर महागठबंधन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
यहां से राजद और कांग्रेस अपनी अपनी दावेदारी कर रहे हैं। हालांकि, दोनों ही गठबंधन में अब तक सीट की घोषणा नहीं हुई है। जिस कारण किसी दल ने अपने उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं। जिले में सीट शेयरिंग में वर्ष 2020 के विस चुनाव में महागठबंधन से कांग्रेस को दो सीटें मिली थी। जिनमें अररिया और फारबिसगंज सीट थी।
अररिया में कांग्रेस से आबिदुर रहमान लगातार दूसरी बार सीट बचाने में कामयाब रहे थे। क्या इस बार वे टिकट पाने में सफल रहेंगे। यहां से आधा दर्जन से अधिक लोग टिकट के लिए दावेदारी की है। वहीं, फारबिसगंज में कांग्रेस ने जाकिर अनवर पर भरोसा जताया था, जिन्हें भाजपा के विद्यासागर केसरी से हार का सामना करना पड़ा था।
फारबिसगंज सीट से जाकिर अनवर बसपा के टिकट पर जीत दर्ज कर चुके हैं, जबकि अररिया से लोजपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। इस बार अररिया सीट से वे चुनाव लड़ सकते हैं। फारबिसगंज सीट को लेकर महागठबंधन में अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
कांग्रेस व राजद में जोर-आजमाइश का दौर चल रहा है। हालांकि, कांग्रेस व राजद के संभावित उम्मीदवार टिकट के लिए हाईकमान के पास जुगाड़ लगा रहे हैं। कांग्रेस की तुलना में राजद ज्यादा सक्रिय है। राजद की तरफ से करीब आधा दर्जन नाम आ रहा है। वहीं, कांग्रेस से भी कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं।
फारबिसगंज सीट फिलहाल भाजपा के खाते में है। यहां से विधायक विद्या सागर केशरी सहित कई अन्य चेहरे टिकट की दौड़ में हैं। यहां कांग्रेस, राजद के बाद जनसुराज के भी संभावित उम्मीदवार प्रचार प्रसार में लगे हैं। अब देखना है कि एनडीए से टिकट की रेस में कौन किस पर भारी पड़ता है।
एनडीए में कुछ विधायकों का टिकट कटने की चर्चा इन दिनों इंटरनेट मीडिया पर जोर शोर से है। ऐसे में दोनों की गठबंधन में सीट और प्रत्याशी की घोषणा के बाद ही वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी। फिलहाल सीट और प्रत्याशी को लेकर कयास और अटकलों का दौड़ जारी है।
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