Mercedes से Land Rover तक, पुरानी कारों पर दिल्लीवालों का दर्द सोशल मीडिया पर सामने आ रहा, लेकिन क्या हैं विकल्प
दिल्ली में एक जुलाई 2025 से उम्र पूरी कर चुके वाहनों को ईंधन न देने और जब्त करने की कार्रवाई से लोग परेशान हैं। सोशल मीडिया पर लगातार ऐसे पोस्ट मिल रहे हैं जिनमें Mercedes से लेकर Land Rover तक महंगी कारों को बेहद कम कीमत पर बेचा जा रहा है। लाखों के नुकसान से बचने के क्या विकल्प हो सकते हैं। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में एक जुलाई 2025 से सीएक्यूएम के आदेश के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है। कार्रवाई करते हुए उम्र पूरी कर चुके वाहनों को ईंधन नहीं दिया जा रहा और जब्त करने के साथ जुर्माना लगाया जा रहा है। जिससे बड़ी संख्या में लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे लोग सोशल मीडिया पर अपनी परेशानी बताते हुए पोस्ट कर रहे हैं। अगर आप भी दिल्ली में रहते हैं और आपकी गाड़ी भी पुरानी हो चुकी है तो आपके पास क्या विकल्प हो सकते हैं। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
दिल्ली में हो रही कार्रवाई
दिल्ली में एक जुलाई 2025 से सीएक्यूएम के आदेश के बाद पुरानी हो चुके वाहनों पर कार्रवाई की जा रही है। ऐसे वाहनों को पहचान कर न तो उनको ईंधन दिया जा रहा है और उनको परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस की ओर से जब्त भी किया जा रहा है।
लोग हो रहे परेशान
पुराने वाहनों पर कार्रवाई से लोग काफी परेशान हो रहे हैं। परेशान होकर वह अपनी लाखों, करोड़ों रुपये की महंगी कारों को बेहद कम कीमत पर बेच रहे हैं। जिसका दर्द वह सोशल मीडिया पर बता रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई ऐसी पोस्ट वायरल हो रही हैं, जिनमें बताया जा रहा है कि Mercedes से लेकर Land Rover जैसी महंगी कारों को 10 साल पूरे होने पर दो-तीन लाख रुपये में ही बेचा जा रहा है।
फैसले का हो रहा विरोध
परेशान लोग यह तर्क दे रहे हैं कि उन्होंने काफी मेहनत के बाद ऐसी कारों को खरीदा था और सालों तक कारों का अच्छी तरह ध्यान रखा। लेकिन अब जब वह बिल्कुल नई जैसी स्थिति में हैं फिर भी उनको सिर्फ दो-तीन लाख रुपये में बेचने से काफी नुकसान हो रहा है। वह सरकार की कार्रवाई और सीएक्यूएम के फैसले का विरोध भी कर रहे हैं।
क्या हैं विकल्प
ईंधन न मिलने और जब्त होने के डर से भले ही लोग अपनी लाखों करोड़ों रुपये की कारों को बेहद कम कीमत पर बेच रहे हैं। लेकिन लोगों के पास इस नुकसान से बचने के विकल्प भी हैं। परिवहन विभाग की ओर से इस तरह नियमों को प्रदूषण में कमी लाने के लिए पहले ही जारी किया जा चुका है। लेकिन अधिकतर लोग इस बात को अनदेखा कर रहे थे और अब उनको परेशानी हो रही है।
इसकी जगह अगर ऐसे वाहनों को दिल्ली एनसीआर से बाहर ले जाकर बेचा जाए तो अभी मिलने वाली कीमत से बेहतर कीमत उनको मिल सकती है। इसके लिए 10 या 15 साल पूरी होने का इंतजार करने की बजाय पांच से सात साल के बाद उन कारों को देश के बाकी हिस्सों में बेचा जा सकता है, जिससे ज्यादा कीमत भी मिल सकती है।
दूसरा विकल्प यह है कि वाहन निर्माताओं की ओर से समय समय पर एक्सचेंज के ऑफर दिए जाते हैं। ऐसे ऑफर्स के साथ बेहतर डील करके भी नुकसान को कम किया जा सकता है और नई गाड़ी को खरीदा जा सकता है।
तीसरा विकल्प यह है कि अगर आप अपनी महंगी कार को सिर्फ इसलिए नहीं बेचना चाहते कि वह पुरानी हो चुकी है तो ऐसी कार को इलेक्ट्रिक पावरट्रेन में बदला जा सकता है। देश में कई ऐसी कंपनियां हैं जो पुरानी ICE कारों को EV में बदलती हैं। ऐसा करके आप उसी पुरानी कार को बिना परेशानी उपयोग कर सकते हैं।
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