Elon Musk ने छोड़ा रिटायरमेंट प्लान; बने रहेंगे अगले 5 साल तक CEO, Tesla की भारत में एंट्री पर क्या होगा असर?
इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी टेस्ला के मालिक Elon Musk ने कहा है कि वे राजनीति से दूर रहेंगे और अगले 5 साल तक टेस्ला के सीईओ बने रहेंगे। यह खबर टेस्ला के भारत में प्रवेश की तैयारी के बीच आई है। कंपनी भारत में शोरूम के लिए जगह देखने के साथ जॉब पोस्टिंग भी निकाल चुकी है। मस्क के इस फैसले का टेस्टा की भारत में एंट्री पर क्या असर पड़ेगा?

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी Tesla के मालिक Elon Musk ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करके लिखा कि वह अब राजनीति से दूर हो रहे हैं और टेस्ला के सीईओ के तौर पर कम से कम अगले 5 साल तक बने रहेंगे। एलन मस्क की यह खबर तक सामने आई है, जब Tesla भारत में एंट्री की करने की तैयारी कर रही है। आइए विस्तार में जानते हैं कि मस्क के इस फैसले का टेस्ला की भारत में एंट्री का क्या असर पड़ेगा?
टेस्ला की एंट्री को लेकर अब तक क्या हुआ?
- Tesla पिछले कुछ वर्षों से भारत में एंट्री मारने की तैयारी कर रही है। अप्रैल 2025 में एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक फोन कॉल के दौरान कहा था कि इस साल के अंत तक वह भारत आएंगे और टेक्नोलॉजी व इनोवेशन को लेकर भारत-अमेरिका के बीच सहयोग पर बात करेंगे। इसको लेकर कंपनी अभी तक कई कदम उठा चुकी है। कंपनी ने मुंबई, दिल्ली, और बेंगलुरु में अपने शोरूम के लिए जगह देखना शुरू कर दिया है, जिसमें से मुबंई में एक ऑफिस भी ले लिया है।
- कंपनी भारत में 13 जॉब पोस्टिंग्स भी निकाल चुकी है। वहीं, जिन लोगों ने मॉडल 3 के लिए 2016 में बुकिंग की थी, उनके रिफंड भी वापस कर रही है, ताकि वह भारत में अपनी गाड़ियां लॉन्च कर सकें। इसी बीच मई 2025 में टेस्ला इंडिया के हेड ने इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद अब टेस्ला चाइना की टीम भारत में होने वाली चीजों को संभाल रही है।
भारत में टेस्ला की चुनौतियां
- भारत में टेस्ला की एंट्री आसान नहीं रही है। इसके पीछे की एक वजह भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर लगने वाला हाई इंपोर्ट ड्यूटी है। पहले यह 70% तक लगता था। मार्च 2024 में भारत सरकान ने एक नई ईवी पॉलिसी लेकर आई, जिसमें विदेशी कंपनियों को 15% की कम ड्यूटी पर 8,000 गाड़ियां हर साल इंपोर्ट करने की छूट दी गई। इसमें भी एक शर्त रखी गई, जो है उन्हें भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाना होगा।
- अभी भी भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री कुल गाड़ियों की बिक्री का 3 फीसद से कम है। भारत की टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसी कंपनियां सस्ती इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बिक्री करती है। टेस्ला की भारत में लॉन्च होने वाली इलेक्ट्रिक कार के बेस मॉडल की कीमत करीब 30 लाख रुपये के ऊपर होने की उम्मीद है, जो लोगों के लिए महंगी हो सकती है।
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