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    बिना पैडल और स्‍पोक व्‍हील के चल रही इलेक्ट्रिक साइकिल, सिंगल चार्ज में मिलती है 100 किलोमीटर की रेंज

    Helan Bikes at Auto Expo 2025 ऑटो एक्‍सपो 2025 के दौरान कई बेहतरीन वाहनों और तकनीक को शोकेस किया जा रहा है। ऐसे में हैदराबाद के इंजीनियर्स की ओर से ऐसी इलेक्ट्रिक साइकिल को दिखाया जा रहा है जिसमें न तो पैडल हैं और न ही स्‍पोक व्‍हील्‍स हैं। इस Electric Cycle की क्‍या खासियत है। कैसा डिजाइन है। आइए जानते हैं।

    By Sameer Goel Edited By: Sameer Goel Updated: Tue, 21 Jan 2025 06:00 PM (IST)
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    Auto Expo 2025 में मिलेगी बिना स्‍पोक व्‍हील्‍स वाली इलेक्ट्रिक साइकिल।

    ऑटो डेस्‍क, नई दिल्‍ली। दिल्‍ली के प्रगति मैदान में देश और दुनिया की कई प्रमुख वाहन निर्माता नए डिजाइन, नई तकनीक और फीचर्स के साथ अपने उत्‍पादों को पेश और लॉन्‍च कर रही हैं। इनके साथ ही यहां पर देश के कुछ ऐसे स्‍टार्ट-अप भी हैं जो रोजाना की जरुरत को समझते हुए तकनीक के जरिए कुछ बेहतरीन उत्‍पादों को शोकेस कर रहे हैं।

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    Electric Cycle के पीएम मोदी भी हुए मुरीद

    ऑटो एक्‍सपो 2025 में आंध्र प्रदेश के कुछ इंजीनियरों ने एक ऐसी इलेक्ट्रिक साइकिल को बनाया है जो काफी खास है। यह साइकिल इतनी खास है कि पीएम मोदी ने भी इसे देखा। एक स्‍टॉर्ट-अप के तौर पर हेलेन बाइक्‍स ने इस साइकिल को यहां शोकेस किया है।

    कॉन्‍सेप्‍ट मॉडल हुआ शोकेस

    हबलेस साइकिल के कॉन्‍सेप्‍ट मॉडल को दिखाया है। Helex नाम की इस यह साइकिल फिलहाल तो एक कॉन्‍सेप्‍ट के तौर पर शोकेस की जा रही है। लेकिन सही इनवेस्‍टर मिलने पर इसे कॉन्‍सेप्‍ट से प्रोडक्‍शन तक आने में करीब छह से नौ महीने तक का समय लग सकता है।

    कितनी है रेंज और बैटरी की क्षमता

    हबलेस साइकिल में न तो रिम स्‍पोक्‍स को दिया गया है और न ही इसे चलाने के लिए पैडल की जरुरत होती है। साइकिल के फ्रेम में ही 1.2 kWh की क्षमता की मोटर को लगाया गया है जिसे करीब तीन घंटे में फुल चार्ज किया जा सकता है। एक बार चार्ज होने के बाद साइकिल को करीब 90 से 100 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। साइकिल के कॉन्‍सेप्‍ट वर्जन का कुल वजन 60 से 70 किलोग्राम के बीच है, लेकिन इसके फाउंडर्स में से एक सजीव रत्‍नम का कहना है कि अगर इसे प्रोडक्‍शन में लाया जाता है तो इसका वजन करीब 35 किलोग्राम तक किया जा सकता है। इसके दोनों पहियों में स्‍पोक्‍स नहीं है, इसकी जगह साइकिल में मोटर को लगाया गया है जिसके ऊपर टायर लगाए गए हैं। ऐसे में जब साइकिल को चलाने के लिए रेस दी जाती है तो मोटर के साथ लगे पहिए घूमने लगते हैं। इस इलेक्ट्रिक साइकिल को 25 किलोमीटर प्रति घंटे तक की टॉप स्‍पीड पर चलाया जा सकता है।

    कितने हैं वेरिएंट

    हेलेन बाइक्‍स के फाउंडर सजीव का कहना है कि फिलहाल कॉन्‍सेप्‍ट के तौर पर इस साइकिल को 25 किलोमीटर प्रति घंटे की स्‍पीड से चलाया जा सकता है। लेकिन इसके प्रोडक्‍शन के समय दूसरे वेरिएंट की टॉप स्‍पीड 45 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है और उसके लिए ड्राइविंग लाइसेंस की जरुरत होगी।