Expressways Of India: भारत के इन 10 एक्सप्रेस-वे से होगा मीलों का सफर आसान, जानें हाईवे से कैसे होते हैं अलग
Upcoming Expressways Of India भारत में जल्द ही कई सारी एक्स्प्रेस-वे शुरू होने वाली हैं। उम्मीद है कि अगले साल के तहत तक कुल 10 एक्स्प्रेस-वे का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा। वहीं भारत की सबसे लंबी एक्स्प्रेस-वे दिल्ली-मुंबई रोड वे होगी। (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, ऑटो डेस्क। हाल में आपने सड़क यात्रा के लिए एक अलग शब्द एक्स्प्रेस-वे (Expressway) सुना होगा। भारत में इन दिनों कई एक्स्प्रेस-वे शुरू किये गए हैं। बीते दिन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) को शुरू किया गया, जबकि इससे पहले भी इस तरह के कई नाम सामने आ चुके हैं। अब सवाल आता है कि एक एक्स्प्रेस-वे होता क्या है और ये बाकी सड़कों से कैसे अलग है? भारत में कितने एक्स्प्रेस-वे शुरू होने वाली हैं? तो आज हम इसी से जुड़ी बातों के बारे में जानकारी देने वाले हैं।
क्या होती है एक्सप्रेस-वे
भारत में शुरू होने वाली एक्स्प्रेस-वे सबसे उच्चतम श्रेणी की सड़कें होती हैं, जिनमें एक्सेस रैंप, ग्रेड सेपरेशन, लेन डिवाइडर और एलिवेटेड सेक्शन जैसी आधुनिक सुविधाएं होती हैं। ये उच्च गुणवत्ता वाले राजमार्ग हैं और मुख्य रूप से छह से आठ लेन की होती हैं। इन्हें थ्रूवे, पार्कवे, फ्रीवे, सुपरहाइवे, या मोटरवे भी कहा जाता जाता है।
हाईवे से कैसे है अलग?
एक एक्स्प्रेस-वे और हाईवे के बीच के अंतर को समझना बहुत जरूरी है। एक हाईवे या राजमार्ग आमतौर पर महत्वपूर्ण शहरों और कस्बों को जोड़ता है। यातायात के लिए चार लेन होती हैं और कई स्थानो पर ये दूसरे राजमार्गों के साथ मिल जाती हैं या उन्हें क्रॉस करती हैं।
दूसरी तरफ, एक एक्स्प्रेस-वे में कोई अन्य सड़क कहीं भी नहीं मिलाती या पार नहीं करती है। यानी कि सड़कें मल्टीपल नहीं होती हैं। यहां चालक एक स्थान से एंट्री लेता है और उस एक्स्प्रेस-वे के खत्म होने पर अपने स्थान तक पहुंच सकता है। इससे दुर्घटना की आशंका भी कम हो जाती है।
भारत में शुरू होने वाली हैं 10 एक्स्प्रेस-वे
जानकारी के लिए बता दें कि आने वाले दिनों में भारत में 10 एक्स्प्रेस-वे शुरू होने वाली हैं। इनमें शामिल हैं-
दिल्ली-मुंबई एक्स्प्रेस-वे: ये एक्स्प्रेस-वे करीब 1,386 किमी तक लंबी है, जिसके जरिए 24 घंटे की यात्रा को 12 घंटे में पूरा किया जा सकता है। पूरी तरह शुरू होने के बाद एक भारत की सबसे लंबी एक्सप्रेस-वे भी होगी।
पूर्वांचल एक्स्प्रेस-वे: पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को साल 2021 में शुरू कर दिया गया था। यह लखनऊ और गाजीपुर को जोड़ती है। वहीं, एक्सप्रेस-वे की लंबाई 340 किमी है।
द्वारका एक्सप्रेस-वे: यह एक शहरी एक्सप्रेस-वे है, जो 29 किमी लंबी है। यह दिल्ली, हरियाणा और गुरुग्राम को आपस में जोड़ती है।
मुंबई- नागपुर एक्सप्रेस-वे: मुंबई और पुणे को जोड़ने वाली ये एक्स्प्रेस-वे करीब 701 किमी लंबी है और महाराष्ट्र की दूसरी एक्स्प्रेस-वे भी है।
गंगा एक्स्प्रेस-वे: मेरठ से वाराणसी तक बनी ये एक्सप्रेस-वे करीब 594 किमी लंबी है और इसके पहले फेज को साल 2024 की पहली तिमाही में शुरू किये जाने की उम्मीद है।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेस-वे: यह एक चार लेन वाली एक्सप्रेस-वे है, जिसे 650 किमी की लंबाई के साथ बनाया जा रहा है। फिलहाल यह अपने पहले फेज में है।
अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेस-वे: अगले साल दिसंबर तक पहले फेज के पूरे होने की उम्मीद के साथ इस एक्स्प्रेस-वे को 110 किमी की दूरी तक बनाया जा रहा है। यह अहमदाबाद के साउथ से शुरू होता है।
बैंगलुरु- चेन्नई एक्स्प्रेस-वे: 260 किमी लंबी यह एक्स्प्रेस-वे आपको सच में चेन्नई एक्स्प्रेस का मजा देने वाली है और इसे चार लेन के साथ लाया जा रहा है।
रायपुर-विशाखपटनम एक्स्प्रेस-वे: 464 किमी की लंबाई के साथ ये एक्स्प्रेस-वे रायपुर को विशाखपटनम के साथ जोड़ती है। इसे छह लेन में बनाया जा रहा है।
बुंदेलखंड एक्स्प्रेस-वे: 296 किमी की ये एक्सप्रेस-वे इटावा और चित्रकूट को जोड़ता है। ये चार लेन वाली एक्स्प्रेस-वे हैं।
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