CM मोहन यादव के काफिले की गाड़ियों में डीजल की जगह भरा पानी, आपके साथ ऐसा हो तो क्या करें?
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के काफिले की 19 गाड़ियां एक पेट्रोल पंप से डीजल भरवाने के बाद पानी मिले ईंधन के कारण बंद हो गईं, जिसके बाद पंप को सील कर दिया गया। इम मामले को देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे है कि फ्यूल टैंक में पानी होने पर कार कैसे संकेत देती है और ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। इस बीन उनके काफिले की 19 गाड़ियां अचानक एक के बाद एक बंद हो गईं। जब गाड़ियों में आई खराबी को चेक किया गया तो, सामने आया कि उनमें डीजल के साथ भानी भरा हुआ था। सीएम काफिले की 19 कारें रतलाम शहरी सीमा के डोसीगांव स्थित भारत पेट्रोलियम के शक्ति फ्यूल्स पेट्रोल पंप पर डीजल भरवाने पहुंची थीं। डीजल भरवाने के कुछ ही समय बाद सभी गाड़ियां कुछ दूरी पर जाकर बंद हो गईं। उन्हें धक्का लगाकर सड़क किनारे खड़ा करना पड़ा। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संबंधित पेट्रोल पंप को सील कर दिया। इस मामले को देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि अगर आपकी कार के फ्यूल टैंक में गलती से पानी चला जाए, तो आपको उस समय क्या करना चाहिए?
फ्यूल टैंक में पानी होने के संकेत
- अगर कार के फ्यूल टैंक में किसी तरह से पानी चला जाता है, तो गाड़ी खुद ही इसके संकेत देती है, जो निम्नलिखित है-
- कार के इंजन का मिसफायर करना या फिर रुक-रुक कर चलना।
- आपको लगेगा कि आपकी कार पहले जितनी स्मूथ नहीं चल रही है।
- कार तेज स्पीड में चलाने पर गाड़ी का झटके से चलना।
- डैशबोर्ड पर चेक इंजन लाइट जल सकती है।
- कार का स्टार्ट नहीं होना।
- एग्जॉस्ट से सफेद धुआं का निकलना।
फ्यूल टैंक में पानी जाने पर क्या करें?
- जैसे आपकों ऊपर बताए लक्षण कार में दिखाई दें, तो उसे सड़क के किनारे पार्क कर दें। पानी के साथ गाड़ी चालने से इंजन को गंभीर नुकसान हो सकता है।
- इस मामले में मैकेनिक आमतौर पर फ्यूल टैंक को पूरी तरह से खाली कर देते हैं उसके बाद वह उसे साफ करते हैं। यह सबसे सही तरीका है पानी और खराब फ्यूल को बाहर निकालने का।
- कार के फ्यूल फिल्टर को भी चेक करवाएं और जरूरत पड़ने पर उसे बदलवा दें, क्योंकि इसनें पानी जमा हो सकता है।
- आपको फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम, इंजेक्टर और इंजन के बाकी पार्ट को भी चेक करवाना चाहिए, ताकि पानी से हुए बाकी नुकसान का पता चल सकें।
- जब एक बार एक बार फ्यूल टैंक और फ्यूल सिस्टम साफ हो जाए, तो टैंक में फिर से फ्यूल भरवाएं और इंजन को चालू करें। साथ ही परफॉर्मेंस को भी चेक करें।
यह भी पढ़ें- क्या हाइवे उपयोग करने के लिए टू व्हीलर्स को देना होगा Toll Tax, केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने कह दी बड़ी बात
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।