सेना और पुलिस की फेवरेट गाड़ी थी Gypsy, क्या Maruti Jimny जीत पाएगी वो भरोसा
मारुति ने 1985 में भारत में ऑफ-रोडर शैली की शुरुआत की जिसमें जिप्सी मॉडल को उतारा गया था। यह जापान में जिम्नी एसजे30 (Jimny SJ30) नाम से बिक रहा था लेकिन भारत में इसे लंबे व्हीलबेस के साथ लाया गया। (जागरण फोटो)
नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। इंडियन आर्मी के पास आपने मारुति की ऑफ-रोड कार Gypsy जरूर देखा होगा। मारुति Gypsy इतनी भरोसेमंद गाड़ी है, जिसकी 35 हजार से अधिक गाड़ियों को भारतीय सेना इस्तेमाल करती है। क्योंकि, यह वो गाड़ी है, जो किसी भी परिस्थिति में, ऊबड़-खाबड़ सड़को पर आसानी से चलने के लिए जानी जाती है। मारुति जिम्नी के पेश होने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि Gypsy की जगह मारुति जिम्नी ले सकती है।
जिप्सी बन सकती है न्यू जिम्नी
दरअसल, जो इंजन जिप्सी में मिलते वही इंजन आपको मारुति की नई ऑफ-रोड कार जिम्नी में भी मिलेंगे। मारुति ने 1985 में भारत में ऑफ-रोडर शैली की शुरुआत की, जिसमें जिप्सी मॉडल को उतारा गया था। यह जापान में जिम्नी एसजे30 (Jimny SJ30) नाम से बिक रहा था, लेकिन भारत में इसे लंबे व्हीलबेस के साथ लाया गया। अब जिम्नी के लॉन्च होने के बाद उम्मीद की जा रही है कि जिम्नी को जिप्सी की नजर से लोग देखने वाले हैं।
भारतीय सेना जिम्नी में ले सकती है दिलचस्पी?
जिम्नी के पेश होने के बाद यह सवाल उठता है कि क्या भारतीय सेना इसमें दिलचस्पी लेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भारतीय सेना में जिम्नी को शामिल करने के बारे में भारतीय सेना विचार कर सकती है।
जिम्नी में जिप्सी की तुलना में मिलते हैं अधिक फीचर्स
जिप्सी को कई दशक पहले लॉन्च क्या गया था। उस समय यह कार आधुनिक फीचर्स से लैस है। हालांकि, वर्तमान टेक्नोलॉजी के हिसाब से जिप्सी में जो फीचर दिए गए हैं, वो न के बराबर है। हालांकि, उसकी ठोस बिल्ड क्वालिटी आज भी अन्य गाड़ियों की तुलना में काफी मजबूत है। जिम्नी में एयरबैग, एबीएस, पावर स्टीयरिंग या मैनुअल एयर कंडीशनिंग जैसी लेटेस्ट सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं, जबकि जिप्सी में ये फीचर्स देखने को नहीं मिलेंगे।
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