Mercedes-Benz 300 SLR: दुनिया की सबसे महंगी कार, जिसने ली थी 84 लोगों की जान; 1100 करोड़ में होगी नीलामी
गाड़ियों के नीलामी का प्रचलन कई सालों से चलता आ रहा है। इस नीलामी में कई ऐसे कारें होती हैं जिनकी दुनियां में एक अलग पहचान होती है। इसी तरह दुनियां की सबसे महंगी कार Mercedes-Benz 300 SLR नीलामी के लिए उपलब्ध है। आइये जानते हैं नीलामी की कीमत
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। मर्सिडीज़ बेंज़ 300 एसएलआर (Mercedes-Benz 300 SLR) की रिकॉर्ड कीमत पर नीलामी हुई है। इस नीलामी ने फेरारी 250 GTO (Ferrari 250 GTO) के नीलामी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। जिसे 70 मिलियन डॉलर (542 रुपये) में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया था। यूके बेस्ड वेबसाइट Hagerty के मुताबिक जर्मन कार मेकर कंपनी मर्सिडीज़ बेंज़ 300 एसएलआर (Mercedes-Benz 300 SLR) रेसिंग कार को 142 मिलियन डॉलर (11,000 करोड़ रुपये) में बिक्री के लिए नीलामी में उपलब्ध कराया गया है। अब यह रिकॉर्ड मर्सिडीज-बेंज 300 SLR उहलेनहॉट कूप (Mercedes-Benz 300 SLR Uhlenhaut Coupe) के नाम हो गया है, जिसे 142 मिलियन डॉलर में बेचा गया है।
क्या है खास
अगर रिपोर्ट कंफर्म है, तो इसका मतलब यह होगा कि यह दुनिया की पहली सबसे महंगी कार होगी। बता दें कि Ferrari 250 GTOs को 70 मिलियन डॉलर (542 करोड़ रुपये) में बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। इस कीमत में करीब 20 कार को खरीदा जा सकेगा। मर्सिडीज-बेंज 300 SLR के केवल दो मॉडल 1950 के दशक में बनाए गए थे, जिसके बाद मर्सिडीज ने 1955 में इस रेसिंग को बंद कर दिया था। हेगर्टी के अनुसार, माना जाता है कि मर्सिडीज-बेंज की ओर से एक गुप्त नीलामी हुई थी। इस नीलामी में 10 दिग्गज कंपनियों ने हिस्सा लिया था। नीलामी प्रक्रिया में जर्मन कार निर्माता ने कठोर नियम लगाए थे।
यह मर्सिडीज-बेंज 300 SLR कूपे की केवल दो ही यूनिट बनाई थीं।
कंपनी ने कार के इन दो हार्डटॉप वेरिएंट का उत्पादन 1955 में रेस छोड़ने के बाद किया था। इसमें 3.0-लीटर का इंजन हैं, जिनकी क्षमता 302 PS की है। इस रेसिंग कार को रेसिंग ट्रैक पर उतारा गया, ऐसी ही एक रेसिंग में 83 लोगों की मौत हो गई थी। साल 1954 में इस कार ने 12 रेसों में से 9 जीत कर रेस जीती हैं। साल 1955 ले मैन्स (Le Mans) रेस की दुर्घटना में कार से चालक पियरे लेवेघ और 83 दर्शकों की मौत हो गई थी।