Annual Fastag Pass किस तरह किया जा सकता है एक्टिवेट, कैसे होगी पेमेंट, जानें पूरा प्रोसेस
Annual FASTag Pass को भारत में 15 अगस्त 2025 से शुरू कर दिया जाएगा। अगर आप भी इस सुविधा को अपने फास्टैग के साथ जोड़ने की तैयारी कर रहे हैं तो किस तरह से इसे मौजूदा फास्टैग पर ही एक्टिवेट किया जा सकता है। किस तरह से इसके लिए पेमेंट की जा सकती है। इसका प्रोसेस क्या होगा। आइए जानते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री Nitin Gadkari ने हाल में ही एक बड़ी घोषणा Fastag को लेकर की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में 15 अगस्त 2025 से Annual Fastag Pass की सुविधा को शुरू कर दिया जाएगा। इस पास को लेने की तैयारी कर रहे हैं तो किस तरह से इसे एक्टिवेट किया जा सकेगा। किस तरह इसके लिए पेमेंट की जा सकेगी। क्या प्रोसेस होगा। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं।
कैसे एक्टिवेट होगा Annual Fastag Pass
देश में जल्द ही टोल टैक्स देने के लिए Annual Fastag Pass की सुविधा को शुरू किया जाएगा। लेकिन अभी भी कई लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है कि इसे किस तरह एक्टिवेट किया जाएगा। इसका सीधा जवाब है कि आपकी गाड़ी में लगे हुए फास्टैग पर ही इसे भी एक्टिव किया जा सकेगा। इसके लिए राजमार्ग यात्रा एप या एनएचएआई की वेबसाइट पर अलग से लिंक एक्टिव किया जाएगा।
लिंक से होगी पेमेंट
राजमार्ग यात्रा एप और एनएचएआई की वेबसाइट पर Annual Fastag Pass के लिए अलग से लिंक को जल्द दिया जाएगा। जिससे आप अपने लिए प्री बुकिंग करवा पाएंगे। इसके बाद उसी लिंक के जरिए आपको यूपीआई, डेबिट या क्रेडिट कार्ड के जरिए पेमेंट करनी होगी। पेमेंट करने के दो घंटे के अंंदर ही इस पास को आपके मौजूदा फास्टेग पर ही एक्टिव कर दिया जाएगा।
कहां होगा मान्य
Fastag आधारित वार्षिक पास को देश में नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस वे पर मान्य होगा। हालांकि इसे जारी करने के एक साल या 200 यात्राओं तक ही इसका उपयोग किया जा सकेगा। इस पास को राजमार्ग यात्रा एप के साथ ही नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ ही MoRTH की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध करवाया जाएगा।
किन वाहनों को मिलेगा पास
Annual Fastag Pass को गैर व्यवसायिक निजी वाहनों के लिए जारी किया जाएगा। जिसमें कार, वैन, जीप शामिल हैं। इस तरह के पास का उपयोग किसी भी व्यवसायिक छोटे वाहन और ट्रक, बस के लिए नहीं किया जा सकेगा।
किसे मिलेगा फायदा
केंद्र सरकार की ओर से इस तरह की सुविधा को शुरू करने का सबसे ज्यादा फायदा उन लोगों को मिलेगा, जो एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने के लिए नेशनल हाइवे और एक्सप्रेस वे का उपयोग करते हैं। मौजूदा व्यवस्था में लोगों को बार बार फास्टैग रिचार्ज करवाना होता है, जिसमें हजारों रुपये का टोल देना पड़ता है। नई व्यवस्था के लागू होने के बाद सिर्फ तीन हजार रुपये में ही लोगों को एक साल तक बिना रिचार्ज किए ही सफर करने की सुविधा मिल जाएगी। इसके अलावा टोल बूथ पर लगने वाली लाइन भी कम होगी जिससे लोगों के समय की बचत भी हो पाएगी।
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