अब पेट्रोल पंप पर भी करा सकेंगे मोटर इंश्योरेंस, एक ही जगह मिल जाएंगी सारी सुविधाएं
इरडा बीमा बिक्री नियमों में बड़े बदलाव कर रहा है, जिससे अब रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) और अन्य समूह विभिन्न बीमा उत्पाद बेच सकेंगे, जबकि पेट्रोल पंपों पर मोटर इंश्योरेंस उपलब्ध होगा। इसका उद्देश्य बीमा बेचने वाले इंटरमीडिएरिज के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ाना, ग्राहकों को सस्ते दाम पर बीमा उपलब्ध कराना और खरीदारी को आसान बनाना है।
राजीव कुमार, नई दिल्ली। बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) इंश्योरेंस बिक्री के नियमों में बड़े बदलाव की तैयारी कर रहा है। इस बदलाव के तहत अब रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) एवं ऐसे अन्य समूह लाइफ और हेल्थ से लेकर प्रापर्टी इंश्योरेंस उत्पादों की बिक्री कर सकेंगे। वहीं, पेट्रोल पंपों पर मोटर इंश्योरेंस की खरीदारी की जा सकेगी। इस बदलाव का उद्देश्य इंश्योरेंस बेचने वाले इंटरमीडिएरिज के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना है ताकि ग्राहकों को सस्ते दाम पर इंश्योरेंस सुविधा उपलब्ध हो सके और इंश्योरेंस की खरीदारी बिल्कुल आसान हो जाए।
पेट्रोल पंप पर मोटर इंश्योरेंस की बिक्री
सूत्रों के मुताबिक इरडा का उद्देश्य इंश्योरेंस के दायरे को अधिक से अधिक विस्तार देना है। अभी हेल्थ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस में कुछ कंपनियों का ही दबदबा है और इनके इंटरमीडिएरिज (मध्यस्थ) ग्राहकों से 15 प्रतिशत तक का कमीशन वसूलते हैं। इंश्योरेंस के नवीनीकरण पर भी उन्हें अच्छा खासा कमीशन मिलता है। आरडब्ल्यूए जैसे समूह को इंश्योरेंस बिक्री की इजाजत देने से विक्रेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और इसका फायदा ग्राहकों को होगा। वैसे ही, पेट्रोल पंप पर मोटर इंश्योरेंस की बिक्री शुरू होने पर इसकी खरीदारी बिल्कुल आसान हो जाएगी। अक्सर लोग अपने मकान के आसपास के पेट्रोल पंप पर ईंधन भराने जाते हैं और वहीं पर उनकी गाड़ी का सर्वे भी हो सकता है और किसी प्रकार की दिक्कत होने पर वे पेट्रोल पंप पर जाकर अपने इंश्योरेंस संबंधी पूछताछ भी आसानी से कर सकते हैं।
इंश्योरेंस के ये मसले होंगे हल
सुगम पोर्टल लांच होने से सभी मसले एक जगह होंगे हल इरडा के मुताबिक बीमा सुगम इंडिया फेडरेशन के पोर्टल को आम ग्राहकों के लिए शुरू करने को लेकर टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो गई है। बीमा सुगम के लिए सीईओ और सीएफओ की नियुक्ति कर ली गई है। इस पोर्टल के लांच होने पर एक ही जगह से इंश्योरेंस की खरीदारी, क्लेम, सेटलमेंट, शिकायत निपटान जैसे तमाम मसले हल किए जा सकेंगे। इंश्योरेंस क्लेम को खारिज करने के लिए कंपनी को वैध कारण बताना होगा और सब कुछ पोर्टेल पर होने से रियल टाइम में इसकी निगरानी की जा सकेगी। अभी क्लेम सेटलमेंट में देरी और बेवजह इसे खारिज किए जाने की शिकायत इरडा के पास बड़ी संख्या में पहुंच रही है।
कंपनियों की जांच में क्लेम सेटलमेंट
फिलहाल खाली है इरडा चेयरमैन का पद हाल ही में इरडा ने हेल्थ इंश्योरेंस से जुड़ी आठ कंपनियों की जांच में क्लेम सेटलमेंट में देरी और क्लेम को खारिज करने की शिकायतों को सही पाया। सूत्रों के मुताबिक इंश्योरेंस बिक्री में इस बदलाव को लाने का मसौदा इरडा के पूर्व चेयरमैन देबाशीष पांडा के कार्यकाल में ही तैयार कर लिया गया था, लेकिन गत मार्च में उनके रिटायर होने के बाद चेयरमैन का पद अब तक खाली है। उम्मीद की जा रही है कि नए चेयरमैन की नियुक्ति के साथ ही इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाएगा।
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