Skoda ऑटो ने भारत में बनाया रेकॉर्ड; 5 लाख कारों का किया निर्माण, जानिए अबतक का कैसा रहा सफर
स्कोडा ऑटो ने भारतीय बाजार में 5 लाख कारों का उत्पादन कर लिया है। कंपनी ने 2001 में भारत में पहली स्कोडा ऑक्टेविया लॉन्च की थी। स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया के सीईओ पीयूष अरोड़ा ने कहा कि यह सिर्फ 5 लाख कारों का निर्माण नहीं बल्कि 5 लाख कनेक्शन बनाने के बारे में है। स्कोडा का लक्ष्य मेक इन इंडिया के तहत भारत की विनिर्माण ताकत को बढ़ाना है।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। Skoda ऑटो ने भारतीय बाजार में 5 लाख कारों का प्रोडक्शन करके एक नई पलब्धि हासिल की है। यह न केवल स्कोडा की ग्लोबल लेवल क्वालिटी और सुरक्षा के प्रति कमिटमेंट को दिखाता है, बल्कि मेक इन इंडिया पहल को भी मजबूत बनाता है। भारत में Skoda के पुणे और छत्रपति संभाजी नगर में प्लॉन्ट है। आइए जानते हैं कि भारतीय बाजार में Skoda का सफर अब तक कैसा रहा?
भारत में Skoda का सफर
साल 2001 में पहली बार भारत में Skoda Octavia को रोल आउट किया गया था। इसके बाद Laura, Superb और Kodiaq को भारतीय बाजार में उतारा गया। कंपनी की इस लिस्ट में Kushaq, Slavia और हाल ही में लॉन्च हुई Kylaq भी शामिल हो गई है। इन 5 लाख वाहनों में से करीब 70% का प्रोडक्शन पुणे प्लांट में हुआ है, जबकि बाकी छत्रपति संभाजी नगर में हुए हैं।
स्कोडा का फ्यूचर प्लान
यह उपलब्धि भारत के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता और परिचालन उत्कृष्टता का प्रमाण है। उन्होंने स्थानीय इंजीनियरिंग प्रतिभा के पोषण और वैश्विक विनिर्माण प्रक्रियाओं को अपनाने पर जोर दिया, जिससे एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार हुआ है जो अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करता है।
स्कोडा ऑटो ए.एस. के उत्पादन और लॉजिस्टिक्स बोर्ड के सदस्य, एंड्रियास डिक
यह सिर्फ 5 लाख कारों के निर्माण के बारे में नहीं है, बल्कि 5 लाख कनेक्शन बनाने और पोषित करने के बारे में है। प्रत्येक कार यूरोपीय इंजीनियरिंग के डीएनए को साझा करती है, जिसमें बेजोड़ गुणवत्ता, सटीक शिल्प कौशल, बेहतरीन आराम, सुरक्षा, तकनीक और ड्राइविंग डायनामिक्स शामिल हैं।
स्कोडा ऑटो फॉक्सवैगन इंडिया के सीईओ और प्रबंध निदेशक, पीयूष अरोड़ा
स्कोडा ऑटो ने ग्लोबल लेवल पर 130 साल और भारत में 25 साल पूरे किए हैं। कंपनी इसका जश्न मना रहा है। इस साल कंपनी ने अपनी अब तक की सबसे ज्यादा मासिक बिक्री को भी दर्ज किया है, जिसमें 7,422 गाड़ियों को डिलीवर किया गया है। स्कोडा का लक्ष्य सरकार के "मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड" विजन के अनुरूप, घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों के लिए भारत की विनिर्माण ताकत का लाभ उठाना जारी रखना है।
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