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    World’s First Car: कैसी थी दुनिया की पहली कार? तीन पहियों वाली गाड़ी को बनाने में खर्च हुए थे 1 हजार डॉलर

    By Rammohan MishraEdited By: Rammohan Mishra
    Updated: Wed, 24 May 2023 07:40 AM (IST)

    World’s First Car इस कार में घोड़े की नाल जैसी दिखने वाली ट्यूबलर स्टील फ्रेम और एक मीटर ऊंचे थ्री वायर-स्पोक का उपयोग किया गया था। इसकी वजह से ये एक साइकिल की तरह नजर आती थी। (फाइल फोटो)।

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    10 interesting facts about First Car of the world

    नई दिल्ली ऑटो डेस्क। 29 जनवरी 1886 को जब कार्ल बेंज ने बर्लिन के इंपीरियल पेटेंट कार्यालय में गैस इंजन वाले तीन पहिया के वाहन के लिए पेटेंट प्रस्तुत किया, तो इसने एक ऐसी सनसनी पैदा कर दी जो पहले कभी नहीं देखी गई थी। इस ऑटोमोबाइल के पेटेंट स्पेसिफिकेशन को ऑटोमोबाइल क्रांति का जन्म प्रमाण पत्र माना जाता है।

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    दुनिया में कारों का इतिहास बहुत पुराना है। क्या आपको पता है कि विश्व की सबसे पहली कार कैसी थी और इसे कब और किसने बनाया था। अपने इस लेख में हम आपको दुनिया की सबसे पहली कार से जुड़े 10 रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।

    1. यह दुनिया का पहला ऑटोमोबाइल प्रोडक्ट था और इस मोटर कार के कुल 25 प्रोडक्ट वेरिएंट यूनिट 1886 और 1893 के बीच बेचे गए थे।
    2. दुनिया की पहली कार में केवल तीन पहिए थे, क्योंकि बेंज 1886 में चार पहिया वाहनों के लिए उपलब्ध स्टीयरिंग सिस्टम से संतुष्ट नहीं थे।
    3. दुनिया की पहली कार का माइलेज महज 10km/l था और इसका वजन 100 किलोग्राम के करीब था, जो कि अवधि के मानकों से बहुत हल्का था।
    4. इसमें बड़े चक्कों के साथ मैन्युअल रूप से घुमाकर इंजन दिया गया था और 1885 में इस वाहन की मूल लागत 1,000 डॉलर थी।
    5. कार में घोड़े की नाल जैसी दिखने वाली ट्यूबलर स्टील फ्रेम और एक मीटर ऊंचे तीन वायर-स्पोक का उपयोग किया गया था, इसकी वजह से ये एक साइकिल की तरह नजर आती थी।
    6. इसमें हाथ से सिले चमड़े की बेंच सीट और एक पॉलिश लकड़ी का फर्श दिया गया था, जो उस समय कार की लग्जरी को परिभाषित करता था।
    7. बेंज की पत्नी बर्था ने अपने दहेज के पैसे से इसकी विकास प्रक्रिया को वित्तपोषित किया था लेकिन उस समय विवाहित महिलाओं को पेटेंट के लिए आवेदन करने की अनुमति नहीं थी।
    8. इसे लंबी दूरी की यात्रा करने के साधन के रूप में भी जाना गया था, बर्था ने पहली इससे लंबी दूरी तय करके ऑटोमोबाइल इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया था।
    9. बर्था ने ड्राइव पर मैकेनिक के रूप में काम किया, कार्बोरेटर को अपनी हैट पिन से साफ किया और एक तार को इन्सुलेट करने के लिए गार्टर का उपयोग किया था।
    10. दुनिया की पहली कार से ही ब्रेक लाइनिंग का आविष्कार हुआ है, बर्था ने एक स्थानीय शूमेकर को ब्रेक ब्लॉक पर चमड़े की कील लगाने के लिए कहा।