Traffic Police ने Kia SUV का काटा चालान; Viral video पर मचा बवाल, जाने क्या है वजह
ऑटो डेस्क के अनुसार कार की खिड़कियों पर सनशेड लगाने का चलन बढ़ गया है कंपनियाँ भी इसे डिफ़ॉल्ट रूप से दे रही हैं। चंडीगढ़ में पुलिस ने एक ऐसे वाहन का चालान किया जिसमें कंपनी द्वारा लगाया गया सनशेड था। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार सनशेड का वीएलटी लेवल एक निश्चित सीमा में होना चाहिए। नियमों का उल्लंघन करने पर यह गैरकानूनी है।

ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। कार की खिड़कियों पर सनशेड लगाने का चलन आज के समय में बहुत ही आम हो गया है। अब तो कार कंपनियां भी अपनी गाड़ियों में सनशेड को डिफाल्ट फीचर के रूप में देने लगी है, जिसमें KIA समेत प्रीमियम कार कंपनियां शामिल है। हाल ही में चंडीगढ़ में एक ऐसा मामला सामना है, जहां पुलिस ने ऐसे ही एक वाहन का चालान कर दिया, जिसकी सनशेड कंपनी के जरिए दी गई थी। आइए जानते हैं कि कार में सनसील्ड लगाने को लेकर ट्रैफिक नियम क्या है?
मामला क्या है?
हाल में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक कार मालिक को इसकी कार के मिरर पर लगे सनशेड के लिए चंडीगढ़ में पुलिस ने चालान कर दिया। कार ने सनशेड KIA कंपनी के जरिए स्थायी रूप से लगाई गई थी। कार मालिक ने पुलिस को बहुत समझाने की कोशिश की कि यह कंपनी की तरफ से मिला और इसे हटाना संभव नहीं है, लेकिन पुलिस ने उसकी एक बात नहीं मानी और चालान कर दिया। इस घटना के बाद कई सवान खड़े हो गए हैं, क्या कंपनी द्वारा लगाए गए सनशेड वैध हैं? और अगर हैं, तो फिर पुलिस क्यों चालान कर रही है?
Why are common people fined for company-fitted sunshades when the same are used by celebrities in their high-end cars without question? Some even use dark black tints openly in the name of privacy. If companies are fitting them by default, why should the aam aadmi pay fines? pic.twitter.com/OFCus5TOgp
— Nikhil saini (@iNikhilsaini) June 3, 2025
सनसील्ड लगाने को लेकर ट्रैफिक नियम
- साल 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला सुनाते हुए कहा था कि कार के विंडो और मिरर पर लगाए गए टिंट या सनशेड का वीएलटी (विजिबिलिटी लाइट ट्रांसमिशन) का लेवल एक निश्चित सीमा के अंदर होना चाहिए। इस फैसले के अनुसार, किसी भी तरह का टिंट या सनशेड, चाहे वह कंपनी के जरिए लगाया गया हो या बाद में अगर वह नियम का उल्लघंन होता है, तो उसे गैरकानूनी माना जाता है।
- हालांकि, कई ऑटोमेकर अपनी गाड़ियों में ऐसे सनशेड देते हैं, तो वीएलटी लेवल के अनुरूप होते हैं, लेकिन स्थानीय पुलिस अक्सर इन नियमों को सख्ती से लागू करती है, जिसमें आम आदमी को परेशानी का समाना करना पड़ता है।
ऐसे में क्या करें?
अगर आपकी कार में भी कंपनी के जरिए सनशेड दिया गया है और आपको पुलिस रोकती है, तो आपको इस दौरान कार के बिल या वारंटी पेपर दिखाएं, जिसमें सनशेड के बारे में बताया गया हो। आपको यह भी सुनिश्चित करें कि आपके सनशेड का वीएलटी लेवल नियम के अनुरूप हो। अगर आपका चालान गलत तरीके से किया गया है, तो आप स्थानीय अधिकारियों या अदालत में शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
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