Maruti Suzuki अपनी कारों की मैन्युफैक्चरिंग के लिए करेगी सौर ऊर्जा का उपयोग
Maruti Suzuki India Ltd. ने अपनी ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। पर्यावरण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध Maruti Suzuki India Ltd. ने अपनी ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सौर ऊर्जा के इस्तेमाल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। कंपनी ने हाल ही में अपनी गुरुग्राम यूनिट में 5 मेगावॉट के सोलर पावर प्लांट का शिलान्यास किया है। उम्मीद की जा रही है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में इस कैप्टिव सोलर प्लांट का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
Maruti करीब 24 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिसके बाद CO2 के उत्सर्जन में सालाना 5390 टन तक कमी आने की उम्मीद है। यह मारुति सुजुकी का दूसरा सबसे बड़ा ग्रिड आधारित सोलर पावर प्लांट है। 2014 में 1 मेगावॉट क्षमता के पहले सोलर पावर प्लांट की स्थापना मनेसर में की गई थी।
सोलर पावर प्लांट से उत्पन्न ऊर्जा को कैप्टिव पावर प्लांट के अनुरूप बनाया जाएगा ताकि यह पावर प्लांट गुरुग्राम युनिट में ऊर्जा संबंधी जरूरतों को पूरा कर सके।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ, केनिची आयुकावा ने कहा, "सौर ऊर्जा, ऊर्जा का प्रभावी एवं बहुमुखी स्रोत है जो प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। कंपनी ने पर्यावरण के उनुकूल तकनीकों को अपनाने तथा कार्बन डाई ऑक्साईड के उत्सर्जन को कम करने के दृष्टिकोण के साथ और ऊर्जा की दिशा में यह अनूठी पहल की है। इस सोलर पावर प्लांट के माध्यम से हम अगले 25 वर्षों में अपने कारोबार की जरूरतों को नव्यकरणीय ऊर्जा से पूरा करेंगे। मारुति सुजुकी में हम अपने प्रोडक्ट्स, निर्माण प्रक्रियाओं एवं कारोबार संचालन में पर्यावरणम के अनुकूल पहलों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।