बेंगलुरु में 7.5 करोड़ की Ferrari SF90 Stradale जब्त, रोड टैक्स चोरी पर मालिक ने भरे 1.42 करोड़ रुपये
बेंगलुरु में 7.5 करोड़ रुपये की Ferrari SF90 Stradale को रोड टैक्स चोरी के आरोप में जब्त किया गया। कार का रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र में था लेकिन वह अक्सर बेंगलुरु में चलती थी। कर्नाटक के नियमों के अनुसार एक साल से अधिक समय तक राज्य में चलने वाली गाड़ी को वहीं रजिस्टर कराना होता है और रोड टैक्स भरना अनिवार्य है। टैक्स और जुर्माना भरने के बाद कार को छोड़ा गया।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। बेंगलुरु की सड़कों पर दौड़ती एक लाल रंग की Ferrari SF90 Stradale ने हाल ही में खूब सुर्खियां बटोरीं, लेकिन इस बार वजह इसकी रफ्तार या लक्जरी नहीं, बल्कि रोड टैक्स चोरी है। कर्नाटक के परिवहन विभाग (RTO) की सख्त कार्रवाई में इस सुपरकार को जब्त कर लिया गया, जिससे लग्जरी कार मालिकों में हड़कंप मच गया है। आइए इसके पीछे की पूरी कहानी विस्तार में जानते हैं।
महाराष्ट्र में रजिस्ट्रेशन, बेंगलुरु में फर्राटा
यह Ferrari SF90 Stradale करीब 7.5 करोड़ रुपये की कीमत वाली सुपरकार है। इस कार का रजिस्ट्रेशन महाराष्ट्र में किया गया था, क्योंकि वहां लक्जरी गाड़ियों पर टैक्स कर्नाटक की तुलना में कम है, लेकिन यह कार अक्सर बेंगलुरु की सड़कों पर देखी जा रही थी। कर्नाटक में नियम यह कहता है कि अगर कोई गाड़ी एक साल से ज्यादा समय तक राज्य में चलाई जाती है, तो उसे वहीं पर रजिस्टर कराना और रोड टैक्स देना अनिवार्य होता है, लेकिन Ferrari के मालिक ने न तो इसे कर्नाटक में रजिस्टर कराया और न ही रोड टैक्स भरा।
RTO की कड़ी कार्रवाई
सूचना मिलने पर बेंगलुरु साउथ RTO ने तुरंत एक्शन लिया। अधिकारियों ने कार के कागजात चेक किए और पाया कि कर्नाटक में रोड टैक्स का भुगतान नहीं किया गया था। इसके बाद Ferrari SF90 Stradale को जब्त कर लिया गया। मालिक को नोटिस भेजा गया कि अगर गुरुवार शाम तक टैक्स और जुर्माना नहीं चुकाया गया, तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दबाव में आकर Ferrari के मालिक ने तुरंत 1.42 करोड़ रुपये का टैक्स और जुर्माना भर दिया।
कर्नाटक में बड़ी टैक्स रिकवरी
कर्नाटक परिवहन विभाग के लिए यह सबसे बड़ी टैक्स रिकवरी में से एक मानी जा रही है। दरअसल, कर्नाटक में पिछले कुछ समय से लग्जरी कारों की टैक्स चोरी पर सख्त नजर रखी जा रही है। फरवरी में भी विभाग ने Ferrari, Porsche, BMW और Range Rover जैसी करीब 30 लग्जरी कारें जब्त की थीं।
क्यों जरूरी है रजिस्ट्रेशन और रोड टैक्स?
एक साल से ज्यादा किसी दूसरे राज्य की गाड़ी चलाने पर उसे वहां रजिस्टर करना और रोड टैक्स देना जरूरी है। रोड टैक्स से मिलने वाली रकम राज्य की सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर के रख-रखाव में लगाई जाती है। सरकार चाहती है कि सभी वाहन मालिक नियमों का पालन करें, ताकि टैक्स कलेक्शन में पारदर्शिता और समानता बनी रहे। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई एक सख्त संदेश है कि कोई भी नियम से ऊपर नहीं है, चाहे वह करोड़ों की सुपरकार ही क्यों न हो।
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